किसानों को धान के बदले वृक्षारोपण करने के लिए किया प्रोत्साहित
कवर्धा, जुलाई 2022। फसल उत्पादकता एवं फसल विविधीकरण को बढ़ावा देने के लिए छत्तीसगढ़ शासन द्वारा राजीव गांधी किसान न्याय योजना के तहत मुख्यमंत्री वृक्षारोपण प्रोत्साहन योजना का प्रारंभ किया गया है। वनमंडलाधिकारी श्री चूड़ामणि सिंह ने आज बोड़ला विकासखंड के ग्राम महराजपुर का भ्रमण कर किसानों को धान के बदले वृक्षारोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रक्षेत्र भ्रमण के दौरान उप संचालक कृषि श्री एमडी डडसेना उपस्थित थे। वनमंडलाधिकारी श्री सिह ने भ्रमण के दौरान ग्राम महराजपुर के किसान श्री रोशन शर्मा के प्रक्षेत्र में 7 एकड़ भूमि में धान के बदले सागौन का वृक्षारोपण करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस दौरान किसान श्री शर्मा द्वारा इस योजना का लाभ लेने के लिए सहमति दी गई।
वनमंडलाधिकारी श्री सिंह ने बताया कि योजना के तहत धान के साथ खरीफ के प्रमुख फसल मक्का, कोदो-कुटकी, सोयाबीन, अरहर तथा गन्ना उत्पादक कृषकों को राशि 9 हजार रूपए प्रति एकड़ आदान सहायता राशि दी जाएगी। यदि जिस रकबे से किसान द्वारा न्यूनतम समर्थन मूल्य पर धान विक्रय किया गया था, यदि वे धान के बदले कोई अन्य फसल की खेती करते हैं, तो उसे प्रति एकड़ राशि 10 हजार रूपए की आदान सहायता एवं वृक्षारोपण करने वाले किसानों को आने वाले 3 वर्षों तक प्रति एकड़ राशि 10 हजार रूपए प्रदान किए जाएंगे। इस योजना के तहत भू-स्वामी, वनपट्टाधारी कृषक योजना के लाभ प्राप्त के लिए पात्र होंगे। योजना के दिशा-निर्देशानुसार पात्र कृषकों को एकीकृत किसान पोर्टल पर पंजीयन करना होता है। यदि कोई कृषक उद्यानिकी फसल, वृक्षारोपण करता है, तो ऐसे कृषकों के आवेदन का परीक्षण, सत्यापन ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी द्वारा किया जाएगा तथा इन कृषकों का पंजीयन गोधन न्याय योजना पोर्टल में कराना होगा। प्रक्षेत्र भ्रमण के दौरान वन एवं कृषि विभाग के अधिकारी तथा कृषकगण उपस्थित थे।