रायपुर, दिसम्बर 2021/ छत्तीसगढ़ की खूबसूरती न सिर्फ देश के पर्यटकों को भा रही है, अपितु सात-समंदर पार विदेशी पर्यटकों को भी अपनी ओर खींच ला रही है। ऐतिहासिक, धार्मिक, सांस्कृतिक और पुरातात्विक धरोहरों के साथ प्राकृतिक विविधताओं से परिपूर्ण छत्तीसगढ़ का पर्यटन देश में अपनी पहचान स्थापित करता जा रहा है। यहाँ की खूबसूरती को करीब से निहारने के लिए पर्यटकों का लगातार छत्तीसगढ़ आना हो रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल और पर्यटन मंत्री श्री ताम्रध्वज साहू के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ के पर्यटन को लगातार बढ़ावा देने के परिणामस्वरूप पर्यटन के नक्शे पर छत्तीसगढ़ उभर रहा है। राज्य में आने वाले पर्यटकों की संख्या को देखे तो विगत 3 साल में यहाँ ढाई करोड़ से अधिक पर्यटक आए। घरेलू पर्यटकों के अलावा 9145 विदेशी पर्यटकों ने भी छत्तीसगढ़ की खूबसूरती देखी।
भारत के हृदय स्थल में स्थित छत्तीसगढ़ प्राचीन स्मारकों, बौद्ध स्थलों, दुर्लभ वन्य प्राणियों, नक्काशीदार मंदिरों, राजमहलों, गुफाओं एवं शैलचित्रों से भी परिपूर्ण है। उत्तर से लेकर दक्षिण तक हरे-भरे जंगल, जलप्रपात, झरने, विह्ंगम जलाशय सहित प्रकृति की नैसर्गिक सुंदरता को करीब से निहारने और यहां की संस्कृति, ऐतिहासिक धरोहरों को समझने के साथ आदिवासी समाज के जनजीवन को जानने और उनकी कलाकृतियों को देखने का भरपूर आनंद पर्यटक उठाते हैं। लखनऊ के श्री कृपाशंकर यादव को छत्तीसगढ़ का पर्यटन स्थल अन्य स्थानों से कुछ अलग ही महसूस कराता है। श्री यादव बताते है कि सिरपुर में बुद्ध की ऐतिहासिक प्राचीन धरोहरों को देखकर मन अभिभूत हो उठता है। उनका कहना है कि सिरपुर दुनिया का बड़ा बौद्ध विरासत है, इसका संवर्धन और संरक्षण आवश्यक है। ऐसे महत्वपूर्ण स्थलों में सुविधाएं और बढ़ेंगी तो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि गुरू घासीदास की जन्म स्थली गिरौदपुरीधाम और बस्तर क्षेत्र में मौजूद प्राकृतिक पर्यटन स्थल बहुत आकर्षित करते हैं।