छत्तीसगढ़

कलेक्टर ने किया रुरल इन्डस्ट्रीयल पार्क गोठानों का दौरा

निर्माण कार्य जनवरी माह तक पूर्ण करने के दिए निर्देशमहिला समूहों की रुचि अनुसार करे गतिविधियों का चयन- कलेक्टर सुकमा, दिसम्बर 2022/ छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल रीपा अथवा रुरल इन्डस्ट्रीयल पार्क विकास के तहत जिले में संचालित चिन्हित गौठानों में रोजगार मूलक गतिविधियों के प्रोत्साहन हेतु स्थायी अधोसंरचना का निर्माण किया जा रहा है। इसमें मूलतः स्व सहायता समूहों के लिए पोहा, मसाला, आचार, पेपर प्लेट निर्माण आदि यूनिट का संचालन किया जाएगा। जिले में प्राथमिक चरण पर 6 गौठानों में रीपा स्थापित किया जा रहा है। कलेक्टर श्री हरिस. एस ने आज सुकमा ब्लाक अंतर्गत रामाराम गौठान और कोण्टा विकासखण्ड अंतर्गत नागलगुण्डा और एर्राबोर ग्राम गौठान का दौरा कर प्रगतिरत कार्यों की समीक्षा की। इस दौरान सीईओ जिला पंचायत श्री देवनारायण कश्यप भी उनके साथ उपस्थित रहे।
कलेक्टर श्री हरिस.एस ने गौठानों के निरीक्षण के दौरान सभी निर्माण कार्यों जैसे की कम्पोसीट शेड, नाली आदि को जनवरी माह तक पूर्ण करने के निर्देश दिए है। जिससे फरवरी माह में सभी आवश्यक मशीनों की स्थापना कर टेस्टींग की जा सके। इसके साथ ही उन्होंने स्व सहायता समूह की महिलााओं को आवश्यक प्रशिक्षण प्रदान करना सुनिश्चित करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने महिला समूहों से चर्चा करते हुए गौठान में वर्तमान में संचालित की जा रही गतिविधियों और उनसे हुए लाभ की जानकारी ली। जिसपर महिलाओं ने वर्मी खाद उत्पादन, सब्जी उत्पादन, ब्रायलर मुर्गी पालन आदि के संबंध में अवगत कराया। नागलगुण्डा गौठान में महिला समूहों ने बताया कि पूर्व में उन्होंने सब्जी लगाई थी, किन्तु फेसिंग टूट जाने के कारण पशुओं द्वारा उत्पाद नष्ट किए जाने से वे हतोत्साहित होकर केला, पपीता आदि लगाने हेतु इच्छुक है। कलेक्टर ने उन्हें बताया कि केला एवं पपीता से साल में एक बार ही लाभ होगा, जबकि साग भाजी से पूरे साल भर लाभ लिया जा सकता है। अभी साग सब्जी उत्पादन के लिए मौसम भी अनुकूल है, यह कहते हुए उन्होने महिलाओं को गौठान में सब्जी लगाने के लिए प्रेरित किया। इसी प्रकार रामाराम गौठान में उन्होंने आचार ईकाई को देखते हुए नींबू के बड़े पौधों का रोपण करने के लिए सीइओ जनपद को निर्देषित किया।
गौठानों में रीपा के तहत मासाला उत्पादन, पेपर प्लेट, टिश्यू पेपर, आचार, पोहा, साबुन, अण्डा, ईंट निर्माण आदि के ईकाई स्थापित की जानी है। जिसके लिए कम्पोसीट वर्किंग शेड का निर्माण किया जा रहा है। कलेक्टर ने रीपा नोडल अधिकारी श्री महेन्द्र चौहान से चर्चा करते हुए कहा कि रीपा के तहत ऐसी गतिविधियों को चयनित करें, जिसमें महिलाओं की रुची हो और अधिक महिलाओं को संलग्न किया जाए ताकि उत्पादन अच्छा हो। उन्होंने महिलाओं को बताया कि शासन द्वारा एक बार ही गतिविधि संचालन हेतु कच्चा माल खरीदने, मशीन लगाने आदि के लिए राशि प्रदान की जाएगी। इसके पश्चात बेहतर ढंग से उत्पादन कर वे लाभ अर्जित कर सकती हैं, और लाभांश से स्वयं कच्चा माल, मशीन मरम्मत आदि कार्यों को करना होगा। प्रशासन द्वारा उत्पादों की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराना और मार्केटिंग सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने बताया की रीपा का उद्देश्य महिला समूहों को औद्योगिक रूप से मजबूत और आत्मनिर्भर बनाना है।

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