सैनिकों और परिजनों से बातचीत कर सुनी उनकी समस्याएं
निःशुल्क नेत्र जांच और ईसीजी जांच के लिए लगाया गया शिविर
बिलासपुर, अक्टूबर 2022/कलेक्टर श्री सौरभ कुमार की अध्यक्षता में आज सैनिक कल्याण बोर्ड की बैठक आयोजित की गई। कलेक्टर ने कहा कि यह हमारा कर्तव्य ही नहीं बल्कि सम्पूर्ण जिम्मेदारी है कि हम अपने सैनिकों एवं उनके परिवारों की देखभाल करें और उनके हित में कार्य करें। सैनिक कल्याण कार्यालय के सभागार में आयोजित बैठक में उन्होंने कहा सैनिकों की समस्याओं के समाधान के लिए सैनिक कल्याण बोर्ड का गठन किया गया है। इस बोर्ड के माध्यम से हम उनकी समस्याएं दूर कर पाएंगे, तभी बोर्ड की सार्थकता साबित होगी। सेना के जवान जिन्होंने देश की रक्षा और शांति के लिए अपना सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उनके और परिवार के कल्याण के लिए बोर्ड द्वारा हर संभव कोशिश की जाएगी। कार्यालय परिसर में सैनिकों और उनके परिवारजनों के लिए निःशुल्क नेत्र जांच और ईसीजी जांच के लिए शिविर भी लगाया गया।
इस अवसर पर कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने बिलासपुर संभाग के बिलासपुर, मुंगेली, कोरबा, जांजगीर-चांपा, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही, सक्ती जिले से आमंत्रित सैनिकों, भूतपूर्व सैनिकों एवं परिवारजनों से चर्चा भी की। चर्चा के दौरान कोरबा जिले से आए लोगों ने बताया कि वहां कैंटीन नहीं होने के कारण बिलासपुर तक आना पड़ता है, जिससे आने-जाने में असुविधा होती है। कलेक्टर ने उनकी समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए मोबाईल कैंटीन सुविधा उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया। इसी प्रकार कलेक्टर ने सभी की समस्याओं को इत्मीनान से सुना और यथासंभव मदद करने की बात कही। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल कुलदीप सहगल ने सैनिक कल्याण बोर्ड के गठन और कार्याें पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने राज्य शासन द्वारा प्रदत्त कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी और आज आयोजित बैठक के संबंध में भी जानकारी दी। कलेक्टर श्री सौरभ कुमार ने कार्यालय के परिसर में अशोक का पौधा लगाया। कार्यक्रम में जिला सैनिक कल्याण कार्यालय के कल्याण संयोजक सूबेदार मेजर शिवेन्द्र पाण्डेय, कल्याण बोर्ड के उपाध्यक्ष कर्नल राकेश बिसेन, कर्नल एस.के. गुप्ता, पैराकमांडो पुरूषोत्तम कुमार चंद्रा, कैप्टन बी.के. शर्मा, सदस्य उप संचालक रोजगार श्री अमरचंद पहाड़े, डॉ. विनोद तिवारी, श्री महेन्द्र प्रताप राणा सिंह, श्री पी.के. चंद्रा, जिला शिक्षा अधिकारी श्री डी.के. कौशिक सहित अन्य पदाधिकारी, सैनिक, भूतपूर्व सैनिक और उनके परिवारजन मौजूद थे।