जांजगीर-चांपा नवंबर 2021/ कलेक्टर श्री जितेंद्र कुमार शुक्ला ने आज जिला कार्यालय में कानून व्यवस्था संबंधी बैठक में सभी एसडीएम से कहा कि कानून व्यवस्था बनाये रखने के निए सूचना तंत्र को मजबूत रखना जरूरी है। इसके लिए अपने क्षेत्र के एसडीओपी और थाना प्रभारियों से समन्वय कर कार्य संपादित करें।कलेक्टर ने कहा कि एसडीएम पुलिस अधिकारियों को साथ लेकर क्षेत्र भ्रमण पर निकले। यातायात सहित अन्य व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए स्थानीय स्तर पर भी कार्ययोजना तैयार करें। कलेक्टर ने कहा कि राज्य सरकार की योजना के तहत एक दिसंबर से समर्थन मूल्य पर धान खरीदी का कार्य जिले के 231 उपार्जन केन्द्रों में प्रारंभ होगा। जांजगीर-चांपा जिला धान खरीदी में राज्य का अग्रणी जिला है। उपार्जन केन्द्रों में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए नियमित निगरानी आवश्यक होगी। उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में धान की फसल कटाई की स्तर पर है। मवेशियों से फसल को सुरक्षित रखने को लेकर भी स्थानीय स्तर पर निगरानी करवानी होगी। बैठक में सड़क मरम्मत, सड़क दुर्घटनाओं को रोकने के संबंध में भी चर्चा की गई है। बैठक में एडीएम श्रीमती लीना कोसम सहित सहित सभी एसडीएम उपस्थित थे।
संबंधित खबरें
बुनियादी सुविधाओं के साथ तेज आर्थिक विकास के लिए सरकार कर रही है कार्य
पीएचई एवं ग्रामोद्योग मंत्री श्री गुरु रूद्र कुमार ने जेवरा एवं मुरमुंदा में राजीव सामुदायिक भवन का किया भूमिपूजन, विकास खंड स्तरीय मानस गान प्रतियोगिता में भी हुए शामिल दुर्ग, जनवरी 2023/ लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी एवं ग्रामोद्योग मंत्री एवं अहिवारा विधायक श्री गुरु रुद्र कुमार ने आज जेवरा एवं मुरमुंदा में राजीव सामुदायिक भवन का […]
मुख्यमंत्री मितान योजना से 5 साल तक केबच्चों को मिल रहा घर पहुंच आधार कार्ड की सुविधा
अम्बिकापुर, फरवरी 2023/अंबिकापुर नगर निगम क्षेत्र में अब बच्चों का आधार कार्ड घर बैठे मिल रहा है। यह सुविधा मुख्यमंत्री मितान योजना के तहत दी जा रही है जो केवल पांच साल तक के बच्चों के लिए उपलब्ध होगी। अंबिकापुर नगर निगम के गंगापुर में रहने वाले श्री अजय सेबेस्टीन ने अपनी 6 माह की […]
जिले के पोषण पुनर्वास केन्द्रों में 547 गंभीर कुपोषित बच्चों का हुआ ईलाज
कोरबा फरवरी 2022/गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषित करने के लिए जिले में स्थापित पोषण पुनर्वास केंद्र महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। एनआरसी में बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए सुपोषित भोजन, पौष्टिक आहार एवं बच्चों की माताओं को सुपोषण से संबंधित जरूरी प्रशिक्षण भी दिया जा रहा हैं। जिले में स्थापित 5 […]