दुर्ग / दिसंबर 2021/ कोविड की वजह से जिन परिवारों ने अपने परिजनों को खोया है। उनका प्रधानमंत्री की बीमा सुरक्षा योजनाओं से संबंधित जो क्लेम है, उसे निर्धारित समय अवधि में पूरा करने की दिशा में सर्वाेच्च प्राथमिकता से कार्य करें, इसके साथ ही प्राथमिकता मूलक योजनाओं की पूर्ति की दिशा में भी कार्य करें। यह निर्देश एडीएम श्री श्रीमती नूपुर राशि पन्ना ने डीएलसीसी की समीक्षा बैठक में बैंकर्स को दिए। समिति की बैठक आज कलेक्टोरेट सभाकक्ष में आयोजित की गई। बैठक में शासन की विभिन्न योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को दिए जाने वाले ऋण प्रकरणों की समीक्षा की गई । इसके अंतर्गत वित्तीय और भौतिक लक्ष्य की गहन समीक्षा हुई। बैठक में अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी ने सभी बैंक अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे जनहित में शासन के योजनाओं के अंतर्गत हितग्राहियों को दिए जाने वाले ऋण प्रकरणों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर प्राथमिकता से प्रकरणों का निराकरण करें। साथ ही उन्होंने कहा कि अकारण कोई भी प्रकरण लंबित ना रखते हुए निर्धारित समय में वित्तीय और भौतिक लक्ष्य को पूर्ण करें। बैठक में शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के अंतर्गत दिए जाने वाले प्रकरणों की समीक्षा करते हुए, पूर्व बैठक के एजेंडे पर चर्चा हुई। बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि ऐसे कोई भी हितग्राही, जिन्होंने प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना के अंतर्गत पंजीयन कराया हो और उनकी मृत्यु यदि कोविड से हुई हो तो उनके परिजन के खाते में अनिवार्यता दो लाख रुपये की राशि जमा हो जानी चाहिए। इसमें किसी भी प्रकार का विलंब नहीं होना चाहिए।
बैठक में बैंकर्स ने बताया कि प्राथमिकता मूलक योजनाओं में बड़ी संख्या में प्रकरण स्वीकृत किए गए हैं। बिहान योजना के माध्यम से स्व सहायता समूह के लिए ऋण स्वीकृत किए गए हैं और इनका भुगतान का ट्रैक रिकार्ड काफी अच्छा है। एडीएम ने अन्य मामलों की समीक्षा करते हुए, राजस्व विभाग के अधिकारियों को रिकवरी के मामले में बैंकर से समन्वय कर कार्य करने के निर्देश भी दिए।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्री अश्वनी देवांगन, एसबीआई रीजनल मेनेजर श्री आशीष ज्योति चक्रबर्ती, लीड बैंक मैनेजर श्री दिलीप नायक, बैक आफ बड़ोदा डिप्टी रीजनल मेनेजर श्री प्रदीप झा सहित विभिन्न बैंक के प्रतिनिधि उपस्थित थे।