बलौदाबाजार,21 नवंबर 2024/कलेक्टर दीपक सोनी के निर्देशानुसार बाल विवाह प्रतिषेध अधिनियम के तहत वैधानिक कार्रवाई करने के उपायों पर भी चर्चा की गई। बैठक का मुख्य उद्देश्य बाल विवाह की रोकथाम और इसके दुष्परिणामों के प्रति समुदाय को जागरूक करना था। जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री जाटवर ने बताया कि बाल विवाह मुक्त भारत अभियान का शुभारंभ 27 नवंबर से किया जाएगा। इस दिन जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों और ग्राम पंचायतों में बैठकें आयोजित की जाएंगी। इन बैठकों के माध्यम से समुदाय को बाल विवाह के सामाजिकए शारीरिकए और मानसिक दुष्प्रभावों के बारे में जानकारी दी जाएगी। आंगनबाड़ी केंद्रों और पंचायत भवनों में दीवार लेखन और प्रचार.प्रसार के अन्य माध्यमों का उपयोग कर अभियान को प्रभावी बनाने की योजना बनाई गई है। इसके अलावाए समाज प्रमुखों को भी इस अभियान में शामिल करने और उन्हें बाल विवाह रोकथाम के प्रयासों में सहभागी बनाने की अपील की गई। समुदाय को जागरूक करने के उपाय अभियान के तहत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर गांव और समुदाय को बाल विवाह के खिलाफ जागरूक किया जाए। बाल विवाह न केवल बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर प्रतिकूल प्रभाव डालता हैए बल्कि यह उनके संपूर्ण भविष्य को भी प्रभावित करता है। इस विषय पर जागरूकता फैलाने के लिए आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओंए पंचायत प्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों को साथ लेकर विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जाएंगी।
अधिकारियों की अपील
जिला प्रशासन और महिला बाल विकास विभाग ने जिले के सभी नागरिकों से अपील की है कि वे बाल विवाह की रोकथाम के लिए इस अभियान में सक्रिय भागीदारी करें। उन्होंने समाज के हर वर्ग को यह संदेश दिया कि बाल विवाह केवल एक कानूनी अपराध नहीं हैए बल्कि यह बच्चों के अधिकारों का भी हनन है। इस बैठक और अभियान का उद्देश्य बाल विवाह जैसी कुप्रथा को समाप्त करना और बच्चों को एक सुरक्षित और बेहतर भविष्य प्रदान करना है। बैठक मे जिला महिला बाल विकास अधिकारी आदित्य शर्मा एवं जिला बाल संरक्षण अधिकारी प्रकाश दास के मार्गदर्शन में संपन्न हुई।