छत्तीसगढ़

महिला स्व-सहायता समूह की महिलाएं बाड़ी योजना से जुड़कर हो रही है आत्मनिर्भर

उत्तर बस्तर कांकेर , नवम्बर 2021-ग्रामीण अंचल की महिलायें स्व सहायता समूह से जुड़कर अपनी आर्थिक स्थिति मजबूत कर आत्मनिर्भर हो रही हैं। शासन की महत्वाकांक्षी सुराजी गांव योजना बाड़ी विकास कार्यक्रम के तहत् विकासखण्ड कांकेर के ग्राम पंचायत कुलगांव के शीतला महिला स्वसहायता समूह की महिलाएं ग्राम लुलेगोंदी गौठान में स्थित 0.30 हेक्टेयर बंजर भूमि पर उद्यानिकी विभाग के मार्गदर्शन एवं तकनीकी दिशा निर्देश से टमाटर, बरबट्टी, भिण्डी की फसल लेने लगी हैं, जिसमें वे गौठान में उत्पादित वर्मी कमपोस्ट का उपयोग अपने फसल में खाद के रूप में प्रयोग कर रही हैं। साथ ही उनके द्वारा जैविक कीटनाशक एवं वेस्ट डीकम्पोजर का उपयोग भी कर रही है, जिससे उनके फसल का कम खर्च पर ही किटव्याधी एवं रोगों से रोकथाम हो रही है। अब तक महिला समूह द्वारा 15 से 20 हजार रूपये तक की आर्थिक लाभ ले चुके हैं। सुराजी गांव योजना के तहत् बाड़ी विकास कार्यक्रम संचालित होने से महिला स्व सहायता समूह की महिलाओं को स्वरोजगार भी मिल रही है। इसके लिए उन्होंने शासन के प्रति आभार व्यक्त किये हैं।

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