बीजापुर , नवंबर 2021- जिले में कुपोषण एक गंभीर समस्या है। कुपोषण को दूर करने के लिए मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान आंगनबाडी केन्द्रो के माध्यम से संचालित किया जा रहा है मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान दौरान अतिरिक्त पौष्टिक आहार, र्फोटिफाईड, मूंगफल्ली, चिक्की, पौष्टिक बिस्कीट, अण्डा एवं गरम भोजन से आंगनबाडी केन्द्रों के हितग्राहियों को लांभावित किया जा रहा है।
आंगनबाडी केन्द्र चेरपाल सरपंच पारा के अंतर्गत में निवासरत बालक कार्तिक चुन्नम जन्म 29 दिसंबर 2020 को हुआ था जिसका वजन जन्म के समय 2.2 किग्राण् था। आंगनबाडी कार्यकर्ता पुनिता सेमल के द्वारा बालक कार्तिक चुन्नम को कुपोषित बच्चा के रूप में चिन्हित किया। बच्चे का वजन कम होने के कारण वह शारीरिक रूप से कमजोर दिखाई देता था। बच्चे के वजन में वृद्वि और स्वस्थ करने के लिए आंगनबाडी कार्यकर्ता एवं सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा बीजापुर सुपोषण मिशन से जोडते हुए आंगनबाडी केन्द्र चेरपाल महारपारा से नियमित पौष्टिक आहार, रेडी टू ईट एवं गरम भोजन से लाभान्वित किया जाता रहा है। कार्यकर्ता द्वारा घर जाकर ही बच्चा के वजन नियमित 15 दिवस में लिया जाता रहा है, साथ ही साथ बच्चे की माता योगेश्वरी चुन्नम को यह भी समझाईश दिया जाता रहा हैए कि बालक को प्रति दो घण्टे के अंतराल में कुछ ना कुछ खिलाते रहना है, साथ ही बच्चों को रोजाना आंगनबाडी केन्द्र में भेजा जाता था। इसी का परिणाम सकारात्मक रूप से देखने को मिल रहा है बालक कार्तिक का वर्तमान में वजन 9 किलो 500 ग्राम हो चूका है और बालक कार्तिक चुन्नम कुपोषण के चक्र से बाहर निकल सुपोषित हो गया। जिससे बच्चे के माता.पिता एवं परिवार के सभी सदस्य कार्यकर्ता एवं सेक्टर पर्यवेक्षक को धन्वाद व्यक्त भी करते है।