छत्तीसगढ़

धान खरीदी की तैयारी के संबंध में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए सरगुजा संभागायुक्त श्री चुरेंद्र ने समस्त जिलों को दिए निर्देश

शासन की मंशानुसार नियंत्रित एवं संतुलित धान खरीदी सम्पन्न हो,आवश्यक तैयारियां जल्द पूर्ण कर ली जाएं- श्री चुरेन्द्र

किसान पंजीयन, धान का रकबा,  धान परिवहन, बारदानों की उपलब्धता, उपार्जन केंद्रों की व्यवस्था सहित अन्य तैयारियों पर की गई चर्चा


अम्बिकापुर 25 अक्टूबर 2024/
sns/ सरगुजा संभागायुक्त श्री जी आर चुरेंद्र ने शुक्रवार को जिला कलेक्ट्रेट स्थित स्वान कक्ष से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से धान खरीदी के संबंध में संभाग स्तरीय बैठक लेकर अधिकारियों से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तैयारियों के संबंध में समीक्षा की। सम्भागायुक्त श्री चुरेन्द्र ने सभी जिलों से खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 हेतु धान खरीदी के संबंध में की गई आवश्यक तैयारियों के सम्बंध में जानकारी ली। बैठक में किसान पंजीयन, धान का रकबा, धान परिवहन, बारदानों की उपलब्धता, उपार्जन केंद्रों की व्यवस्था सहित धान खरीदी के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाओं की तैयारी की समीक्षा की गई। श्री चुरेन्द्र ने कहा कि शासन की मंशानुसार नियंत्रित एवं संतुलित धान खरीदी सम्पन्न हो, इसके लिए आवश्यक तैयारियों को जल्द पूर्ण कर लें। किसानों के हित में कार्य हो, वास्तविक किसानों को उनके उपज का लाभ मिले। उन्होंने खरीदी प्रारम्भ होने के पूर्व ही सभी उपार्जन केन्द्रों में धान खरीदी की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि मौसम को ध्यान में रखते हुए उपार्जन केंद्रों में तारपोलिन की व्यवस्था कर ली जाए, किसानों के लिए शुद्ध पेयजल एवं बैठने की समुचित व्यवस्था के साथ-साथ नमी मापक यंत्र,  इंटरनेट सुविधा आदि की जांच कर लें। उन्होंने कहा कि प्रत्येक धान उपार्जन के लिए निगरानी हेतु क्लास-2 ऑफिसर को नोडल बनाया जाये और धान खरीदी केंद्र हेतु निगरानी समिति का गठन किया जाए जिसमें पटवारी, आरएइओ सहित खंड स्तरीय अधिकारी शामिल हो। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि धान खरीदी के संबंध जल्द ही ब्लॉक स्तरीय बैठक कर ली जाए और अधीनस्थों को तैयारी हेतु निर्देशित करें। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करें। कोचियों-बिचौलियों, किराना व्यापारियों पर विशेष निगरानी रखें, किसी भी प्रकार की शिकायत प्राप्त होने पर तत्काल जांच कर आवश्यक कार्यवाही करें। उन्होंने कहा कि सीमावर्ती जिलों में संवेदनशील धान खरीदी केन्द्रों का चिन्हांकन कर निगरानी रखें। इस दौरान संभागायुक्त श्री चुरेन्द्र ने सम्भाग के सभी जिले के अधिकारियों से धान खरीदी हेतु आवश्यकताओं एवं समस्याओं के सम्बन्ध में भी जानकारी ली।

सरगुजा सम्भाग के 249 उपार्जन केंद्रों में होगी खरीदी-
संभाग में कुल 249 धान उपार्जन केन्द्रों के माध्यम से धान खरीदी की जायेगी। जिसमें सरगुजा जिले में कुल 54, बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में 49, सूरजपुर जिले में कुल 54, कोरिया जिले में कुल 22, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में कुल 24 एवं जशपुर में 46 उपार्जन केंद्र में खरीदी होनी है।
संभाग में कुल 177 आदिम जाति सहकारी समिति हैं जिनमें 24 अक्टूबर की स्थिति में कुल 1,97,969 किसानों द्वारा पंजीयन किया गया है। जिसका कुल धान का रकबा 269210.8 हेक्टेयर दर्ज किया गया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सम्भाग में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में 1,80,311 किसानों से 1115228.60 टन धान की खरीदी हुई, जिन्हें 1,02,265.21 करोड़ रुपए का भुगतान किया गया था।

अम्बिकापुर 25 अक्टूबर 2024/sns/ महिला एवं बाल विकास विभाग, यूनिसेफ तथा राष्ट्रीय सेवा योजना द्वारा संयुक्त रूप से गत गुरुवार को शासकीय श्यामा प्रसाद मुखर्जी महाविद्यालय सीतापुर में किशोर सशक्तिकरण एवं बाल विवाह रोकथाम पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में मुख्य वक्ता के रूप में यूनिसेफ से जिला समन्वयक श्रीमती ममता चौहान, विधिक सहपरवीक्षा अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग अंबिकापुर से श्रीमती सुमंती खाखा, वरिष्ठ वकील श्री राजेश गुप्ता द्वारा बाल विवाह रोकथाम अधिनियम, स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, जल स्वच्छता, बालश्रमिक निषेध, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ, शाला त्यागी बच्चों को पुनः शिक्षा की मुख्य धारा से जोड़ने, स्पॉन्सरशिप योजना, किशोर सशक्तिकरण जैसे विभिन्न मुद्दों पर पर विस्तार से चर्चा की गई।
कार्यशाला में मुख्य वक्ता श्रीमती ममता चौहान ने बाल विवाह के दुष्टप्रभाव और रोकथाम पर अपनी प्रस्तुतीकरण दी जिसमें छत्तीसगढ़ राज्य में बाल विवाह की स्थिति, बाल विवाह के कारण, प्रभाव, उपाय एवं बाल विवाह के खिलाफ कानूनी उपाय के बारे में जानकारी देते हुए सरगुजा जिला को बाल विवाह मुक्त करने की अपील भी की गई। महिला एवं बाल विकास विभाग से मौजूद विधिक सहपरवीक्षा अधिकारी श्रीमती सुमंती खाखा द्वारा पॉक्सो एक्ट, यौन शोषण के कानूनी प्रावधानों पर विस्तृत जानकारी दी गई। इन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में छात्रों को अवगत कराया। वरिष्ठ वकील श्री राजेश गुप्ता ने बाल मजदूरी निषेध अधिनियम 1986 एवं बाल अधिकार कानून एवं संरक्षण विषय पर चर्चा करते हुए विद्यार्थियों को स्वस्थ समाज के प्रति जागरुक किया। संस्था के प्राचार्य डॉ एस के टोप्पो के मार्गदर्शन में यह कार्यशाला संपन्न हुई। इस कार्यशाला का सफल संचालन राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डॉ रोहित कुमार बरगाह द्वारा किया गया। इस कार्यशाला में महाविद्यालय के प्राध्यापक गण, राष्ट्रीय सेवा योजना के स्वयं सेवकों, एनसीसी, रेड क्रॉस, रेड रिबन क्लब व महाविद्यालय के अन्य विद्यार्थी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *