छत्तीसगढ़

विकासखंड खरसिया में चार दिवसीय क्षमता विकास प्रशिक्षण संपन्न

रायगढ़, दिसम्बर 2022/ राज्य परियोजना कार्यालय समग्र शिक्षा के निर्देशन में विकासखंड खरसिया में चार दिवसीय एफ.एल.एन.प्रशिक्षण आयोजित हुआ। विकासखंड स्तरीय एफ.एल.एन.मेंटर्स प्रशिक्षण का शुभारंभ विकास खण्ड स्त्रोत केन्द्र समन्वयक श्री प्रदीप कुमार साहू के द्वारा किया गया। इस अवसर पर संभाग से प्रशिक्षण प्राप्त मास्टर ट्रैनर्स जिला स्त्रोत समूह के सदस्य रामकुमार पटेल व खगेश्वर प्रसाद पटेल और सभी संकुलों से चयनित 2-2 भाषा एवं गणित शिक्षक उपस्थित थे।
इस दौरान विकास खण्ड स्त्रोत समन्वयक के द्वारा एफ.एल.एन.के संबंध में विस्तार से बताया गया कि एफ.एल.एन.मिशन 2023 निपुण भारत के तहत मूलभूत साक्षरता और संख्यात्मक ज्ञान मिशन है। हमारे देश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 का क्रियान्वयन प्रारंभ हो चुका है। इसकी व्यापकता और समावेशिता के लिए इसकी काफी सराहना की गई है। यह नीति पूर्व स्कूली शिक्षा को औपचारिक संस्थागत रूप से प्रबंधित शिक्षा प्रणाली के मुख्य भाग में लाने की वकालत करने वाली पहली नीति है। इस नीति का एक और महत्वपूर्ण जोर कक्षा 3 तक के सभी बच्चों में मूलभूत साक्षरता और अंक ज्ञान एफ.एल.एन.कौशल विकसित करने पर है। नीति द्वारा एफ.एल.एन.से जुड़ी प्रमुखता को इसकी पुन:पुष्टि से समझा जा सकता है कि बाकी नीति हमारे छात्रों के लिए तभी प्रासंगिक होगी जब यह सबसे बुनियादी सीखने की आवश्यकता यानी बुनियादी स्तर पर पढऩा, लिखना और अंकगणित पहले हासिल हो हर बच्चे को बुनियादी एफ.एल.एन. कौशल से लैस करने की चुनौती को ध्यान में रखते हुए एफ.एल.एन. के लिए एक राष्ट्रीय मिशन, नेशनल इनिशिएटिव फॉर प्रोफिशिएंसी इन रीडिंग विद अंडरस्टैंडिंग एंड न्यूमेरसी या निपुण भारत, भारत सरकार द्वारा शुरू किया गया है।
मिशन का विजन बुनियादी साक्षरता और अंक ज्ञान के सार्वभौमिक अधिग्रहण को सुनिश्चित करने के लिए एक सक्षम वातावरण तैयार करना है, ताकि प्रत्येक बच्चा कक्षा 3 के अंत में पढऩे,लिखने और अंक ज्ञान में वांछित सीखने की दक्षता हासिल कर सके। मिशन तीन से नौ वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों की सीखने की जरूरतों को पूरा करेगा। तदनुसार, उनके संभावित कारणों के साथ सीखने के अंतराल की पहचान की जाएगी और स्थानीय परिस्थितियों और देश की विविधता को ध्यान में रखते हुए विभिन्न रणनीतियां शुरू की जाएंगी। इसके अलावा, इसका उद्देश्य पूर्वस्कूली चरण और शुरुआती कक्षाओं के बीच एक मजबूत कड़ी और सुचारु संबंध स्थापित करना भी है। एफएलएन एक राष्ट्रीय मिशन है जिसका अर्थ होता है। मूलभूत साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान है। एफएलएन को भारत सरकार की नई शिक्षा नीति के निपुण भारत मिशन के अंतर्गत लागू किया गया है। जिसका मुख्य उद्देश्य वर्ष 3 से 9 तक आयु वर्ग के सभी बच्चों का समग्र विकास करना है। इस चार दिवसीय एफ.एल.एन.मेंटर्स प्रशिक्षण का आज समापन किया गया। जिसमें मास्टर रामकुमार पटेल व खगेश्वर पटेल के द्वारा विकासखंड खरसिया के सभी संकुलों के एक भाषा व एक गणित के शिक्षकों मेंटर्स को निपुण भारत मिशन, बुनियादी भाषा एवं गणित, आदि एफ एलएन आधारित महत्वपूर्ण विषयों पर प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें सभी प्रतिभागी शिक्षकों ने पूरी रुचिपूर्वक, मनोरंजक व खेल-खेल में गतिविधि द्वारा प्रशिक्षण प्राप्त किया। इस प्रशिक्षण उपरांत सभी प्रतिभागी शिक्षक अपने-अपने संकुलों के सभी विद्यालयों के शिक्षकों को प्रशिक्षित कर सभी शालाओं में निपुण भारत मिशन अंतर्गत एफ.एल.एन.आधारित दक्षता प्राप्त करने मे आवश्यक सहयोग देंगे। प्रशिक्षण की सतत मॉनिटरिंग विकास खण्ड शिक्षा अधिकारी एल.एन.पटेल के द्वारा की गई।

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