छत्तीसगढ़

गौठान में पशुओं को पहुंचाकर करेंगे फसल की सुरक्षा

— ग्राम स्तर पर होंगी बैठकें, सरपंच, ग्रामीण, जनप्रतिनिधि सहित अधिकारी, कर्मचारी निभाएंगे सहभागिता
जांजगीर-चांपा। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के निर्देशन एवं जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. ज्योति पटेल के मार्गदर्शन में खरीफ फसल की बुआई के पूर्व खुले में चराई कर रहे पशुओं के नियंत्रण करने के लिए जिले में रोका-छेका अभियान चलाया जाएगा। इसके लिए गांव में बनाई गई गौठान में मवेशियों को भेजने के लिए पशुपालकों को प्रेरित किया जाएगा और ग्राम सरपंच, पंच, जनप्रतिनिधि तथा ग्रामीणजन सहित अधिकारी, कर्मचारी की सहभागिता निभाते हुए स्थानीय परिस्थितियों के अनुरूप 17 जुलाई तक ग्राम पंचायत स्तर पर बैठक करने के निर्देश उपसंचालक कृषि, उपसंचालक पशु चिकित्सा सेवाएं एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत को पत्र जारी कर दिए हैं।
जिला पंचायत मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ. ज्योति पटेल ने बताया कि रोका छेका कार्यक्रम के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बैठक करने के निर्देश दिए हैं। जिपं सीईओ ने बताया कि राज्य शासन की मंशानुरूप एनजीजीबी के तहत बनाए गए गौठानों में रोका-छेका परंपरा के अनुसार अभियान चलाया जाएगा, जिसमें पशुपालकों की सहभागिता के साथ गौठानों में नियमित रूप से मवेशी पहुंचे इसके लिए चरवाहे की व्यवस्था की जाएगी। इसके साथ ही मवेशियों को गौठान में ही भेजने के लिए गांव में मुनादी कराई जाएगी। गौठानों में पशुओं के प्रबंधन व रखरखाव की उचित व्यवस्था करने के लिए गौठान प्रबंधन समिति की बैठक आयोजित की जाएगी। उन्होंने कहा कि गौठान समिति अगर सक्रिय रूप से कार्य नहीं कर रही होगी तो आवश्यकतानुसार प्रभारी मंत्री के अनुमोदन से समिति में संशोधन करते हुए सदस्यों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा
जिपं सीईओ ने कहा कि बारिश के दिनों में पशुओं में बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है ऐसे में गौठान में आने वाले पशुओं के लिए नियमित रूप से स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से जांच की जाएगी और बीमार पशुओं का इलाज किया जाएगा, ताकि किसी तरह की कोई बीमारी न हो। इसके अलावा बारिश में गौठान में जलभराव की स्थिति निर्मित न हो इसके लिए जल निकासी की समुचित व्यवस्था की जाएगी एवं पशुओं को बैठने के लिए पर्याप्त सूखा स्थान सुरक्षित किया जाएगा।
किसानों को जैविक खाद के लिए करेंगे प्रेरित
जिपं सीईओ ने गौठान से जुड़े अधिकारी, नोडल अधिकारी, सचिव, गौठान समिति, स्व सहायता समूह की महिलाओं को जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को प्रेरित करने कहा है। उन्होंने कहा कि गोधन न्याय योजना के माध्यम से गोबर से वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया जा रहा है, जिसके बारे में किसानों को अवगत कराया जाएगा। इसके अलावा गौठान में आने वाली गायों के लिए बारिश के दिनों में पर्याप्त मात्रा में पैरा की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा ग्रीष्मकालीन फसल लगाई गई थी उन किसानों को प्रेरित करते हुए पैरादान कराया जाएगा, इसके साथ ही गौठान में चारागाह के माध्यम से हरी घास, नेपियर घास का उत्पादन किया जाएगा।

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