कवर्धा, 31 जनवरी 2022। दुर्ग संभागायुक्त श्री महादेव कावरे ने आज संभाग अंतर्गत कबीरधाम जिले का औचक निरीक्षण किया। उन्होंने कोविड संक्रमण के बचाव और रोकथाम के लिए जिला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों का जायजा लिया साथ ही कोविड वैक्शिनशन की जानकारी ली। दुर्ग संभागायुक्त श्री महादेव कावरे ने कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा, पुलिस अधीक्षक डॉ. लाल उमेंद सिंह के साथ टीकाकरण केन्द्र का निरीक्षण किया और वैक्शिनेशन कराने आए लोगों से चर्चा करते हुए कोविड के रोकथाम के उपाए भी बताए। उन्होने वैक्शिनेशन कराने आए ग्रामीणों से कहा कि अगर उनके परिवार के कोई भी सदस्य टीकाकरण के लिए छूट गए हो तो उन्हें भी वैक्शिनेशन अवश्य कराएं। कोरोना के तिसरी लहर बहुत घातक है किन्तु इस लहर से बचाने में वैक्शिनेशन बहुत कारगार साबित हो रहा है। उन्होंने शासकीय धनवतरी मेडिकल स्टोर का भी निरीक्षण किया और मेडिकल स्टोर में उपलब्ध जैनरिक दवाईयों की उपलब्धता, औसत बिक्री की जानकारी ली। उन्होने इस योजना के प्रचार प्रसार करने के निर्देश दिए ताकि आमजनों को इस मेडिकल के बारे में जानकारी मिल सके तथा बाजार से कम मूल्य में सस्ती दवाईयां मिल सके। इसके अलावा श्री कावरे ने कृषि उपज मंडी में चल रहे धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण किया और धान बेचने आए किसानों से चर्चा भी किए। किसानों ने बताया कि इस बार धान बेचने में किसी भी प्रकार की अनावश्यक परेशानी नहीं हुई। अभी बहुत ही सहजता से बारदाना मिल गया है। उन्होंने बताया कि उसी बारदाने में भरकर हम सब धान बेंचने आए है।
निरीक्षण के दौरान कलेक्टर श्री शर्मा ने बताया कि कबीरधाम जिले में 103 धान खरीदी केन्द्रों में पंजीकृत किसानों से सुचारू रूप से धान खरीदी करने की व्यवस्था बनाई गई हैं। समिति प्रबंधन द्वारा पंजीकृत किसानों को घर पहुंच टोकन भी दिए जा रहे है। वहीं इन केन्द्रों में अमानक धान की खरीदी को रोकने और जिले में अन्य राज्यों से आने वाले धान के अवैध परिवहनों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही। इन सब के बीच पंजीकृत किसानों को धान बेचने में किसी भी प्रकार की अनावश्यक परेशानी ना हो इसके लिए भी डिप्टी कलेक्टरों तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारियों को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है।
कलेक्टर ने बताया कि सुचारू व शांति पूर्ण ढंग से धान की खरीदी हो सके इसके लिए जिले में सीमांत किसान, लघु किसान और दीर्घ किसान तीन वर्ग में विभाजित किया गया है। उन्होनें बताया कि जिले में सीमांत किसानों में ढाई एकड़ तक 75 हजार 871 पंजीकृत है। ढाई एकड़ से 5 एकड़ तक के लघु किसानों की संख्या 26 हजार 386 हैं। पांच एकड़ से दस एकड़ तक जिले में 9730 पंजीकृत किसान है। इसी प्रकार दस एकड़ से बीस एकड़ तक जिले में दीर्घ किसानो की संख्या 2 हजार 523 है, बीस एकड़ से अधिक रकबा वाले 428 पंजीकृत किसान है। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल, एसडीएम श्री विनय सोनी, मुख्य नगर पालिका अधिकारी श्री वर्मा उपस्थित थे।