रायपुर, सितंबर 2022, महिला बाल विकास विभाग द्वारा जिले की समस्त आंगनबाड़ी केंद्रों में राष्ट्रीय पोषण माह मनाया जा रहा है। इसी कड़ी में मंदिर हसौद परियोजना के खौली सेक्टर की ग्राम टेकारी में सेक्टर स्तरीय पोषण जागृति शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर के माध्यम से लोगों को पोषण आहार के बारे जागरूक किया गया एवं प्रदेश से कुपोषण को समाप्त करने का संदेश देने का प्रयास किया गया ।
इस सम्बन्ध में खौली सेक्टर की पर्यवेक्षक अल्का सक्सेना ने बताया: “आंगनबाड़ी केंद्र की लाभार्थी बालिकाओं ने सब्जियों का लच्छा, ककनी, तोड़ा, करधन बनाकर एवं पोषण परी बनकर समुदाय को सही पोषण देश रोशन का संदेश दिया। पोषण परी को सोयाबड़ी, सब्जियों, भाजियों से बने गहनों से सजाया गया। केले के पत्तों के पंख लगाए गए। पोषण परी ने पौष्टिक आहार, और संतुलित आहार को अपने भोजन में शामिल करने का संदेश दिया। जिसमें मौसमी फलों, सब्जियों, भाजियों और अनाज के पौष्टिक गुणों के बारे में गर्भवती महिलाओं, शिशुवती माताओं और किशोरियों को दैनिक जीवन में पौष्टिक तत्व युक्त आहार को शामिल करने, अपने गांव को कुपोषण मुक्त करने के बारे में जागरूक किया गया। कुपोषण पर विजय अगर पाना है तो पौष्टिक अनाज,सब्जियों और भाजियों का उपयोग करना होगा। प्रत्येक दिन सभी को एक मौसमी फल और भाजियों को खाने के लिए प्रेरित किया।“
पर्यवेक्षक अल्का सक्सेना ने आगे बताया: “ पोषण जाग्रति शिविर में सभी लोगों को मिलकर कुपोषित बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए आगे आने की सलाह दी गई। स्वस्थ रहने के लिये अपने आहार में प्रतिदिन सुबह भीगा और अंकुरित चना, खाने में मुनगा, उसकी भाजी, सुखा पावडर खाने में डालकर या खाना खाने के बाद गुड़ खाने से अनीमिया से बचाव की जानकारी भी लाभार्थियों को दी गई।आकर्षक रंगोली के बाद भाजियों बरबटी ,खीरे का उपयोग कर पोषण छतरी भी बनाई गई। “
इस अवसर पर पौष्टिक अनाज,सब्जियों,भाजियों का उपयोग कर आकर्षक रंगोली भी बनाई गई। पोषण शिविर में ग्राम सरपंच नंदा यादव के साथ खौली सेक्टर की समस्त आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका ग्राम की मितानिन, समूह की महिला सदस्य बच्चों की माताएं, गर्भवती महिलाएं, शिशुवती माताएं उपस्थित रही। कार्यक्रम के अंत में सभी को अंकुरित अनाज का सलाद भी दिया गया।