जगदलपुर, दिसम्बर 2021/ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं को कलेक्टर श्री रजत बंसल, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी सुश्री ऋचा प्रकाश चैधरी और आईपीएस सुश्री अंकिता शर्मा ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए सफलता के गुर बताए। वहीं सीईएफ दुर्ग के फाउंडर डायरेक्टर और सीजी पीएससी एक्सपर्ट श्री रविन्द्रनाथ पाणीग्राही, दिल्ली में स्थित कोचिंग संस्थान के रजनीश राज ने भी युवाओं के मन में परीक्षा की तैयारी कर रहे युवाओं का हौसला बढ़ाया।
जिले के युवाओं को संघ लोक सेवा आयोग, छत्तीसगढ़ लोक सेवा आयोग सहित विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए टिप्स देते हुए अपने-अपने अनुभवों को भी साझा किया। युवाओं ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी का सही समय, विषय चयन, परीक्षा में असफलता के कारण आने वाली नकारात्मकता और निराशा को दूर करने के उपायों के संबंध में मार्गदर्शन लिया।
कलेक्टर श्री रजत बंसल ने इस अवसर पर अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि उन्हें नौकरी के दौरान दोस्तों की संगत में सिविल सर्विसेस की तैयारी की प्रेरणा मिली। वे अधिकतम तीन-चार साल तक इस लक्ष्य को प्राप्त करने का संकल्प लेकर परीक्षाओं की तैयारी में जुट गए और पहले प्रयास में ही यूपीएससी क्लियर कर आईपीएस बने। इसके उपरांत उन्होंने दूसरे प्रयास मंे आईएएस बने। उन्होंने परीक्षाओं की तैयारी के लिए कहा कि युवाओं को मैन्स की तैयारी पर फोकस करने की अधिक आवश्यकता है। इसके लिए अपने लेखन कौशल पर विशेष ध्यान देना होगा। उन्होंने परीक्षा की तैयारी के दौरान नकारात्मकता और निराशा को दूर रखने के टिप्स भी दिए। उन्होंने कहा कि इसके लिए नकारात्मक लोगों से दूर रहने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इसके साथ ही योग और ध्यान के माध्यम से भी नकारात्मकता को आसानी से समाप्त किया जा सकता है। योग और ध्यान के कारण शरीर में उत्पन्न होने वाली नई ऊर्जा के संचार के लिए इसे सभी युवाओं को अपनाने की सलाह दी। जिला पंचायत की सीईओ सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने विषय चयन के संबंध मंे सलाह देते हुए कहा कि युवाओं को ऐसे विषय का चयन करना चाहिए, जिसमें उनकी रुचि हो। उन्होंने बताया कि वे स्वयं इंजीनियरिंग की छात्रा होने के बावजूद सिविल सर्विसेस की परीक्षा के लिए राजनीतिक विज्ञान को चुना। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं द्वारा प्लान बी के संबंध में पुछे जाने पर कलेक्टर श्री बंसल ने कहा कि प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी में निश्चित नहीं कि सफलता मिले, किन्तु यह अवश्य है कि परीक्षाओं की तैयारी करने वालों की प्रतिभा निखरती है। कई व्यक्ति जो, प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल नहीं हो पाए, वे अन्य क्षेत्रों में सफलता प्राप्त कर चुके हैं। आईपीएस अंकिता शर्मा ने बताया कि वे काॅमर्स की छात्रा रही हैं तथा पिता व्यवसायी हैं। सुश्री शर्मा की रुचि भी कोसा उत्पादों में थी। यदि वे यूपीएससी क्लियर नहीं कर पाती तो वे निश्चित तौर पर कोसा व्यवसाय में हाथ आजमातीं।
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