छत्तीसगढ़

महिला स्व सहायता समूहों को मिला 1.59 करोड़ रुपए का लोनः नए व्यवसाय के द्वार खोलेंगे ग्रामीण महिलाएँ

कवर्धा, नवंबर 2024/sns/ जनपद पंचायत पंडरिया के सामुदायिक भवन में आयोजित बैंक लिंकेज कैंप में महिला स्व सहायता समूहों को व्यवसाय संवर्धन के लिए 1 करोड़ 59 लाख रुपए का लोन दिया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके व्यवसायिक गतिविधियों को बढ़ावा देना था।
भारतीय स्टेट बैंक के क्षेत्रीय महाप्रबंधक श्री आलोक रंजन की उपस्थिति में लोन वितरण किया गया। इस वित्तीय सहायता से महिलाओं को विभिन्न व्यवसायों को आगे बढ़ाने के लिए सहायता मिलेगी, जिनमें अगरबत्ती निर्माण, मछली पालन, गुड़ उद्योग, किराना दुकान, बकरी पालन, कृषि कार्य, आटा चक्की, मिनी राईस मिल, और मोटर बैंडिंग जैसे कार्य शामिल हैं। कुल 60 महिला समूहों को इस शिविर में ऋण राशि प्रदान की गई। पहले डोज में 34 समूहों को 51 लाख रुपए, दूसरे डोज में 16 समूहों को 48 लाख रुपए और तीसरे डोज में 10 समूहों को 10 लाख रुपए का लोन दिया गया।

कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने कहा-“बिहान योजना से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने का अवसर“

कलेक्टर श्री गोपाल वर्मा ने बताया कि महिला स्व सहायता समूहों को वित्तीय सहायता देने से न केवल उनके व्यवसाय बढ़ेंगे, बल्कि यह योजना ग्रामीण अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण योगदान भी देगी। महिलाओं को उद्यमिता के क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए सक्षम बनाने में ’बिहान योजना’ एक प्रभावी कदम है।

सीईओ श्री अजय कुमार त्रिपाठी ने कहा- “समूहों को मिलेगा लाभ, आत्मविश्वास भी बढ़ेगा“

मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री अजय कुमार त्रिपाठी ने बताया कि इस ऋण से महिला समूहों को बड़े पैमाने पर मदद मिलेगी, जिससे उनके व्यवसाय आगे बढ़ेंगे और पूरे गांव की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक असर पड़ेगा। उन्होंने कहा कि विभाग महिलाओं को लगातार मार्गदर्शन और प्रोत्साहन प्रदान कर रहा है, जिससे उनका आत्मविश्वास भी बढ़ेगा।

सामूहिक प्रयासों से महिलाओं को मिलेगा लाभ

यह आयोजन पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग और भारतीय स्टेट बैंक के संयुक्त प्रयास से सफलतापूर्वक हुआ। शिविर में बैंक के अधिकारियों, जिला पंचायत के कर्मचारियों और राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन बिहान के कर्मचारियों के साथ-साथ बड़ी संख्या में महिला स्व सहायता समूह की सदस्यें उपस्थित थीं, जिन्होंने इस लोन वितरण से होने वाले लाभ का स्वागत किया

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