दवा सेवन कार्यक्रम के बारे में दी गई जानकारी
आगामी 10 से 28 फरवरी तक खिलायी जाएगी फाईलेरिया की सामूहिक दवा
रायगढ़, जनवरी 2024/ कार्यालय मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी रायगढ़ के आरोग्यम सभाकक्ष में राष्ट्रीय फाईलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के तहत मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. आर.एन मण्डावी के निर्देशन में मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन डब्ल्यूएचओ के जोनल क्वार्डीनेटर डॉ. स्नेहाश्री की उपस्थिति में आयोजित हुआ। जिसमें जिला मलेरिया अधिकारी डॉ.टी.जी. कुलवेदी ने राष्ट्रीय वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के सभी राष्ट्रीय कार्यक्रमों की समीक्षा ली एवं फरवरी माह में होने वाले विशेष कार्यक्रम फाईलेरिया सामुहिक दवा सेवन कार्यक्रम की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के दिशा-निर्देशानुुसार 10 फरवरी से 28 फरवरी 2024 को फाईलेरिया दवा सेवन कार्यक्रम के तहत हांथीपांव की दवाई खिलाई जानी है, जिसमें दिनांक 10 से 15 फरवरी तक सभी आंगनबाड़ी केन्द्रों, स्कूल, कालेज, तकनीकी संस्थानों, के साथ-साथ सभी स्वास्थ्य संस्थाओं में बूथ लगाकर हांथीपांव की दवा खिलाई जावेगी। साथ ही 16 से 25 फरवरी तक गृह भेट कर घर-घर जाकर दवा सेवन एवं शेष छुटे हुए व्यक्तियों को मॉप-अप राउंड में 26 से 28 फरवरी तक दवा का सेवन कराया जावेगा।
यह कार्यक्रम कुल 19 दिवस का होगा जिसमें जनसंख्या के 100 प्रतिशत आबादी में से 85 प्रतिशत आबादी लक्षित आबादी होती है उनको दवा सेवन कराने पर विशेष जोर दिया गया। 15 प्रतिशत आबादी जिनको दवा सेवन से वंचित रखा गया है उसमें मुख्य रूप से डीईसी दवाई हेुत 0 से 2 वर्ष तक के बच्चे, ईवरमेक्टिन दवा हेतु 0 से 5 वर्ष तक के बच्चे, अति गंभीर पीडित व्यक्तियों, इसमें गर्भवती महिला, स्तनपान कराने वाली महिला, गंभीर बीमारी से पीडितों को दवा न दिया जावें। कार्यक्रम में दवाईओं की खुराक के बारे बताया गया जिसमें 8 गोलियों के सेवन कैसे किया जाए और इसका शरीर में क्या दुष्प्रभाव हो सकता है। डॉ कुलवेदी ने बताया कि पूरे भारत वर्ष में छ.ग. राज्य के रायगढ जिले के साथ साथ 5 अन्य जिले में यह कार्यक्रम किया जा रहा है। फाईलेरिया दवा सेवन कार्यक्रम के सफल संचालन हेतु अन्य विभागों से समन्वय कर सहयोग लेकर कार्यक्रम को सफल बनाने की अपील की है। जिले से आये हुए अधिकारी/कर्मचारियों के कार्यक्रम के बारीकीयों से अवगत कराते हुए आमजनताओं को एक संदेश के माध्यम से सामूहकि दवा सेवन के बारे में बताने हेतु प्रेरित करने हेतु निर्देशित किया गया। विकासखण्ड के सभी ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में कार्यक्रम हेतु जागरूकता अभियान चलाने की एवं आम जनता को दवाईयों के प्रतिकुल प्रभाव होने पर घबराये नहीं और 104 एवं 108 का सहयोग लेकर तत्काल चिकित्सीय व्यवस्था के संबंध में जागरूक रहने को बताया गया। उक्त बैठक में डीपीएम सुश्री रंजना पैंकरा, विकासखण्ड सुपरवाईजर गौतम प्रसाद सिदार, एफएलए प्रीति शर्मा, सचिवीय सहायक सुश्री अंजुलता पटलायक एवं अन्य अधिकारी/ कर्मचारी उपस्थित थे।