कलेक्टर के निर्देश पर सभी एसडीएम, राजस्व अधिकारी, पुलिस बल व राहत टीम के साथ कर रहे है बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों को दौरा
बढ़ा से प्रभावित परिवार के लिए राहत शिविर व अन्य सुरक्षित स्थानों में ठहरने की व्यवस्था बनाई गई, भोजन सहित अन्य आवश्यक सुविधा उपलब्ध कराई गई
जिला प्रशासन की टीम राहत कार्य के लिए लगातार मुस्तैद, जिले में बारिश की स्थिति पर रखी जा रही सतत निगरानी
कवर्धा, 15 सितंबर 2023। जिले में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश की स्थिति को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा अलर्ट रहते हुए राहत कार्य किया जा रहा है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में जिला प्रशासन की टीम मुस्तैद होकर कार्य में लगी हुई है। बाढ़ में फसे हुए तथा प्रभावित लोगों को शिविर में ठहराया जा रहा और भोजन की व्यवस्था की जा रही है। जिले के सभी विकासखण्ड के क्षेत्रों के नदी, नाले, रपटा उफान पर है। नदी-नाले के किनारें गांवों में अधिक जल भराव से बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे के निर्देश पर जिले के सभी एसडीएम, तहसीलदार, पुलिस और जिला सेनानी के जवानों द्वारा जिले में बाढ़ की स्थिति पर सतत मॉनिटरिंग की जा रही है और जरूरत के आधार पर राहतदल द्वारा बाढ़ प्रभावितों को राहत पहुंचाई जा रही है।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे जिले में लगातार हो रही बारिश की स्थिति को देखने स्वयं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे और राहत कार्य का जायजा लिया। उन्होंने बोड़ला विकासखंड के ग्राम कोडार में सकरी नदी के समीप बने घरों में पहुंच कर नदी के जलस्तर का जायजा लिया। उन्होंने घर के पास बेरिकेटिंग करने और खतरे का संकेतक लगाने के निर्देश दिए। जिससे किसी भी तरह की दुर्घटना नही हो। वही सहसपुर लोहारा विकासखंड के ग्राम छोटूपारा में अधिक बारिश से ढह गए मकानों का अवलोकन किया तथा प्रभावित परिवारों से मिलकर स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने प्रभावित परिवारों को सामुदायिक भवन में रुकवाने और पेयजल, भोजन सहित सभी व्यवस्था करने के निर्देश अधिकारियों को दिए। उन्होंने कहा कि जिन गांव में जन धन की हानि हुई है वहां सर्वे कर आरबीसी 6-4 के तहत तत्काल प्रकरण बनाकर सहायता पहुंचाई जाए। निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप कुमार अग्रवाल विशेष रूप से उपस्थित थे।
कलेक्टर श्री महोबे ने कवर्धा से सहसपुर लोहारा तथा जिले के अंतिम छोर ग्राम नरोधी में नदी, ग्राम सिल्हाटी में कर्रा नदी, ग्राम उड़िया में पुल के ऊपर बहते जल स्तर का अवलोकन कर आवागमन की व्यवस्था देखी। उन्होंने कहा कि नदी में जल का अधिक बहाव और पुल के ऊपर से बहते पानी में आवागमन प्रतिबंधित करें। उन्होंने बेरिकेटिंग करने के निर्देश भी दिए। उन्होंने कहा कि जब जल स्तर कम हो जाए इसके बाद आवागमन प्रारम्भ करे। उन्होंने सभी निर्माण एजेंसी लोक निर्माण विभाग, प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना, ग्रामीण यांत्रिकी सेवा, राष्ट्रीय राजमार्ग इत्यादि अपनी बाढ़ प्रभावित संभावित सड़कों का निरीक्षण करने के निर्देश दिए और रोड के ऊपर पानी होने पर तत्काल बैरिकेटिग कर प्रभावित मार्ग बंद करने कहा। प्राप्त जानकारी के अनुसार कवर्धा तहसील के एक ग्राम, पिपरिया तहसील के दो ग्राम, सहसपुर लोहारा के दो ग्राम, बोड़ला के एक ग्राम, रेंगाखरकला के एक ग्राम, पंडरिया के एक ग्राम में मकान क्षति हुई है। यहां सर्वे कर आरबीसी 6दृ4 के तहत प्रकरण तैयार कर सहायता पहुंचाई जा रही है। वही जिनके घरों में पानी भरा है उन्हें राहत शिविर में रखा गया है तथा सभी सुविधाए उपलब्ध कराई गई है।
कलेक्टर श्री जनमेजय महोबे ने निर्देश पर जिले के सभी विकासखण्डों में राजस्व अनुविभगीय, तहसीलदार, जनपद पंचायत सीईओ, पुलिस, जिला सेनानी की संयुक्त टीम से जिले के सभी प्रभावित क्षेत्रों में सतत मॉनिटरिंग की जा रही है और उन क्षेत्रों में राहत शिविर बना कर प्रभावितों को ठहराने का काम भी किया जा रहा है। कलेक्टर श्री महोबे ने अधिक जल भराव की स्थिति को देखते हुए प्रभावित क्षेत्रों के गांवों में कोटवारों के माध्यम से मुनादी करा कर अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए। साथ ही प्रभावित क्षेत्रों में सभी शासकीय भवनों, मंगलभवनों में राहत शिविर के उपयोग के लिए अधिकारियों को कहा गया है। जरूरत के आधार पर सभी राहत शिविरो में राशन, खाने पीने के समान, बिजली अथवा प्रकाश की व्यवस्था करने के निर्देश दिए है। प्रभावित लोगों को तत्काल राहत पहुंचान के लिए सभी नायाब तहसीलदारों को पटवारी, सचिव, नगर सैनिक की संयुक्त टीम बनाए गए है। कलेक्टर ने जल संसाधन विभाग के अधिकारी को जिले के सभी मध्यम जलाशलय में जल भराव, उलट की स्थिति व ओवर फलो की स्थिति पर चौबिसों घंटे मॉनिटरिंग करने एवं पल-पल की खबर देने के लिए कहा गया है।