छत्तीसगढ़

500 से ज्यादा पहाड़ी कोरवा बच्चियों की मदद के लिए प्रशासनिक टीम ने बढ़ाए हाथ, आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों की बच्चियों के सुकन्या समृद्धि योजना में खाते खुलवाने कलेक्टर के नेतृत्व में अधिकारियों ने किया योगदान

बच्चियों को भविष्य में शिक्षा के खर्चों में मिलेगी मददकलेक्टर ने की पीएम जनमन योजना की समीक्षा, 174 पीवीटीजी बसाहटों में 11 कार्यक्रमों का किया जाना है क्रियान्वयन
अंबिकापुर 09 जनवरी 2024/ प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत जिले में 174 विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा बहुल बसाहटों में 9 केंद्रीय मंत्रालयों को 11 महत्वपूर्ण गतिविधियों का आगामी तीन साल में शत प्रतिशत क्रियान्वयन किया जाना है। जिसमें संपर्क सड़कें, पेयजल की उपलब्धता, विद्युतीकरण, आवास, बैंक खाते सहित विभिन्न गतिविधियां शामिल हैं। मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में पीएम जनमन योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा करते हुए सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाते खुलवाने पर चर्चा के दौरान कलेक्टर श्री विलास भोस्कर संदीपन ने कोरवा बच्चियों के खाते खुलवाने में गरीब परिवारों की मदद करने की मंशा के साथ प्रशासनिक टीम को आर्थिक मदद के लिए प्रेरित किया जिसमें बैठक में उपस्थित सभी अधिकारियों ने हाथ आगे बढ़ाए हैं। बैठक में मौजूद कलेक्टर सहित 46 अधिकारियों ने 500 से ज्यादा आर्थिक रूप से कमजोर बच्चियों की खाता खुलवाने में आर्थिक मदद की है। कलेक्टर ने कहा कि बच्चियों के परिवारों को इस योजना के लाभ और इसे नियमित रखने की पूरी जानकारी दें जिससे बच्चियों को योजना का शत प्रतिशत लाभ मिले। इस संवेदनशील पहल में सीईओ जिला पंचायत श्री नूतन कंवर, संयुक्त कलेक्टर श्रीमती पूजा बंसल, एसडीएम सीतापुर श्री रवि राही, एसडीएम अम्बिकापुर श्री फागेश सिन्हा और ईई पीडब्ल्यूडी श्री वीके बेदिया ने सर्वाधिक 20-20 बच्चियों की मदद के लिए योगदान दिया।
बता दें कि सुकन्या समृद्धि योजना, वित्त मंत्रालय द्वारा विशेष रूप से बालिकाओं के लिए एक छोटी जमा योजना है। इस योजना की शुरुआत प्रधानमंत्री द्वारा 22 जनवरी 2015 को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ अभियान के एक भाग के रूप में लॉन्च किया गया था। यह योजना एक लड़की की शिक्षा के खर्च को पूरा करने के लिए है। 14 दिसंबर 2014 को भारत सरकार द्वारा अधिसूचित यह योजना माता-पिता को अपनी बेटी की भविष्य की शिक्षा के खर्चों के लिए एक फंड बनाने के लिए प्रोत्साहित करती है। कोई भी व्यक्ति इस योजना के तहत डाकघरों या सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों और तीन निजी क्षेत्र के बैंकों एचडीएफसी बैंक, एक्सिस बैंक और आईसीआईसीआई बैंक की शाखाओं के माध्यम से आवेदन कर सकता है। खाता बालिका के माता-पिता या कानूनी अभिभावक द्वारा खोला जा सकता है। इसके लिए बालिका की आयु 10 वर्ष से कम होनी चाहिए। एक बालिका के लिए केवल एक खाते की अनुमति है। एक परिवार केवल दो सुकन्या समृद्धि खाते खोल सकता है। न्यूनतम निवेश ₹250 प्रति वर्ष है, अधिकतम निवेश ₹1,50,000 प्रति वर्ष है। इस योजना के तहत परिपक्वता अवधि 21 वर्ष है और ब्याज दर 8 प्रतिशत है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *