राजनांदगांव / फरवरी 2022। महापौर श्रीमती हेमा देशमुख, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी द्वारा 100 दिन 100 जिलों में कोविड एवं टीबी के संक्रमण की कड़ी तोडऩे के अभियान आश्वासन का शुभारंभ मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में किया गया। पिरामल स्वास्थ्य द्वारा जिले के 5 विकासखंड डोंगरगढ़, अंबागढ़ चौकी, छुरिया, मोहला और मानपुर के आदिवासी ग्रामों में प्रचार-प्रसार वाहनों के माध्यम से कोविड-19 एवं क्षय रोग के संबंध में जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। ताकि लोगों में कोविड वैक्सीन के प्रति गलत धारणाओं, भ्रांतियों एवं झिझक को दूर किया जा सके और आमजन को कोविड के अनुकूल व्यवहार को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। साथ ही गांव स्तर पर क्षय रोग के संभावित मरीजों को जिन्हें 15 दिवस से अधिक खांसी होने पर सक्रिय खोज अभियान के माध्यम से लक्षणों के आधार पर बलगम की जांच करवाई जाएगी और रोग की पुष्टि होने पर सरकार द्वारा निर्धारित नि:शुल्क क्षय रोग का उपचार प्रदान किया जाएगा। ताकि क्षय रोग जैसे संक्रामक रोग को फैलने से रोका जा सके। लोगों के जांच के लिए शासकीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर जाने की आवश्यकता नहीं होगी बल्कि उनके घरों से ही जांच के लिए बलगम परीक्षण के लिए उनके ग्राम से ही परिवहन किया जाएगा।
सामुदायिक सहभगिता के पहलू को दृष्टिगत रखते हुए अभियान के दौरान ग्राम पंचायत के पंचायत सदस्यों, प्रभावशाली लोगों एवं परंपरागत वैद्यों की भी सहायता ली जाएगी ताकि गांव को टीबी मुक्त किया जा सके और टीबी के सम्बंध में लोग शिक्षित हो। यूएसएड द्वारा वित्तपोषित परियोजना को पिरामल स्वास्थ्य संस्था के द्वारा जिले में संबंधित विभाग की सहायता से क्रियान्वित किया जाएगा। कार्यक्रम में विभन्न विभागों के अधिकारियों द्वारा अभियान के लिए हरसम्भव सहयोग देने की बात की गई। इस कर्यक्रम में पिरामल स्वास्थ्य के राज्य प्रतिनिधि श्री पवन कुमार दुबे, जिला कार्यक्रम प्रतिनिधि श्री हेमंत कुमार वर्मा, जिला क्षय रोग समन्वयक श्री अबसारुल हक, जिला ट्रायबल समन्वयक श्री राजेश शुक्ला, डीआईओ डॉ. बीके तुलावी, डीपीएम श्री गिरीश कुर्रे, यूपीएम अनामिका विश्वास, प्रेरणा सहगल, डीपीसी श्री भूषण साहू, एनसीडी श्री विकास कुमार के साथ कम्युनिटी मोबिलाइजर और पैरा मेडिक्स मौजूद रहे।