शत प्रतिशत दवाइयों की उपलब्धता पर जोर,बालसमुंद में वॉटर स्पोर्ट्स के कार्य होंगे जल्द ही प्रारंभ-चंदन कुमार
बलौदाबाजार,11 मई 2023/ जिलें में चल रहे विभिन्न विभागों के निर्माण कार्यो एवं अस्पतालों स्वास्थ्य में सुविधाओं का जायजा लेने आज कलेक्टर चंदन कुमार लवन एवं पलारी पहुँचे। उन्होंने लवन में निर्माणाधीन तहसील कार्यालय भवन,सामुदायिक स्वास्थ्य कार्यालय एवं पलारी नगर में बालसमुंद तालाब,जनपद कार्यालय, पुराना जनपद कार्यालय सहित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का अवलोकन कर जायजा लिया।
इस दौरान निर्माणाधीन तहसील कार्यालय भवन के कार्य को शीघ्र ही पूरा कराने एवं बाउंड्री वाल, सार्वजनिक शौचालय,लेवलिंग एवं एप्रोच रोड के कार्य कीआवश्यक स्वीकृति हेतु सम्बंधित अधिकारियों को विस्तृत दिशा निर्देश है। इसके साथ ही पर्यटकों को रिझाने एवं आम आदमियों को अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से पलारी के प्रसिद्ध बालसमुंद तालाब में बोटिंग सहित अन्य वाटर स्पोर्ट्स एक्टिविटी प्रारंभ करनें की कार्ययोजना को स्वीकृति प्रदान की गयीं है। जिसके लिए लगभग 36 लाख रुपये एवं मंदिर के आसपास बड़े पैमाने में सौंदर्यीकरण सहित अन्य विकास कार्यों के लिए लगभग 30 लाख रूपये मंजूर किए गये है। उक्त प्रस्तावित कार्यों का जायजा लेने कलेक्टर श्री कुमार बालसमुंद तालाब पर पहुँचकर चिन्हाकित कार्यस्थलों को मुयाना किया एवं कुछ कार्याे को सुधारने के निर्देश दिए है। इसके साथ ही उन्होंने नगर पंचायत के द्वारा किए जा रहे गहरीकरण कार्य को समय पूर्व करने के निर्देश अधिकारियों को दिए है।
स्वयं शुगर का करवाया टेस्ट,मरीज़ो से लिया फीडबैक
निरीक्षण के दौरान उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लवन में कलेक्टर चंदन कुमार ने स्वयं का शुगर टेस्ट कराया। इसके साथ ही कुपोषित बच्चों की पहचान के लिए चल रहे बाल संदर्भ शिविर में हिस्सा लिया। उन्होंने आये हुए हितग्राहियों से बातचीत एवं मुलाकात कर आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं एवं मितानिनों की गतिविधियों के बारे में जानकारी हासिल की। इसके साथ कलेक्टर ने दोनों हॉस्पिटल में ओपीडी रजिस्ट्रर,स्टॉक पंजीयन,लैब, सोनोग्राफी,पुरूष एवं महिला वार्ड, प्रसाधन कक्ष सहित विभिन्न अन्य कक्षो का अवलोकन कर जायजा लिया। इस दौरान स्वास्थ्य केन्द्रों में अति आवश्यक दवाइयों उपलब्ध नहीं होने पर नाराजगी जताते हुए सभी स्वास्थ्य केंद्रों में शत प्रतिशत दवाइयों की उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है। उन्होंने दो टूक कहा है सभी आने वाले आम नागरिकों एवं मरीजों को पर्याप्त दवाइयां उपलब्ध होना चाहिए है।
कलेक्टर ने सिद्धेश्वर मंदिर पहुँचकर की पूजा-अर्चना
कलेक्टर चंदन कुमार ने प्रसिद्ध सिद्धेश्वर मंदिर पलारी पहुँचकर दर्शन लाभ लिए। उन्होंने पूजा अर्चना कर जिले वासियों के लिए सुख,समृद्धि एवं शांति के लिए कामना की। इस मौके पर उपस्थित महाराज ने मंदिर एवं बाल समुंद तालाब के इतिहास के बारे में विस्तृत जानकारी दी। कलेक्टर श्री कुमार ने उक्त स्थल की प्रशंसा करतें हुए एक विस्तृत कार्ययोजना बनाने की आवश्यकता बतायी। निरीक्षण के दौरान एसडीएम रोमा श्रीवास्तव,लोक निर्माण विभाग ईई टीसी वर्मा, सीएचएमओ डॉ एम पी महिस्वर, तहसीलदार अनिरुद्ध मिश्रा, जनपद सीईओ रोहित नायक,सीएमओ लवकेश साहू सहित अन्य विभागों के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।
सिरपुर मंदिर के समकालीन मंदिर
सिद्धेश्वर मंदिर नगर पंचायत पलारी में बालसमुंद तालाब के तटबंध पर यह शिव मंदिर स्थित है। इस मंदिर का निर्माण लगभग 7-8वीं शती ईस्वी में हुआ था। लाल ईंट निर्मित यह मंदिर पश्चिमाभिमुखी है। मंदिर की द्वार शाखा पर नदी देवी गंगा एवं यमुना त्रिभंगमुद्रा में प्रदर्शित हुई हैं। द्वार के सिरदल पर त्रिदेवों का अंकन है। प्रवेश द्वार स्थित सिरदल पर शिव विवाह का दृश्य सुन्दर ढंग से उकेरा गया है एवं द्वार शाखा पर अष्ट दिक्पालों का अंकन है। गर्भगृह में सिध्देश्वर नामक शिवलिंग प्रतिष्ठापित है। इस मंदिर का शिखर भाग कीर्तिमुख, गजमुख एवं व्याल की आकृतियों से अलंकृत है जो चौत्य गवाक्ष के भीतर निर्मित हैं। विद्यमान छत्तीसगढ़ के ईंट निर्मित मंदिरों का यह उत्तम नमूना है। यह स्मारक छत्तीसगढ़ राज्य द्वारा संरक्षित है। छत्तीसगढ़ राज्य के संरक्षित स्मारक यह मंदिर लाल इंटो से बना है। मंदिर के बगल में एक रंग मंच बना है। एवं दुर्गा माता का मंदिर, राधा कृष्ण भगवान का मंदिर, और गुरु घाशी दास जी का भी मंदिर है। मंदिर के पास कार्तिक पूर्णिमा के दिन एक मेला का आयोजन होता है लोग उस दिन सुबह 4 बजे स्नान करने जाते हैं. महाशिवरात्रि के पर्व पर मंदिर को सजा दिया जाता है और मेला होता है। मंदिर के सामने एक तालाब है। ऐसा कहा जाता है की यह तालाब छत्तीसगढ़ का सबसे बड़ा तालाब है जो कि लगभग 120 एकड़ तालाब में फैला हुआ है। तालाब के बीचों बीच में एक टापू है जिसमे माँ शारदा का मंदिर है.मंदिर के आस पास सुंदर बाग है। बाग में विविध प्रकार के झूले एवं पेड़ पौधे हैं।