कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की एक और पहल: हर महीने के दूसरे-चौथे शुक्रवार को गांव में लगेंगे शिविर
समस्याएं जानने दस दिन पहले से होगा सर्वे
कोरबा/ दूरस्थ वनांचलो से लेकर पूरे कोरबा जिले के रहवासियों के लिए अच्छी खबर है। कलेक्टर श्रीमती रानू साहू की पहल पर अब जिले वासियो को उनकी समस्याओं का मौके पर ही समाधान मिल जाएगा। जिला प्रशासन के अधिकारी- कर्मचारी अब ग्रामीणों की समस्याओं के समाधान के लिए गाँव गाँव तक पहुचेंगे। पूरे जिले में हर महीने के दूसरे और चौथे शुक्रवार को चिन्हांकित गाँव में ‘सरकार तुंहर द्वार- समस्या समाधान शिविर ‘ आयोजित होंगे। एक ग्राम पंचायत में शामिल पारा- बसाहट के साथ आसपास के गॉंवों की मिलाकर क्लस्टर के रूप में ये शिविर लगेंगे। इन शिविरों में सभी विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहेंगे।शिविरों में आमजनो की समस्याओं के संबंध में आवेदन लेकर यथा संभव समाधान तो किया ही जायेगा, इसके साथ ही ग्रामीणों की समस्याओं को जानने दस दिन पहले से गांव में सर्वे भी किया जाएगा। कलेक्टर श्रीमती साहू ने पहले शिविर का आयोजन कोरबा विकास खंड में आयोजित करने की योजना बनाई है। उन्होंने इसके लिए सभी तैयारियों को समय पर पूरा करने के निर्देश अधिकारियों को दे दिए है। संभवतः पहले समस्या समाधान शिविर कोरबा विकासखंड में इस महीने के दूसरे शुक्रवार को आयोजित होने की संभावना है।
कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने बताया कि कोरोना काल के दौरान पिछले कई दिनों से ग्रामीण इलाकों में लोगो की समस्याओं के निराकरण के लिए शिविर नही लग पाए थे। अब स्थिति सामान्य होने के बाद लोगो की समस्याओं का निराकरण उनके गांव-घर तक पहुँच कर किये जाने की योजना है। श्रीमती साहू ने बताया कि जिले में पहले ही ग्रामीण इलाकों तक इलाज की बेहतर सुविधाएं पहुचाने मेगा हेल्थ शिविर लगाए जा रहे है,अब दूसरी समस्याओ के निराकरण के लिए उसी तर्ज पर समस्या समाधान शिविर लगाए जाएंगे। गांव में दस दिन पहले से सभी विभागीय अधिकारी-कर्मचारी सर्वे कर लोगों की जरूरतों,समस्याओं और मांगो को चिन्हांकित करेंगे। शिविर के दिन चिन्हांकित लोगो को ग्राम पंचायत के माध्यम से शिविर में लाया जाएगा और मौके पर उनकी समस्याओं का यथा संभव निराकरण कर दिया जाएगा। मौके पर निराकृत नही हो सकने वाली समस्याओं और मांगो को समाधान के लिए उच्च कार्यालयों को भेज दिया जाएगा।
शिविर में इन समस्याओं का होगा समाधान
•सभी प्रकार के राजस्व प्रकरण, फौती, नामांतरण, बटंवारा, किसान किताब बनाना,राजस्व कोर्ट प्रकरणों का निराकरण, सीमांकन आदि
•राशन कार्ड बनाना, पेंशन प्रकरणों की स्वीकृति, हितग्राही मूलक योजनाओ की सामग्री वितरण
•पेयजल संबंधी समस्याओं का निराकरण, हेण्डपम्प मरम्मत, जरूरत अनुसार नए हैंड पंप खोदने की स्वीकृति, बंद नलजल और स्पॉट सोर्स योजनाओ को चालू करना- मरम्मत करना, पाइप लाईन विस्तार और अन्य काम
•आजीविका से जुड़े कार्यो की स्वीकृति, ग्रामीणों को स्व रोजगार से जोड़ना, बैंकिंग सेवाओं की समस्याओं का निराकरण
•किसानों की समस्याओं का समाधान आदि