कोरबा , नवंबर 2021/कोरबा जिले में गुरूवार 18 नवंबर को एक साथ 18 वर्ष से अधिक उम्र के एक लाख लोगों को कोविड वैक्सीन लगाने का महाभियान चलेगा। इस अभियान को सफल बनाने के लिए कलेक्टर श्रीमती रानू साहू ने सभी जिले वासियों से अधिक से अधिक संख्या में कोविड का टीका लगवाने की अपील की है। उन्होंने शासकीय संस्थाओं के साथ-साथ गैर सरकारी स्वयंसेवी संस्थाओं और आम नागरिकों से भी इस अभियान में सक्रिय और सकारात्मक भागीदारी करने की अपील की है।
कलेक्टर ने अपने अपील संदेश में कहा है कि कोरबा जिले में अभी तक 18 साल से अधिक उम्र के लगभग 77 प्रतिशत लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। केवल 23 प्रतिशत लोग ही कोविड की पहली खुराक लेने से बचे हैं। इसी तरह लगभग 50 प्रतिशत लोगों ने कोरोना का दूसरा टीका भी लगवा लिया है। कलेक्टर ने कहा कि सभी के प्रयासों से 18 साल से अधिक उम्र के छुट गए लोगों को कोविड वैक्सीन का पहला टीका और पहला टीका लगा चुके लोगों को दूसरा डोज लगाने से ही कोविड के प्रति सुरक्षा चक्र मजबूत होगा। हम कोविड का टीका लगवाकर खुद तो कोरोना से सुरक्षित रहेंगे ही साथ ही अपने परिजनों और दूसरे संगी-साथियों को भी कोरोना संक्रमण से बचाएंगे। कलेक्टर ने कहा है कि कोरोना महामारी को लेकर छोटी सी लापरवाही भी खुद पर और परिवार के अन्य लोगों पर बहुत भारी पड़ सकती है। कोरोना का नया म्यूटंेट वायरस पहले से अधिक घातक और तेजी से फैलने वाला है। इसकी रोकथाम के लिए सामान्य सर्दी, खांसी के लक्षण होने पर भी तत्काल कोरोना की जांच कराएं। 18 वर्ष से अधिक आयु के सभी लोग कोरोना का टीका लगवाएं और कोरोना को हराएं। कलेक्टर ने कहा है कि हम सभी को गंभीरतापूर्वक समझना होगा कि हम कहीं ना कहीं कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने में लापरवाही बरत रहे हैं। यह महामारी एक स्तर पहुंचकर पर नियंत्रित हो गई थी परंतु हमारे असंयमित व्यवहार और कोविड प्रोटोकॉल का पालन पूरी तरह नहीं करने पर यह वापस से बढ़ी थी। अब यह फिर से न बढ़े इसके लिए सभी जरूरी उपायों के साथ-साथ टीकाकरण भी कराना होगा। कलेक्टर ने सभी लोगों से मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने, भीड़भाड़ में जाने से बचने और हाथों को बार-बार सैनिटाइज करते रहने जैसेे प्रोटोकॉल का लंबे समय तक पालन करने का आग्रह किया है ताकि इस कोरोना संक्रमण की संभावित तीसरी लहर को बेअसर किया जा सके।
कलेक्टर ने कहा है कि कोरोना की शुरुआत हमेशा कम लक्षणों से ही होती है, अगर हम समय पर सचेत हो जाएं, डॉक्टर की निगरानी में अपना टेस्ट कराएं और ट्रीटमेंट लें, तो इस बीमारी से ठीक हो सकते हैं। पर यदि हम खुद बिना टेस्ट कराए बिना डॉक्टर की सलाह के होकर दवाईयां खाएंगे और टेस्ट नहीं कराएंगे तो यह बीमारी घातक रूप ले लेगी और इससे हम ही नहीं हमारे परिवार के अन्य सदस्य आस-पड़ोस के लोग भी संक्रमित हो सकते हैं। इसी तरह अगर लक्षण आने के बावजूद हम बिना टेस्ट कराए, सब जगह घूमेंगे तो बाकी जगह भी हम सबको इंफेक्शन फैला सकते हैं।
श्रीमती साहू ने बताया कि जिन लोगों की प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है, हो सकता कि उनमें से 90 प्रतिशत लोगो में इस बीमारी के माइल्ड सिम्पटम्स आकर संक्रमण ठीक भी हो गया हो। परंतु ऐसे लोगों द्वारा कोविड प्रोटोकॉल का पालन नहीं करने की लापरवाही, कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों और कैंसर, किडनी, डायबिटीज के मरीजों तथा बुजुर्ग के लिए भारी पड़ सकती है और इस बीमारी से संक्रमित होने की संभावना कई गुना बढ़ जाएगी। कलेक्टर ने सभी 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को कोरोना का टीका लगवाने और दूसरे लोगों को भी टीका लगवाने के लिए प्रोत्साहित करने की भी अपील की है।