जांजगीर-चांपा, नवम्बर, 2021/ कलेक्टर श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने सभी धान खरीदी केन्द्र प्रभारियों को निर्देशित कर कहा कि वे एक दिसंबर से जीरो शार्टेज का लक्ष्य रखकर समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू करें। समर्थन मूल्य पर गत वर्ष जीरो शॉर्टेज पर धान खरीदी करने वाली समितियों को कलेक्टर ने प्रोत्साहित किया। उन्होंने धान बेचने केंद्र में आने वाले पंजीकृत किसानों की सुविधा के लिए समुचित व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा ताकि केंद्र में उन्हें सुखद अनुभव हो।
कलेक्टर श्री जितेन्द्र कुमार शुक्ला ने आज जिला पंचायत कार्यालय में खरीफ विपणन वर्षीय 2021-22 के समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की पूर्व तैयारी की समीक्षा। बैठक में गत वर्ष जीरो शॉर्टेज देने वाले समिति प्रबंधकों, प्रभारियों और ऑपरेटरों को प्रोत्साहित करते हुए सभाकक्ष में उनके सम्मान में तालियां बजवाई। उन्होंने कहा कि गत वर्ष जीरो शॉर्टेज वाले समिति प्रबंधकों, प्रभारियों और ऑपरेटरों को सम्मानित करने के लिए उनकी फोटो वाले फ्लेक्स उपार्जन केन्द्रों में लगाये जाएंगे। जिससे अन्य समितियों को भी उनसे प्रेरणा मिल सके। उन्होंने कहा कि इस वर्ष जिले के सभी उपार्जन केन्द्रों में जीरो शॉर्टेज का लक्ष्य लेकर धान खरीदी की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा की राज्य सरकार के निर्धारित मापदंड के अनुसार समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की जाएगी। धान बेचने आये किसानों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जिले के सभी उपार्जन केन्द्रों में आदर्श उपार्जन केन्द्र जैसी व्यवस्था उपलब्ध कराई जाएगी। कलेक्टर ने कहा कि वर्ष भर मेहनत करने वाले अन्नदाता किसानों को धान बेचने के दौरान सुखद अनुभूति होनी चाहिए।
कलेक्टर ने बताया कि सभी उपार्जन केन्द्रों की मांग के अनुरूप बारदाना उपलब्ध कराया जा रहा है। केन्द्रों में अगामी एक साप्ताह के लिए बारदाना उपलब्ध रहेगा। इसके अलावा 25 प्रतिशत बारदाना किसानों से भी ली जाएगी। उन्होंने कहा कि सभी उपार्जन केन्द्रों में मूलभूत तैयारी 26 नवम्बर तक पूर्ण कर लें। उन्होंने कहा कि वे स्वयं उपार्जन केन्द्रों के औचक निरीक्षण के लिए जायेंगे।
जिला स्तरीय नोडल अधिकारियों द्वारा केंद्रों का सतत निरीक्षण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी केन्द्रों में पहुंच मार्ग, आहता, विद्युत , कम्प्यूटर, टोकन व्यवस्था, आद्रता मापी, तौल मशीन, हमालों आदि की व्यवस्था सुनिश्चित कर लें। कलेक्टर ने कहा कि खरीदे गये धान के बारदानों की सिलाई उसी दिन हो यह सभी केंद्र सुनिश्चित करें। इसके अलावा मापदंड के अनुसार स्टेकिंग और धान की सुरक्षा के लिए डबल लेयर ड्रेनेज और तिरपाल आदि की भी व्यवस्था सभी केन्द्रों में होनी चाहिए।
कलेक्टर ने कहा कि उपार्जन केन्द्रों में वास्तविक पंजीकृत किसानों को धान विक्रय में पूरा सहयोग किया जायेगा। गड़बड़ी करने वाले कोचिए और बिचौलियों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी। इन पर निगरानी के लिए जिला, ब्लाक और तहसील स्तर पर निगरानी समिति का गठन किया गया है।
बैठक में जिला खाद्य अधिकारी, जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के नोडल अधिकारी, जिला विपणन अधिकारी, प्रबंधक नान, जिला पंजीयक, सहायक अधीक्षक भू-अभिलेख,सहित विभिन्न समितियों के प्रबंधक, प्रभारी और ऑपरेटर उपस्थित थे।