- कलेक्टर की उपस्थिति में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से आए अधिकारियों एवं मास्टर ट्रेनर्स द्वारा मतदान के लिए दिया गया प्रशिक्षण
- अधिकारियों ने मतगणना कार्य के दौरान आने वाली शंकाओं एवं जिज्ञासाओं का किया समाधान
- डाक मतपत्रों की गणना, ईव्हीएम में दर्ज मतों की गणना, मतगणना पूर्ण होने के पश्चात ईव्हीएम और निर्वाचन सामग्री को सील करना, परिणामों की घोषणा और अन्य महत्वपूर्ण विषयों के संबंध में दिया गया प्रशिक्षण
राजनांदगांव, नवम्बर 2023। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री डोमन सिंह की उपस्थिति में आज जिला पंचायत सभाकक्ष राजनांदगांव में विधानसभा निर्वाचन 2023 के मतगणना कार्य में लगे राजनांदगांव, मोहला-मानपुर-अम्बागढ़ चौकी, खैरागढ़-छुईखदान-गण्डई एवं कबीरधाम जिले के सभी उप जिला निर्वाचन अधिकारी, रिटर्निंग ऑफिसर एवं अन्य अधिकारियों को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से आए अधिकारियों एवं मास्टर ट्रेनर्स द्वारा प्रशिक्षण प्रदान किया गया। कलेक्टर श्री डोमन सिंह ने सभी अधिकारियों से कहा कि मतगणना कार्य के लिए भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश अनुसार अच्छी तरह प्रशिक्षण प्राप्त करें। उन्होंने मतगणना कार्य सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी अधिकारियों को हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग से आए अधिकारियों एवं मास्टर ट्रेनर्स से अच्छी तरह प्रशिक्षण प्राप्त करें तथा अपनी जिज्ञासाओं एवं शंकाओं का समाधान करें।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय से आए एनएलएमटी श्री सुनील कुमार शर्मा, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ श्री रूपेश कुमार वर्मा, सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी छत्तीसगढ़ श्रीमती रश्मि वर्मा, एसएलएमटी श्री अखिलेश आहूजा ने सभी अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया। प्रजेंटेशन के माध्यम से अधिकारियों को बताया गया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देश के अनुसार सभी आवश्यक तैयारी, आधारभूत संरचना एवं सुरक्षा व्यवस्था होनी चाहिए। इस दौरान उन्होंने डाक मतपत्रों की गणना, ईव्हीएम में दर्ज मतों की गणना, मतगणना पूर्ण होने के पश्चात ईव्हीएम और निर्वाचन सामग्री को सील करना, परिणामों की घोषणा और अन्य महत्वपूर्ण विषयों के संबंध में प्रशिक्षण प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि मतगणना कार्य के साथ ही टेबुलेशन, ईव्हीएम एवं अन्य प्रपत्रों की सीलिंग, ईव्हीएम के परिवहन तथा फार्म 17 सी ले जाने एवं इसके फार्म 20 में प्रविष्टि हेतु जिम्मेदार स्टॉफ तथा रनर की ड्यूटी लगाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कानून व्यवस्था तथा आपात स्थिति में विकल्प के रूप में रिजर्व गणना स्टॉफ की ड्यूटी लगाई जानी चाहिए। प्रशिक्षण के दौरान मतगणना की बारीकियों को बताया गया। प्रशिक्षण के दौरान बताया गया कि डाकमत पत्रों के माध्यम से प्राप्त वोट की गणना पहले की जाएगी। ऐसे डाकमत पत्र जो रिजेक्ट किए जाएंगे उसे अलग से रखा जाएगा। ईटीपीबीएस के संबंध में जानकारी दी गई। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतगणना स्थल पर सीसीटीवी कैमरा लगे होने चाहिए, ताकि इस दौरान मतगणना की प्रक्रिया की रिकार्डिंग हो सके, लेकिन इसके साथ ही इस बात का ध्यान रखने कि जरूरत है कि मतदान की गोपनीयता भंग न हो। उन्होंने बताया कि पहले राऊंड के परिणाम के घोषणा के बाद ईव्हीएम को स्ट्रांग रूम में वापस रखने के पश्चात ही रिटर्निंग ऑफिसर की अनुमति से दूसरे राऊंड के मतगणना की अनुमति दी जाएगी। इस दौरान बताया गया कि रिटर्निंग ऑफिसर सीयू, वीपीपेट नंबर, सभी मतदान केन्द्रों के वीवीपेट के लिए अलग-अलग लिफाफे में महत्वपूर्ण विवरण लिखकर रखेंगे।
प्रशिक्षण के दौरान यह बताया गया कि सिलिंग कार्य महत्वपूर्ण है तथा रिटर्निंग ऑफिसर इस पर विशेष ध्यान देते हुए कार्य करेंगे। इस दौरान सभी अधिकारियों ने मतगणना कार्य के लिए प्रेक्टिकल करके देखा तथा मतगणना कार्य के दौरान आने वाली शंकाओं एवं जिज्ञासाओं का समाधान किया गया। राज्य निर्वाचन आयोग के आए अधिकारियों ने विस्तृत रूप से मतगणना कार्य के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री अमित कुमार, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्री खेमलाल वर्मा, अन्य जिलों से आए उप जिला निर्वाचन अधिकारी एवं सभी रिटर्निंग ऑफिसर्स, पुलिस अधिकारी एवं अन्य अधिकारी मौजूद रहे। उल्लेखनीय है कि मतगणना कार्य में लगे चार जिले के 118 अधिकारियों को प्रशिक्षण प्रदान किया गया।