जांजगीर-चांपा , दिसंबर, 2021/ किसानों और पशुपालकों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना के माध्यम से पशुपालन के लिए ऋण दिया जाता है।उप संचालक वेटनरी ने बताया की किसान क्रेडिट कार्ड योजना के तहत पशुधन विकास विभाग द्वारा पशुपालकों के ऋण प्रकरण तैयार कर संबंधित बैंकों को स्वीकृति के लिए प्रेषित किए जाते हैं।
दुग्ध संघ जांजगीर इकाई द्वारा 82 प्रकरणों की स्वीकृति बैंकों द्वारा प्रदाय की गई है।उपसंचालक पशु-चिकित्सा सेवाएं ने बताया कि के. सी.सी. प्रकरणों की स्वीकृति हेतु वेटनरी विभाग के अधिकारियों द्वारा बैंकों से सम्पर्क कर स्वीकृति हेतु अनुरोध किया गया है। वर्तमान में विकास खण्ड स्तरीय बी.एल.सी.सी. की बैठकों में भी के.सी. सी. प्रकरण बैंकों द्वारा स्वीकृत कराये जाने का प्रयास विभाग द्वारा किया जा रहा है।
20वीं पशु संगणना अनुसार जिले में गोवंशीय एवं भैंस वंशीय पशुओं की कुल संख्या 5.50 लाख है। पशुपालन को बढ़ावा देने पशुपालन के माध्यम से आर्थिक स्तर में सुधार हेतु शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ नियमानुसार पात्र हितग्राहियों को दिया जा रहा है। योजनाओं के संबंध में जानकारी पशु चिकित्सा संस्थाओं के साथ-साथ पशु चिकित्सा शिविरों के माध्यम से भी व्यापक प्रचार प्रसार किया जाता है। शासन के रोका-छेका अभियान के तहत विभाग द्वारा पूर्ण तत्परता के साथ संम्बद्ध विभागों के साथ समन्वय कर दायित्व का निर्वहन किया जा रहा है। गौठानों में भी सुचारू रूप से पशु चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है।