छत्तीसगढ़

नदी पार कर पहुंचे विधायक, कलेक्टर, जनप्रतिनिधि एवं विभागीय अमला

मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के मंशानुसार शासन की विभिन्न योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने महत्वपूर्ण प्रयास

जिले के सुदूर एवं संवेदनशील क्षेत्र कोटेर में पहुंचने के लिए कमर तक नदी के पानी को पार कर पहुंचा प्रशासन

आजादी के 75 वर्षों के बाद पहली बार जिला कलेक्टर ने सुदूर गांव कोटेर में बुनियादी सुविधाओं की जानकारी लेने ग्रामीणों से हुए रूबरू

बीजापुर 11 अगस्त 2023- बीजापुर जिला भौगोलिक दृष्टिकोण से पहाड़, पठार, नदी, जंगलों से घिरा हुआ है सामान्य जिलों की अपेक्षा यहां शासकीय योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहंुचाना काफी जटिल काम होता है। भौगोलिक के साथ-साथ यहां की सबसे बड़ी समस्या नक्सलवाद है जिसके वजह से संवेदनशीलता और भी बढ़ जाती है। विपरीत परिस्थितियों के बावजूद क्षेत्रीय विधायक एवं जिला प्रशासन के विशेष पहल पर अब धीरे-धीरे उन जगहों पर भी प्रशासन की पहुंच बन रही है। जहां कभी कोई जनप्रतिनिधि, शासकीय अमला नहीं पहुंच पाते थे। ऐसे ही बीजापुर ब्लाक के गंगालूर क्षेत्र में बसे ग्राम कोटेर है, जहां विधायक श्री विक्रम शाह मंडावी, जिला पंचायत अध्यक्ष श्री शंकर कुड़ियम, कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा सहित जिला, जनपद एवं पंचायत स्तर के जनप्रतिनिधि सहित शिक्षा, स्वास्थ्य, पीएचई, क्रेडा, महिला बाल विकास सहित विभिन्न विभागों के जिला अधिकारी एवं मैदानी अमला पहुंच और ग्रामीणों की मूलभूत सुविधाओं की सुध ली।
विधायक, कलेक्टर एवं जनप्रतिनिधियों का गायता, पेरमा, पुजारी ने आत्मीय स्वागत कर ग्रामीणों ने विभिन्न बुनियादि सुविधाओं और अपनी मांगों से अवगत कराया, जिसमें त्वरित पहल की गई। ग्रामीणों ने एकल शिक्षकीय स्कूल की समस्या से अवगत कराया जिसमें विधायक एवं कलेक्टर ने गांव के ही ग्रेजुएट युवा को शिक्षादूत के रुप में व्यवस्था करने मौके पर उपस्थित जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिए। वहीं आंगनबाड़ी केन्द्र में विद्युत व्यवस्था सुचारु रुप से संचालित करने सहित ग्राम कोटेर के सभी ट्रांसफार्मरों को तकनीकी अमलों द्वारा मौके पर परीक्षण कराया गया जिसमें सभी ट्रांसफार्मर का सही होना पाया गया एवं केबल जलने की बात बतायी। विधायक ने दो दिवस के भीतर केबल लगाकर विद्युत व्यवस्था को सुचारु रुप से संचालित करने के निर्देश दिए। पानी की समस्या से ग्रामीणों ने अवगत कराया जिस पर डोंगरीपारा, पटेलपारा और नयापारा के बोरिंग को मरम्मत कराने, नया पाईप लगाने के निर्देश दिए। जल जीवन मिशन के तहत् सभी घरों में नल कनेक्शन जल्द प्रदाय कराने एवं क्रेडा विभाग से 5 नग ड्यूल पंप लगवाने की बात ग्रामीणों को बताया गया। बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु नियमानुसार स्वास्थ्य केन्द्र बनाने की बात कही गई। वहीं ग्रामीणों ने बताया कि व्यक्तिगत वनाधिकार पत्र के 60 प्रकरण सीईओ जनपद कार्यालय में जमा होने की बात बताई। विधायक श्री विक्रम मंडावी ने ग्रामीणों को शासन की विभिन्न योजनाओं से लाभान्वित होने के लिए प्रेरित किया। वहीं गांव में 12 महिला स्व सहायता समूह वर्तमान में जो कार्यरत हैं। गोबर खरीदी, वर्मीखाद उत्पादन और साग-सब्जी उत्पादन कार्य कर रही उनको विधायक ने शासन के विभिनन योजनाओं से जुड़कर आर्थिक गतिविधियों को संचालित करने मार्गदर्शन दिया और सुगमतापूर्वक ऋण प्रदाय होने की जानकारी दी मौके पर उपस्थित सीईओ जनपद पंचायत श्री दिलीप उईके को समूह की महिलाओं को मार्गदर्शन एवं सहयोग करने के निर्देश दिया गया और गौठान समिति का नियमित बैठक लेकर शासन की योजनाओं अध्यक्ष एवं सदस्य को शासन से मिलने वाली राशि के बारे में विस्तार से बताया।
कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा ने नदी पर रपटा बनाने के लिए ग्रामीणों को आश्वस्त किया कलेक्टर ने कहा कि बारिश के दिनों में संपर्क टुट जाने के कारण स्वास्थ्य सहित विभिन्न बुनियादि सुविधाओं के लिए ग्रामीणों को वंचित न होना पड़े इसलिए जल्द ही रपटा बनाने की बात कही। वहीं व्यक्तिगत वनाधिकार पत्र के लिए कोई हितग्राही अगर छूट गया हो तो तत्काल आवेदन करने को कहा ताकि सभी आवेदनों पर नियमानुसार जल्द स्वीकृति प्रदान की जा सके। ज्ञात हो कि वनाधिकार पत्र पहले सिर्फ आदिवासियों को मिलता था किंतु अब शासन के नियमानुसार तीन पीढ़ी से निवासरत अन्य पिछड़ा वर्ग समुदाय को भी प्रदाय किया जा रहा है। ग्राम कोटेर में केवल तेलगा समाज के लोग ही निवास करते हैं। 175 घरों में लगभग एक हजार जनसंख्या निवास करती है। कलेक्टर ने सभी ग्रामीणों से आग्रह करते हुए कहा कि अपने बच्चों को अनिवार्य रूप से स्कूल भेजे शिक्षा से जागरूकता आती है और बच्चों का सर्वांगीण विकास शिक्षा के माध्यम से होता हैं विधायक ने अपने भ्रमण के दौरान गंगालूर, रेड्डी सहित चेरपाल में जनचौपाल आयोजित कर ग्रामीणों की मूलभूत सुविधाओं की जानकारी ली सड़क, बिजली, पानी, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित विभिन्न बुनियादि सुविधाएं उपलब्ध कराने हेतु संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। इस दौरान जनपद अध्यक्ष श्रीमती बोधी ताती, उपाध्यक्ष श्री सोनू पोटाम, जिला शिक्षा अधिकारी श्री बलीराम बघेल, मुख्य कार्यपालन अभियंता विद्युत श्री डीआर उर्वसा, मुख्य कार्यपालन अभियंता लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी श्री डीसी नारनोरे, जिला परियोजना अधिकारी, महिला एवं बाल विकास श्री लूपेन्द्र महिनाग, जनपद सीईओ श्री दिलीप उईके, तहसीलदार श्री डीआर ध्रुव सहित जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी-कर्मचारी मौजूद थे।

छत्तीसगढ़ शासन के महत्वाकांक्षी योजना के तहत प्रत्येक भूमिस्वामी को निःशुल्क बी-1, खसरा का वितरण

बीजापुर 11 अगस्त 2023- छ.ग. शासन राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर अटल नगर के महत्वाकांक्षी योजना के तहत् प्रत्येक भूूमिस्वामी कृषक को मानक प्रचालन प्रणाली अंतर्गत बीजापुर जिले के सभी तहसीलों के प्रत्येक ग्राम में शिविर लगाकर हर भूमिस्वामी किसान को उसके स्वामित्य केे भूमि के खसरा एवं बी-1 का निःशुल्क वितरण किया जा रहा है। जो कृषक दिव्यांग हैं या किसी बीमारी से ग्रसित हैं उन्हें ग्राम का पटेल या पटवारी घर जा कर प्रदान कर रहे हैं। भूमि के रिकार्ड मिल जाने से किसानों को आगामी खरीफ मौसम में खेती के लिए आर्थिक सहायता, कृषि ऋण आदि लेने में आसानी होगी। इसके साथ ही आय, निवास, जाति आदि दस्तावेज बनाने के लिए भी भूमि के रिकार्ड का उपयोग किया जा सकेगा। साथ ही किसी भूमिस्वामी के द्वारा इन अभिलेखों को अस्वीकार किया जाता है तो उनको इस योजना के उद्देश्य से अवगत कराया जायेगा और फिर भी वह अस्वीकार करे तो इस आशय की अभ्युक्ति वितरण पंजी में पटवारी के द्वारा दर्ज कर दी जायेगी और अवितरित अभिलेख तहसीलदार को वापस कर दिये जायेंगे। अभिलेखों के वितरण के दौरान यदि यह संज्ञान में आता है कि भूमिस्वामी की मृत्यु हो गयी है तो पटवारी या तहसीलदार का यह दायित्व होगा कि वह ऐसे मृतक भूमिस्वामी के नामांतरण की कार्यवाही किया जावेगा।

प्राकृतिक आपदा पीड़ितो के 4 वारिसों को 16 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि स्वीकृत

बीजापुर 11 अगस्त 2023- कलेक्टर श्री राजेन्द्र कुमार कटारा द्वारा राजस्व पुस्तक परिपत्र (6)4 के तहत् प्राकृतिक आपदा पीड़ित परिवारों को 4-4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान करने की स्वीकृति दी गई है। जिसके अंतर्गत सर्पदंश से मृत्य के 2 प्रकरण में मृतिका कांता टिंगे के निकटतम वारिस उनके पति श्री राजन्ना, मृतक सोमडु पोयामी के निकटतम वारिस उनकी पत्नि श्रीमती आयती पोयामी व इसी तरह तालाब में डुबने से मृत्यु के 2 प्रकरण में मृतिका राधिका पोयामी के निकटतम वारिस उनके पिता श्री मानु पोयामी एवं मृतिका शांति मज्जी के निकटतम वारिस उनकी बहन भारती मज्जी इनमें से प्रत्येक को 4-4 लाख रुपए की स्वीकृति दी गई है। उक्त स्वीकृत आर्थिक सहायता राशि का भुगतान संबंधित हितग्राहियों के बैंक खाते में डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर के माध्यम से किये जाने के निर्देश संबंधित तहसीलदार को दिए गए हैं।

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