छत्तीसगढ़

बाबा साहब के दिखाये रास्ते पर चलकर लोकतांत्रिक व्यवस्था की निरंतर मजबूती के लिए करें काम

  • बाबा साहब अंबेडकर की 132 वीं जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा
    दुर्ग, अप्रैल 2023/मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल आज डॉ भीमराव अंबेडकर की 132 वीं जयंती के अवसर पर बुद्ध विहार सेक्टर 6 भिलाई पहुंचे थे। बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के दिखाये रास्ते पर चलकर हमें लोकतांत्रिक व्यवस्था की निरंतर मजबूती के लिए कार्य करना है। उनके जैसा संघर्ष विरले की कर पाते हैं लेकिन कोशिश हम सभी कर सकते हैं कि उनके मूल्यों पर चलकर उनके दिखाये रास्ते पर चलकर अपने लोकतंत्र को सुदृढ़ करने निरंतर काम कर सकें। यह संदेश मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने बाबा साहब की 132 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में कही।
    इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कहा कि आजादी की लड़ाई के दौर में लोग आपस में असहमत हो सकते थे लेकिन आपस में असहमति का सम्मान करते थे। भारत में बाबा साहब अंबेडकर ने जो संविधान बनाया, उसमें सबकी सुनी गई और सबसे अच्छे आदर्शों को संविधान में शामिल किया गया। बाबा साहेब अंबेडकर ने अपना पूरा जन्म देश सेवा में लगाया। उन्होंने जो संविधान हमको दिया। बाबा साहब ने जो संविधान बनाया, उसमें अंतिम व्यक्ति की आवाज भी सुनाई देती है और उसका असर होता है। बाबा साहब अंबेडकर ने जो संघर्ष किया, उतना संघर्ष करने की क्षमता बहुत थोड़े से लोगों में होती है। हम इतना जरूरत कर सकते हैं कि उनके दिखाये हुए रास्ते पर चलें। बाबा साहब ने जो मंत्र दिया, उस रास्ते पर चलकर हमें देश को मजबूत करने की जरूरत है। बाबा साहब हमेशा संगठित होने और शिक्षा पर जोर देते थे। उनका कहना था कि एक शिक्षित राष्ट्र ही महानता की ओर बढ़ता है। साथ ही प्रज्ञा और करुणा का उन्होंने संदेश दिया। जब आपके भीतर करूणा जगती है। प्रज्ञा जगती है तो आप बड़े उद्देश्यों के लिए उठते हैं और संगठित होते हैं। भारत में अंग्रेजों की नीति फूट डालो और राज करो की थी। बाबा साहब ने इस बात को समझा और समाज को संगठित होने संदेश दिया। आजाद भारत में हम इस उद्देश्य को लेकर बढ़े। खेती किसानी संबंधी सुधार किये। औद्योगिक परिदृश्य को बेहतर करने के लिए कार्य किया। आजादी के तुरंत बाद छत्तीसगढ़ में और प्रदेश के बाहर बड़े औद्योगिक कार्य किये। भिलाई स्टील प्लांट को ही देख लीजिए। क्या हम इस योगदान को नकार सकते हैं। अगर हम इसे नकारेंगे तो अपने पूर्वजों का अपमान करेंगे जिन्होंने इतने श्रम से इस औद्योगिक मंदिर का निर्माण किया। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर कहा कि हमें संविधान की गरिमा को अक्षुण्ण रखने के लिए कार्य करना है। हमारे संविधान से ही हमारे लोकतांत्रिक व्यवस्था की मजबूती है। इसके लिए हमें काम करना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी पीढ़ी की जिम्मेदारी है कि लोकतांत्रिक व्यवस्था को सुदृढ़ करने लगातार काम करें। बाबा साहब ने देश को लेकर जो सपने देखे, उन सपनों को मूर्त रूप देने के लिए निरंतर कार्य करते रहें। हमारे पुरखों ने जो आधुनिक देश की नींव रखी। उस नींव पर मजबूत इमारत बनाने का काम करें। इस मौके पर गृह मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू ने भी अपना संदेश दिया। उन्होंने कहा कि बाबा साहब ने संविधान निर्माता के रूप में देश को एक आदर्श संविधान दिया है। हमें निरंतर उनके दिखाये रास्ते पर चलना है। इस मौके पर भिलाई विधायक श्री देवेंद्र यादव, महापौर श्री नीरज पाल, केंद्रीय सहकारी बैंक के अध्यक्ष श्री राजेंद्र साहू, अंत्यावसायी निगम की उपाध्यक्ष सुश्री नीता लोधी, संभागायुक्त श्री महादेव कांवड़े एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा अधिकारीगण उपस्थित थे।

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