रायगढ़, मई 2022/ 17 मई से केजीएच में चल रहे स्त्री व शिशु रोग विभाग को मातृ एवं शिशु चिकित्सालय (एमसीएच) में शिफ्ट कर संचालन शुरू कर दिया गया है। यहां मरीजों के आवागमन की सुविधा को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर श्री भीम सिंह ने एमसीएच अस्पताल तक सिटी बसों का परिचालन शुरू करने के निर्देश नगर निगम कमिश्नर को दिए। इसके साथ ही उन्होंने अस्पताल तक ऑटो से परिवहन का किराया भी निर्धारित करने के निर्देश जिला परिवहन अधिकारी को दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में संस्थागत प्रसव के बारे में चर्चा करते हुए कहा कि जिन अस्पतालों में फस्र्ट रेफरल यूनिट के तहत महिला चिकित्सकों की पोस्टिंग की गयी है उन्हें अनिवार्य रूप से मुख्यालय में रहते हुए अपनी ड्यूटी करनी है, जिससे वहां डिलीवरी के लिए आने वाली महिलाओं को प्रसव में किसी भी प्रकार की परेशानी न हो। कलेक्टर श्री सिंह ने जिले के विभिन्न अस्पतालों में पोस्टेड आरएमए तथा एएनएम के बारे में जानकारी ली। उन्होंने जिन अस्पतालों में मानव संसाधन की आवश्यकता है वहां अतिरिक्त मैन पॉवर वाली जगहों से स्टॉफ मोबिलाइज करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने डॉक्टरों द्वारा पिछले एक माह में ओपीडी तथा आईपीडी में मरीजों के इलाज के आंकड़ों की समीक्षा की। कम संख्या में मरीजों के इलाज करने वाले डॉक्टरों से उन्होंने कारणों को जाना तथा उन्हें नियमित रूप से अस्पताल में उपलब्ध रहकर मरीजों के इलाज करने के निर्देश दिए।
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में टॉयलेट तथा स्वच्छ पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए। इसके लिए उन्होंने सभी केन्द्रों में संसाधनों की उपलब्धता का जायजा लेकर आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए। उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में हमर लैब शुरू करने की तैयारियों की समीक्षा की। बताया गया कि उपकरणों की खरीदी की जा चुकी है। हमर लैब के लिए तैयार हो रहे भवनों निर्माण कार्य के पश्चात संचालन शुरू किया जाएगा। कलेक्टर श्री सिंह ने स्वास्थ्य बीमा योजनाओं के तहत मरीजों को लाभान्वित किए जाने के संंबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने सभी विकासखण्डों से योजनाओं के लाभ लेने के लिए किए गए ऑनलाईन एन्ट्री की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सभी बीएमओ तथा बीपीएम की यह जिम्मेदारी होगी कि इलाज के लिए आने वाले मरीजों को पात्रतानुसार स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ देकर उसकी ऑनलाईन एन्ट्री की जाए।
कलेक्टर श्री सिंह ने बैठक में निर्माण कार्यों की भी गहन समीक्षा की। उन्होंने तमनार, बरमकेला, खरसिया, धरमजयगढ़ के अस्पतालों में हाऊसिंग बोर्ड द्वारा किए जा रहे कार्यों की जानकारी ली। उन्होंने ईई हाऊसिंग बोर्ड को निर्माण कार्यों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। साथ ही अब तक पूर्ण हो चुके तथा शेष बचे कार्यों की डिटेल रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए कहा। इसी प्रकार सीजीएमएससी द्वारा किए जा रहे कार्यों की भी उन्होंने समीक्षा की।
इस दौरान सीईओ जिला पंचायत डॉ.रवि मित्तल, नगर निगम आयुक्त श्री संबित मिश्रा, सीएमएचओ डॉ.एस.एन.केशरी, मेडिकल कालेज अधीक्षक डॉ मनोज मिंज, पीडब्लूडी, सीजीएमएससी, स्वास्थ्य विभाग के अन्य अधिकारी सहित सभी विकासखंडों के बीएमओ व बीपीएम उपस्थित रहे।
ब्लड डोनेशन कैम्प की दे अग्रिम सूचना
कलेक्टर श्री सिंह ने अस्पतालों में ब्लड यूनिट उपलब्धता की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि मरीजों को ब्लड की जरूरत होने पर इधर-उधर भटकना न पड़े। इसके लिए उन्होंने जिले में ब्लड डोनेशन कैम्प के निरंतर आयोजन के निर्देश दिए। साथ ही कहा कि जिस स्थान पर यह कैम्प लगने जा रहा है उसकी अग्रिम सूचना संबंधित एसडीएम तथा सीईओ जनपद को अनिवार्य रूप से दी जाए। जिससे वहां रक्तदान करने वालों को मोबिलाईज किया जा सके। उन्होंने कहा कि प्रत्येक सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में आवश्यकता के अनुसार पर्याप्त संख्या में ब्लड यूनिट स्टोर करके रखने की जिम्मेदारी संबंधित बीएमओ एवं बीपीएम की होगी।
गंभीर समस्या पर मेडिकल कालेज के विशेषज्ञ चिकित्सकों के पास करें रेफर
कलेक्टर श्री सिंह ने कहा कि हाट-बाजार क्लीनिक में इलाज के लिए आने वाले मरीजों को यदि कोई गंभीर समस्या है और उन्हें विशेषज्ञ से उपचार की आवश्यकता है तो मरीजों का पूरा परीक्षण कर उन्हें तत्काल संबंधित विशेषज्ञ के पास मेडिकल कालेज अस्पताल में रिफर करें। जिससे उस मरीज को समय पर उसका इलाज मिल सके। उन्होंने धन्वंतरि मेडिकल स्टोर्स से किफायती दरों पर मिलने वाले जेनेरिक दवाओं का लाभ अधिक से अधिक मरीजों को उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए। इसके लिए इन मेडिकल स्टोर्स को अस्पतालों के करीब संचालित करने तथा व्यापक प्रचार-प्रसार करने के निर्देश सभी बीएमओ को दिए।