chhattishgar

शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन 18 जून से

*प्रारंभिक तैयारियों और प्रचार प्रसार के लिए कलेक्टर ने दिए निर्देश* 

      गौरेला पेंड्रा मरवाही, मई 2024/sns/-राज्य सरकार की मंशा के अनुरूप शिक्षा विभाग विद्यार्थियों को स्वच्छ एवं सुंदर वातावरण में गुणवत्तायुक्त शिक्षा देने की दिशा में लगातार कार्य कर रहा है। इस वर्ष शाला प्रवेश उत्सव का आयोजन आगामी 18 जून से किया जाना है। कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने शाला प्रवेश उत्सव की प्रारंभिक तैयारियों और प्रचार प्रसार के निर्देश जिला शिक्षा अधिकारी एवं संबंधित विभागों को दिए हैं। 

      कलेक्टर ने लोक शिक्षण संचालनालय के निर्देशानुसार शाला प्रवेश उत्सव शुरू होने के पहले शाला भवन, शाला परिसर एवं अध्यापन कक्षों की साफ-सफाई और मरम्मत करने, शाला को आकर्षक एवं परिसर में प्रिन्टरिच वातावरण बनाने तथा मरम्मत योग्य भवनों की मरम्मत 10 जून तक पूर्ण करने कहा है। उन्होंने ने शाला प्रवेश उत्सव का जोर-शोर से एवं व्यापक प्रचार-प्रसार करने, यथासंभव बैनर-पोस्टर लगाने, रैली निकालने, गांवों में तथा शहरी वार्डों में मुनादी कराने, स्थानीय जनप्रतिनिधि, शाला विकास समिति एवं पालकों को विशेष रूप से आमंत्रित करने कहा है। 

      कलेक्टर ने कहा है कि शाला स्तर, संकुल स्तर, ब्लॉक स्तर एवं जिला स्तर पर शाला प्रवेश उत्सव मनाया जाना है। शिक्षा सत्र के प्रारंभ से ही अध्ययन-अध्यापन के लिए बेहतर माहौल तैयार हो सके, इसके लिए जिला स्तर पर आवश्यक रूप रेखा तैयार कर ली जाए। विद्यार्थियों की उपस्थिति पंजी पहले से ही संधारित कर ली जाए। कक्षा पहली में प्रवेश के लिए आंगनबाड़ी केन्द्रों से बच्चों की सूची प्राप्त करें तथा प्रवेश देने की कार्यवाही करें। इसी प्रकार कक्षा 5वीं उत्तीर्ण होने वाले बच्चों की सूची एवं टी.सी. प्रधान पाठक, प्राथमिक शाला से प्राप्त कर कक्षा छठवीं में प्रवेश की कार्यवाही की जाए। 

      कलेक्टर ने शाला त्यागी बच्चों को प्रेरित कर पुनः शाला की मुख्य धारा में जोड़ने और  शाला प्रारंभ होने से पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी एवं विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी को शिक्षकों की लंबित प्रकरणों का निराकरण सुनिश्चित करने कहा है। इसके लिए जिला एवं विकासखण्ड स्तर पर शिविर भी लगाया जा सकता है। उन्होंने कहा है कि कक्षा शिक्षक-विषय शिक्षक अध्यापन संबंधी आगामी तीन महीने का रोड मैप तैयार करेंगे। उन्होंने विद्यार्थियों एवं शिक्षकों की शत्-प्रतिशत् उपस्थिति सुनिश्चित करने और शाला प्रवेश उत्सव हेतु स्थानीय समुदाय, आंगनबाड़ी एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ता, स्व-सहायता समूह, सेवानिवृत्त कर्मचारीगण एवं जनप्रतिनिधियों से सहयोग प्राप्त करने कहा है। इच्छुक व्यक्ति के द्वारा बच्चों को स्लेट, पेंसिल, कॉपी, कंपास बॉक्स, स्कूल बैग आदि प्रदान किया जा सकता है। उन्होंने संयुक्त संचालक, जिला शिक्षा अधिकारी, जिला मिशन समन्वयक, प्राचार्य डाईट, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी एवं विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक को शालाओं का सतत् निरीक्षण करने एवं आवश्यकतानुसार अकादमिक मार्गदर्शन करने कहा है। प्रवेश उत्सव भलीभांति संपन्न हो इसे ध्यान में रखते हुए जिला, ब्लॉक एवं संकुल स्तर पर नोडल अधिकारियों की नियुक्त्ति भी की जाए। 

      कलेक्टर ने प्रवेश उत्सव के दौरान शाला परिवार की ओर से जनप्रतिनिधि, शाला विकास समिति, पालक एवं गणमान्य नागरिकों को शाला प्रवेश उत्सव हेतु आमंत्रित करने, निःशुल्क पाठ्यपुस्तक, निःशुल्क गणवेश, सायकल का वितरण पात्र हितग्राहियों को कराने, नन्हें-मुन्नें नवप्रवेशी बच्चों का तिलक लगाकर अभिनंदन करने, प्रवेश उत्सव के दिन न्योता भोज का आयोजन करने, बोर्ड परीक्षा एवं स्थानीय परीक्षा में मेधावी अंक प्राप्त करने वाले बच्चों को सम्मानित करने और शाला परिवार के द्वारा उत्कृष्ट पालकों का सम्मान करने कहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *