जिला कलेक्टोरेट में संचालित कॉल सेंटर का नम्बर सभी तहसील कार्यालयों में भी अंकित करने के निर्देश
कलेक्टर ने ली राजस्व अधिकारियों की बैठक
मुंगेली, सितम्बर 2022// कलेक्टर श्री राहुल देव ने कहा है कि राजस्व विभाग का सीधा संबंध किसानों से होता है। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में किसानों को किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए। राजस्व प्रकरणों के निराकरण में किसी भी प्रकार की लापरवाही व उदासीनता बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कलेक्टर श्री देव ने आज जिला कलेक्टोरेट स्थित मनियारी सभाकक्ष में राजस्व अधिकारियों की बैठक लेकर उनके कामकाज की समीक्षा करते हुए उक्त बातें कही। इस अवसर पर अपर कलेक्टर श्री तीर्थराज अग्रवाल भी मौजूद थे।
बैठक में कलेक्टर श्री देव ने अविवादित बंटवारा, नामांतरण और सीमांकन, पटवारी प्रतिवेदन, खाता विभाजन, डायवर्सन, किसान-किताब, आधार पंजीयन, बी-वन का पाठन, ई-कोर्ट के लंबित प्रकरण पंजीयन, अभिलेखों का संधारण, जाति, निवास, आय प्रमाण पत्र सहित अन्य लंबित राजस्व प्रकरणों के बारे में जानकारी प्राप्त की और लंबित राजस्व प्रकरणों को शीघ्र निराकृत करने के निर्देश दिए। उन्होंने डायवर्सन, आरसीसी और भू-राजस्व वसूली की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि निर्धारित लक्ष्य के अनुरूप डायवर्सन वसूली नहीं होने पर अपनी नाराजगी व्यक्त की और लक्ष्य के अनुरूप डायवर्सन वसूली करने के निर्देश दिए।
बैठक में कलेक्टर श्री देव कहा कि राशन, पेंशन, बिजली, राजस्व प्रकरण आदि से संबंधित समस्याओं के त्वरित निराकरण के लिए जिला कलेक्टोरट में कॉल सेंटर का संचालन किया जा रहा है। काल सेंटर का सम्पर्क नम्बर 9406275513, 9406275514, 9406275534, 9406275535 और 9406275537, 7489583575 और 7489526478 है। इन नम्बरों से जरूरतमंद व्यक्ति अपनी समस्याओं को दर्ज करा रहे है। और उनकी समस्याओं का त्वरित निराकरण किया जा रहा है। उन्होंने काल सेंटर के इन नम्बरों को सभी तहसील कार्यालयों में भी अंकित करने के निर्देश दिए। ताकि अधिक से अधिक लोगों की समस्याओं का निराकरण किया जा सके। बैठक में उन्होंने जिले में इस वर्ष अतिवृष्टि के कारण हुए मकान और फसल क्षति के प्रकरणों की जानकारी ली और आरबीसी 6-4 के तहत मकान और फसल क्षति के प्रकरणों में संबंधितों को शीघ्र मुआवजा राशि प्रदान करने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने गिरदावरी कार्य की समीक्षा की। उन्होंने राजस्व अभिलेखों की शुद्धता, समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन आदि कार्यांे के लिए किसानों के खेतों तक पहुंचकर गिरदावरी के कार्य को निर्धारित अवधि में पूरा करने के निर्देश दिए। इसी क्रम में उन्होंने शासकीय भूमि में हुए अतिक्रमण के संबंध में जानकारी ली और शासकीय भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अनुविभागीय अधिकारी राजस्व और तहसीलदारों को पटवारियों की बैठक लेकर उनके कार्यों की लगातार मानिटरिंग करने के निर्देश दिए। इसी तरह उन्होंने नक्शा बटांकन, डिजीटल हस्ताक्षर, आधार प्रविष्टिी, शासकीय भूमि का आबंटन, वन अधिकार पत्रक, कोविड- वैक्सीनेशन आदि के संबंध में जानकारी ली और संबंधितों को आवश्यक निर्देश दिए। इस अवसर पर संयुक्त कलेक्टर श्रीमती नम्रता आनंद डोंगरे एवं श्रीमती मेनका प्रधान, सभी अनुविभाग के अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सहित राजस्व एवं भू-अभिलेख विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।