गौरेला पेंड्रा मरवाही, जनवरी 2023/ जिले में अब तक समर्थन मूल्य पर 6 लाख 82 हजार 883 क्विंटल धान की खरीदी की जा चुकी है। धान उपार्जन के लिए 19 केंद्र बनाए गए है। जिला विपणन अधिकारी से प्राप्त जानकारी के अनुसार अब तक धान उपार्जन केंद्र धनौली में 62 हजार 579.20 क्विंटल, लालपुर में 58 हजार 091.60 क्विंटल, लरकेनी में 62 हजार 688.40 क्विंटल, मेढुका में 54 हजार 207.20 क्विंटल, पेंड्रा में 49 हजार 922.80 क्विंटल, सिवनी में 47 हजार 803.20 क्विंटल, नवागांव (पेंड्रा) में 39 हजार 723.20 क्विंटल, भर्रीडांड में 38 हजार 962.80 क्विंटल, देवरीकला में 37 हजार 470.80 क्विंटल, गौरेला में 31 हजार 386.80 क्विंटल, तरईगांव में 33 हजार 046 क्विंटल, मरवाही में 31 हजार 788.40 क्विंटल, खोडरी में 29 हजार 790.40 क्विंटल, बंसीताल में 27 हजार 143.20 क्विंटल, परासी में 23 हजार 806.80 क्विंटल, तेंदुमूंडा 19 हजार 240.80 क्विंटल, कोडगार में 17 हजार 864.40 क्विंटल, बस्ती मंे 8 हजार 859.60 क्विंटल और धान उपार्जन केंद्र जोगीसार में 8 हजार 714.80 क्विंटल धान खरीदी हो चुका है
संबंधित खबरें
मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वर्ल्ड इकोनामिक फोरम के कार्यक्रम में शामिल हुए
ब्रेकिंग मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल अपने निवास कार्यालय से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वर्ल्ड इकोनामिक फोरम के कार्यक्रम में शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने कहा कि एक छत्तीसगढ़िया होने के नाते प्रकृति के प्रति सम्मान और श्रद्धा हमारे खून में है। राज्य के 42 प्रतिशत हिस्से में वन क्षेत्र है। और हम साल दर साल 3 […]
आमचो सरगी प्रकृति हर्र में मुख्यमंत्री बने सैलानी,ओपन जिप्सी में लिया प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद,मुख्यमंत्री ने वन चेतना केन्द्र कोण्डागांव ‘आमचो सरगी प्रकृति हर्र, कोंडानार का किया लोकार्पण
श्मशान और कचरा डंपिंग क्षेत्र अब बन गया रमणीय स्थल आमचो सरगी प्रकृति हर्र कोंडानार-छत्तीसगढ़ का ऋषिकेश बुकलेट का हुआ विमोचन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल को वुड आर्टिस्ट श्री शिवचरण ने उनका वुडन पोट्रेट भेंट किया रायपुर, 27 मई, 2022/कोण्डानार का वह स्थल जहां कभी किया जाता था शव दहन और नगर का कचरा डम्प। […]
अब राष्ट्रीय उद्यान से लगे ग्रामो में बस्तर पहाड़ी मैना की गूंज सुनाई दे रही
जगदलपुर, 26 अप्रैल 2023/ कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान के मैना मित्र व फ्रंट लाइन स्टाफ के निरंतर प्रयास से अब बस्तर पहाड़ी मैना के संख्या में वृद्धि होने से आस पास के ग्रामों में भी देखने को मिल रही है। ज्ञात हो कि छत्तीसगढ़ के राजकीय पक्षी पहाड़ी मैना का प्राकृतिक रहवास कांगेर घाटी राष्ट्रीय […]