छत्तीसगढ़

धर्मेश ने जज्बा और प्रतिभा से बनाई अपनी पहचान

जांजगीर-चांपा, नवम्बर, 2021/ अभाव और अक्षमताओं को परास्त कर व्यक्ति अपनी जज्बा और प्रतिभा से अपनी पहचान बनाते हैं। ऐसे लोगों का साहस और जज्बा लोगों को प्रेरणा देता है। वे अपनी कमियों और कमजोरियों को पीछे छोडकर अपनी अन्य प्रतिभा को सामने लाकर सफलता प्राप्त करते हैं। ऐसी प्रतिभाओं को सोशल मीडिया के माध्यम से भी प्रोत्साहन मिल रहा है और उनकी प्रतिभा की लाखों लोगों द्वारा सराहना की जा रही है।
जांजगीर-चांपा जिले की जनपद पंचायत सक्ती के ग्राम जाजंग निवासी जन्म से दृष्टिबाधित श्री धर्मेश दास महंत ने गायकी के क्षेत्र में अपनी अलग पहचान बनायी है। छत्तीसगढ़ के राजगीत ‘‘अरपा पैरी के धार‘‘ के सुमधुर गायन और स्पष्ट उच्चारण को सोशल मीडिया पर लाखों लोगों की सराहना मिली है। वे अपना पूरा परिचय अंग्रेजी भाषा में बखूबी देते है। एनजीओ द्वारा संचालित विशेष विद्यालय सक्ती में धर्मेश कक्षा 5वीं के छात्र हैं। वे स्कूल तथा गांवों में आयोजित विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों में बड़े उत्साह से भाग लेते है।
समाज कल्याण विभाग के उप संचालक श्री टी पी भावे ने बताया कि श्री धर्मेश को विभाग की योजनाओं के तहत लाभान्वित किया जा रहा है। उन्हें सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। पठन-पाठन के लिए ब्रेलकीट, सुगमता से चलने के लिए स्मार्ट केन छड़ी निःशुल्क उपलब्ध कराई गई है। इसके अलावा निःशुल्क शिक्षण और प्रशिक्षण की भी व्यवस्था की गई है।

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