अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं को मिला दो दिवसीय प्रशिक्षण
रायपुर, नवंबर 2022, रायपुर जिले में नियमित टीकाकरण को सुदृढ़ बनाने के उद्देश्य से टीकाकरण कार्यक्रम के सुदृढ़ीकरण के लिए अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का दो दिवसीय जिला स्तरीय प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम का मूल उद्देश्य बच्चों को जानलेवा बीमारियों से प्रतिरक्षित करना एवं लोगों को टीकाकरण के प्रति जागरूक करना भी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल आफिसर डॉ. नितिन पाटिल, जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.प्रणव वर्मा, यूनाइटेड नेशन डेवलपमेंट प्रोग्राम के सहयोग द्वारा प्रशिक्षण दिया गया।
प्रशिक्षण की जानकारी देते हुए जिला मीडिया प्रभारी गजेन्द्र डोंगरे ने बताया : ‘’नियमित टीकाकरण को सुचारू और व्यवस्थित ढंग से सुदृढ़ बनाना है। जिस प्रकार कोविड-19 संक्रमण काल में टीकाकरण को बाधित नहीं होने दिया गया, वैसे ही हमें इसे और आगे ले जाना है ताकि टीकाकरण से कोई भी बच्चा ना छूटे। राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम को और मजबूत बनाने के लिए नियमित टीकाकरण का माइक्रोप्लान, ड्यू लिस्ट, संचार कार्य योजना और बेहतर ढंग से तैयार करने की जरुरत महसूस की गई है इसीलिए इस प्रशिक्षण का आयोजन किया गया।“
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.प्रणव वर्मा ने बताया : ‘’राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान को सौ फीसदी मूर्त रूप देने के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया है। प्रशिक्षण के दौरान 12 तरह के नियमित टीकाकरण जैसे बीसीजी वैक्सीन, पेंटा, हेपेटाइटिस बी, मीजल्स रूबैल्ला वैक्सीन, पोलियो, डिप्थीरिया वैक्सीनो के माध्यम से शिशु मृत्यु दर को कम करने से संबंधित जानकारी दी गई। नियमित टीकाकरण कार्यक्रम का शिशु मृत्यु दर को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका है। साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य पर इसका आजीवन प्रभाव रहता है।नियमित टीकाकरण अभियान से यक्ष्मा, डिप्थीरिया, हेपेटाइटिस बी, पीलिया, खसरा, टिटनेस, निमोनिया एवं डायरिया जैसी बीमारियों से बच्चों को बचाया जाता है। जन्म के 24 घंटे के अंदर बर्थ डोज अवश्य लगवाएं किसी भी उम्र के बच्चे का टीकाकरण छूटने नहीं पाएं, प्रथम पंक्ति के लोगों को यह भी बताया को गंभीर बीमारियों से बचाव के लिए सभी टीके समय से लगवाएं।“
विश्व स्वास्थ्य संगठन के सर्विलांस मेडिकल ऑफिसर डॉ.नितिन पाटिल ने बताया: “ प्रशिक्षण में नियमित टीकाकरण कार्यक्रम के सभी टीकों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गयी। बच्चों को छठवें, दसवें, 14वें, नौ से 12 माह, 16 से 24 माह, 5 से 6 वर्ष, 10 वर्ष और 16 वर्ष पर विभिन्न टीकों को अवश्य लगवाने चाहिए। नियमित टीकाकरण दिवस पर सभी बच्चों और गर्भवती को समय से सभी टीका लग सके, इसके लिए ड्यू लिस्ट तैयार करना, बच्चों और गर्भवती को चिन्हित करना और किसी भी टीका से छूटे हुए लाभार्थियों को चिन्हित करना बेहद जरूरी है के बारे में चर्चा की गयी।“
प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथिलेश चौधरी के मार्गदर्शन में किया गया। इस मौके पर दिलीप कुमार बंजारे, सुरेश कुमार शर्मा, दुर्गा चरण साहू, हेम कल्याण मनहरे काजेश्वर सिंह, राज यदु एवं अग्रिम पंक्ति के स्वास्थ्य कार्यकर्ता मौजूद रहे।