छत्तीसगढ़

नगर पंचायत सारा गांव, जहां नहीं दिखते सड़कों पर मवेशी

जांजगीर-चांपा/ नवंबर, 2021

छत्तीसगढ़ सरकार की अधिकांश योजनाओं का उद्देश्य गांवों, किसानों, खेतीहर मजदूरों और समाज के अंतिम छोर पर निवास कर रहे लोगों का उत्थान करना है। योजनाएं तभी फली कृत होगी जब स्थानीय जनप्रतिनिधि, लाभान्वित होने वाले हितग्राही वर्ग उनकी मूल भावनाओं को आत्मसात करेंगे और उनके क्रियान्वयन में स्वयं  भागीदार बनेंगे।
     शहरी क्षेत्र में जांजगीर-चांपा जिले और  का एकमात्र और संभवतः राज्य का दूसरा गौठान संचालित है जहां मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के महत्वाकांक्षी रोका छेका अभियान का सकारात्मक क्रियान्वयन किया जा रहा है। नगर पंचायत सारागांव के अध्यक्ष श्री रामकिशन सूर्यवंशी  की अध्यक्षता में रोका छेका अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए पार्षदों चुने हुए किसानों की समिति गठित की गई है। विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के मार्गदर्शन में  सारा गांव  के इस गौठान का संचालन किया जा रहा है ।आवारा पशुओं से फसल की सुरक्षा के लिए रोका छेका अभियान का प्रभावी क्रियान्वयन किया जा रहा है। रोका छेका अभियान को प्रभावी रूप से लागू करने के कारण सारागांव क्षेत्र में किसानों की फसल की सुरक्षा के परिणाम स्वरूप उत्पादन में वृद्धि हुई है।
      छत्तीसगढ़ शासन का रोका – छेका अभियान सारा गांव के किसानों के लिए  वरदान साबित हो रहा है।  विधानसभा अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत के निर्देश पर जनभागीदारी से पौने पांच सौ आवारा मवेशियों की गौठान में सेवा की जा रही है। आवारा पशुओं से फसलों की सुरक्षा सुनिश्चित होने से सारा गांव के किसान अब शासन की मंशा के अनुरूप धान के स्थान पर अन्य रबी फसलें लगाने की तैयारी में जुट गए हैं।
       छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष के गृह ग्राम सारागांव में जनभागीदारी से गौठान का संचालन किया जा रहा है। गौठान में  नगर सीमा क्षेत्र मे आवारा घूम रहे पौने पांच सौ आवारा  मवेशियों को रखा गया है। इन पशुओं के लिए पर्याप्त चारे, पानी की व्यवस्था की गई है । जनप्रतिनिधियों की जागरूकता से छत्तीसगढ़  शासन का महत्वपूर्ण  रोका- छेका अभियान यहां वरदान साबित हो रहा है ।  गौठान समिति होली तक आवारा मवेशियों को रोककर रखा जाता है।  शासन के निर्देशानुसार धान के बाद अब रबी फसल की तैयारी  में कृषक जूट रहे हैं। इस संबंध में नगर पंचायत सारा गांव के एल्डरमेन श्री रवि शंकर पांडेय ने बताया कि छत्तीसगढ़ शासन ने वर्ष  2020- 21 में आवारा घूम रहे मवेशियों के लिये रोका छेका अभियान का आगाज किया। छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉ चरणदास महंत  द्वारा शासन के  अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन के निर्देश पर सारा गांव नगर पंचायत अध्यक्ष श्री राम किशन सूर्यवंशी, उपाध्यक्ष श्री दिलेश्वर राठौर और पार्षदों ने नगर पंचायत में  बैठक कर 11 सदस्यीय कार्यकारिणी समिति और 40 सदस्यीय गोठान समिति का गठन किया ।   8 अगस्त 2020 को नगर के सैकड़ों कृषक एकजुट हो नगर सीमा में आवारा घूम रहे 500 से भी अधिक पशुओं को गौठान में रखने का निर्णय लिया गया।

     नगर वासियों  को एकत्र कर नगर के नक्टीखार के कृष्णा देवांगन के गोपालन व कृषि केंद्र को अस्थाई गोठान बना कर मवेशियों के लिए पर्याप्त चारे पानी  की  व्यवस्था की गई।  गत वर्ष अगस्त से दिसंबर तक माह 5 माह में आवारा पशुओं के रख-रखाव में समिति द्वारा  करीब 4 लाख रुपए खर्च किए गए।  जिसे गौठान  समिति के सदस्यों ,पार्षदों और जनभागीदारी से एकत्र किया गया था।
धान की उपज में  हुई बढ़ोतरी-
  शासन के रोका- छेका अभियान का गोठान समिति द्वारा असरकारक क्रियान्वयन के  परिणाम नगर के करीब 3600 एकड़ भूमि में करीब 12 सौ कृषक  परिवार द्वारा लगाए गए धान की ऊपज में  बढ़ोतरी हुई । आवारा मवेशियों  की फसल चराई करने के कारण प्रति एकड़ दो से 4 बोरा धान की फसल क्षति होने से  बची। वहीं रोकथाम के लिए श्रमिकों को किए जाने वाले मजदूरी भुगतान खर्च में कमी आई।
गौठान का कराया गया समय पूर्व  निर्माण-

       2000 -21 में छत्तीसगढ़ शासन ने नगर में गोठान निर्माण के लिए 20 हज़ार  रुपए की  स्वीकृति दी थी। नगर पंचायत को गौठान निर्माण एजेंसी बनाया गया। बरसात के मौसम को देखते हुए गोठान समिति व पार्षद नगर के उरैहा  खार में करीब 5 एकड़ भूमि पर शासन के नियमानुसार 3 माह में ही गोठान का  निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया। गौठान तक जाने आने में सुविधा के लिए सारा गांव देवरी मुख्य मार्ग से गौठान तक करीब डेढ़ किलोमीटर मिट्टी मुरूम और कोयला डस्ट से पहुंच मार्ग बनाया गया। 12 अगस्त 2021 को शासन के रोका- छेका अभियान को सफल बनाने गठित गोठान समिति और पार्षदों ने नगर सीमा में आवारा घूम रहे मवेशियों को नवीन गोठान में रखा गया। यहां रखे गए पशुओं के लिए पर्याप्त चारे पानी की व्यवस्था सहित चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित की गई है। शासन के निर्देश के अनुसार इस गोठान में गोवर्धन पूजन, गोपाष्टमी जैसे कार्यक्रम आयोजित कर गोवंश की रक्षा का संकल्प लिया  जाता  है।
     रवि फसल व आवारा मवेशी पालकों खिलाफ कार्यवाही की की जाती है। पशुओं से फसलों की सुरक्षा होने के कारण  गौठान समिति के इस कार्य की सराहना नगर सहित आसपास के ग्रामीण अंचलों द्वारा की जा रही है। पार्षदों ने बताया शासन के निर्देशानुसार  होली त्यौहार तक गोठान  संचालित करने के अलावा छत्तीसगढ़ शासन की योजना अनुसार रवि फसल हेतु दलहन तिलहन,गेहूं  आदि की फसल लेने की तैयारी में कृषक जुट गए हैं।  नगर के आसपास के मवेशी मालिकों द्वारा नियम का पालन नहीं करने और अपने मवेशियों  को आवारा छोड़ने के खिलाफ गौठान समिति कार्यवाही करने की योजना बना रही है। जिससे  शासन के महत्वाकांक्षी रोका छेका अभियान के माध्यम से फसलें  मवेशियों से सुरक्षित हो सके और दलहन तिलहन नगद फसल लेने में आसानी हो सके।

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