एक पत्थर तो तबीयत से उछालो यारों
उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने प्रदेश सहित कबीरधाम जिले के विकास के लिए रखी अपनी बात, मेडिकल कॉलेज,रेलवे लाईन, सिचाई परियोजनाओं और विशेष पिछड़ी जनजातियों के समग्र विकास के लिए प्रभावशाली कार्ययोजना बनाने के लिए आग्रह किया
कवर्धा, दिसम्बर 2023। दुष्यंत कुमार की इन पंक्तियों को अपने जीवन का आधार बनाने वाले छत्तीसगढ़ राज्य के उपमुख्यमंत्री और कवर्धा के जन-जन की आवाज बने श्री विजय शर्मा ने पदभार ग्रहण करते ही मुख्मयंत्री श्री विष्णुदेव साय व उपमुख्यमंत्री श्री अरूण साव के साथ मिलकर राष्ट्रीय फलक पर राष्ट्र के उन तमाम कर्णधारों से सौजन्य भेंट कर कवर्धा शहर की धार्मिक पौराणिकता और ऐतिहासिकता की जानकारी दी और आधुनिक युग से कदमताल करने के लिए केन्द्रीय सरकार का मार्गदर्शन और सहयोग मांगा।
विदित हो कि केन्द्रीय रेलमंत्री से मुलाकात करते हुए उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा ने उन्हे अवगत कराया कि सन 2018 में केन्द्र सरकार द्वारा डोंगरगढ-कटघोरा रेल लाइन निर्माण की स्वीकृति प्रदान की गयी थी और प्रारंभिक तौर पर रेल मंत्रालय द्वारा सर्वे व प्रारंभिक कार्यो के लिए 500 करोड़ की राशि मुहैय्या करायी गयी थी। जिसमे से छतीसगढ़ की तात्कालिन सरकार ने 1 रूपए भी व्यय न कर कबीरधाम जिले के बरसों के संचित स्वर्ण आकांक्षा को पूरा नहीं किया, उसे पुनः नवगति-नवलय के साथ प्रारंभ किया जाय। डिप्टी सीएम श्री विजय शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने हमे रेल लाईन सुविधा की सौगात दी है। उन्होंने बताया कि लगभग छह हजार करोड़ रूपए की 295 किलो मीटर कटघोरा-डोंगरगढ़ रेल लाईन पांच जिलों-कोरबा, बिलासपुर, मुंगेली, कवर्धा तथा राजनांदगांव से होकर गुजरेगी। इस परियोजना में 27 स्टेशन प्रस्तावित है, जिनमें कटघोरा, जमानीमुड़ा, करतला, करतला, बेलतरा, नेवसा, रतनपुर, लामेर, गनियारी, खम्हरिया, तखतपुर, कोसमा, मुंगेली, कंवलपुर, सोमनापुर, बोरदुली, कवर्धा, धनेली, धनगांव, जंगलपुर, गंडई, मुरई, छुईखदान, खैरागढ़, प्रकाशपुर, घोघेडबरी, बेलगांव और डोंगरगढ़ शामिल है। लंबित रेलवे लाईन विस्तार होने के छत्तीसगढ़ के विकास को नई राह मिलेगी। रेल परियोजना से जिले के विकास को और अधिक गति मिलेगी। कबीरधाम जिला प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है, यहां पर्यटन की असीम संभावनाएं है। रेल लाईन के विस्तार से पर्यटन, उद्योग-व्यापार के क्षेत्र में सफलता मिलेगी। रेलमंत्री ने आश्वस्त किया है कि विकास के राजपथ पर कबीरधाम जिला भी आरूढ होगा और रेल मंत्रालय इस दिशा में त्वरित प्रयास प्रारंभ करेगा।
छत्तीसगढ़ सरकार के नवगठन उपरांत 23 दिसम्बर को पहली बार दिल्ली पहुंचे छत्तीसगढ़ के नव निर्वाचित मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा व श्री अरुण साव देश के राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू, उप राष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री श्री अमित शाह, वित्त मंत्री श्रीमती निर्मला सीतारमण, रेलमंत्री श्री अश्वनी वैष्णव सहित कई दिग्गजों से सौजन्य मुलाकात की।
छत्तीसगढ़ में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजातियों के विकास को मिलेगी नई राह
केन्द्रीय शासन के प्रमुख आधार स्तंभ से भेंट के उपरांत डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने बताया कि राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपती मुर्मू ने धर्म नगरी कवर्धा के ऐतिहासिकता और आदिम जन जीवन के सांस्कृतिक पक्ष को अत्यंत मनोयोग से जाना और उनके समग्र उत्थान के लिए अनेक सुझाव भी दिए। डिप्टी सीएम श्री विजय शर्मा ने बताया कि छत्तीसगढ़ में निवासरत विशेष पिछड़ी जनजातियों के सामाजिक, शैक्षणिक और उनके समग्र विकास एवं उत्थान पर विशेष चर्चा की गई।
यहा बताया गया कि छत्तीसगढ़ राज्य में पांच विशेष पिछड़ी जनजातियां बैगा, अबूझमाड़िया, कमार, पहाड़ी कोरबा और बिरहोर निवासरत है। छत्तीसगढ़ में कबीरधाम प्रदेश का एक मात्र ऐसा जिला है, जहां विशेष पिछड़ी जनजातियों में शामिल बैगा जनजाति की सर्वाधिक जनसंख्या और आबादी इस जिले में निवास करती है। मैकल पर्वत श्रृंख्ला से लगे जिले के बोडला और पंडरिया दो विकासखण्ड के सूदूर और दुर्गम पहाड़ियों पर अधिकांश बैगा बसाहवट गांव है। जिले में कुल 263 चिन्हांकित विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति की गांव, बसाहवट है। जिसमें सर्वाधिक गांव बोडला विकाखसण्ड में है। बोड़ला विकासखण्ड में विशेष पिछड़ी बैगा जनजाति गांव 183 और पंडरिया विकासखण्ड में 75 आबादी गांव है।
छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री एवं कवर्धा विधायक श्री विजय शर्मा ने मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव के नेतृत्व में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से भेंट मुलाकात की। उन्होने केन्द्र सरकार द्वारा संचालित जनजतियों के विकास के लिए लिए गए सभी महत्वपूर्ण निर्णयों और योजनओं को अत्योंदय की परिकल्पनाओं को साकार करते हुए अंतिम सामाज के अंतिम व्यक्तियों को जोड़ने की बात कही। उपमुख्यमंत्री श्री शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केन्द्र सरकार जनजातीय समुदायों को सम्मान और समाज को आगे बढ़ाने की दिशा में अवसर और अधिकार दिया जा रहा है। भगवान बिरसा मुंडा की जयंती 15 नवम्बर को जनजातीय गौरव दिवस केन्द्र सरकार द्वारा घोषित किया गया है। भारतीय वन अधिनियम में संशोधन कर बांस को रेगुलेटरी बंधनों से मुक्त किया गया है। सिकल सेल उन्मूलन कार्यक्रम की शुरूआत की गई है। विमुक्त, घुमंतू और अर्ध-धुमंतू समुदायों के लिए विकास और कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है। आदिवासियों ओर अन्य वनवासियों के अधिकारों को उनके सामाजिक मान्यताओं, पारंम्पराओं की रक्षा के लिए अनेक निर्णय और प्रभावशाली कदम उठाए गए है। इन सभी नितियों से समाज लाभ पहुंचाया जाएगा। देश के गृहमंत्री श्री अमित शाह ने छतीसगढ़ सरकार को यह भरोसा दिलाया कि विकास की अपूर्व गति के साथ छतीसगढ़ का विकास होगा और केन्द्र व राज्य सरकार आपसी तारतम्य के साथ जन-जन के बुनियादी विकास को अपनी प्रथम प्राथमिकता मे रखकर विकास का आगाज करेगी।
डिप्टी सीएम श्री विजय शर्मा ने एक औपचारिक चर्चा में बताया कि हमारे देश के केन्द्रीय सरकार के कर्णधारों ने जिस आत्मीयता के साथ छतीसगढ़ के जन-जन की चिन्ता की है उससे हमारी सरकार में नवीन उत्साह का संचार हुआ है। मेरा लक्ष्य समग्र छतीसगढ़ का विकास है मगर कबीरधाम मेरा मातृजिला होने के नाते विकास के जिन बुनियादी समस्याओं से अछूता रह गया था उसे पूरा कराना मेरा सबसे पहला दायित्व है। आज भोरमदेव बाबा, करपात्री जी महराज, बाबा कबीर दास साहेब व पूज्य गुरू घासीदास बाबा की असीम कृपा से कवर्धा की चर्चा और चिन्ता राष्ट्रीय फलक पर हो रही है। हम अपनी ऐतिहासिक धर्म नगरी में आदिम सभ्यता व आधुनिक विकास का संयोजन इस क्रम से करेंगे कि कहने वाले कह सकेंगे कि ऐ तो कायाकल्प हो गया है इसीलिए मुझे दुष्यंत कुमार जी पंक्तियों का जज्बा हर समय सचेत और उत्साही बनाए रखता है।