छत्तीसगढ़

संभागायुक्त ने विभिन्न कार्यालयों का किया औचक निरीक्षण दो कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस और एक का वेतन वृद्धि रोकने दिए निर्देश

बिलासपुर/ दिसम्बर 2021। संभागायुक्त डाॅ. संजय अलंग ने आज संभागीय मुख्यालय बिलासपुर में विभिन्न कार्यालयों का औचक निरीक्षण किया। रिकार्ड और पंजी समुचित रूप से संधारित नहीं करने पर उन्होंने दो कर्मचारियों को कारण बताओं नोटिस और एक कर्मचारी का वेतन वृद्धि रोेकने का निर्देश दिया।
संभागायुक्त डाॅ. अलंग आज सबसे पहले राजस्व मंडल परिसर में स्थित ग्रामीण यांत्रिकी सेवा संभाग बिलासपुर के अधीक्षण अभियंता और कार्यपालन यंत्री के कार्यालय पहंुचे। उन्होंने सभी शाखाओं में बारी-बारी से जाकर संधारित पंजियों और रिकार्ड का गहन निरीक्षण किया। आवक जावक पंजी में नियमानुसार एंट्री नहीं करने पर उन्होंने प्रभारी लिपिक को कारण बताओ नोटिस जारी करने कहा। इसी तरह स्थापना शाखा में कर्मचारियों के सर्विस बुक अपडेट नहीं होने पर नाराजगी जताई और संबंधित लिपिक को कारण बताओं नोटिस जारी करने कहा। केश बुक पूर्ण नहीं होने पर प्रभारी लिपिक का वेतन वृद्धि रोकने का निर्देश दिया। लेखा शाखा में संधारित सभी पंजियों की गहनता से जांच की गई। डाॅ. अलंग ने अधीक्षण अभियंता से कहा कि कार्यालय में पदस्थ सभी राजपत्रित अधिकारियों को एक-एक टेबल निरीक्षण करने का दायित्व सौंपे और अगले माह तक कार्यालय के सभी रिकार्ड अपडेट करने का भी निर्देश दिया।
डाॅ. अलंग ने महिला एवं बाल विकास कार्यालय का निरीक्षण किया। कार्यालय के पंजी और रिकार्ड पूर्ण नहीं होने पर उन्होंने नाराजगी भी जताई। उपस्थित पंजी, आवक जावक पंजी, केश पंजी, भंडार पंजी का निरीक्षण किया। केश पंजी से भंडार पंजी का मिलान करने कहा। वितरण पंजी, आंबटन पंजी, संधारण के संबंध में आवश्यक निर्देश दिए। कर्मचारियों का अपूर्ण सर्विस बुक दो हफ्ते के भीतर पूर्ण और सत्यापित नहीं होता है तो संबंधित शाखा लिपिक पर कार्यवाही के निर्देश दिए। विभाग द्वारा संचालित पोषण पुनर्वास केंद्र की जानकारी ली। जो कुपोषित बच्चे सामान्य होने के बाद केंद्रों से बाहर आते है, उनका फाॅलोअप, किशोरी बालिकाओं के स्वास्थ्य और पोषण, संभावित माताओं की स्वास्थ्य जांच के संबंध में भी आवश्यक निर्देश संभागायुक्त ने दिए।
संभागायुक्त जिला पंचायत कार्यालय गए और वहां मनरेगा प्रकोष्ठ, कम्प्यूटर कक्ष, ग्रामीण आजीविका मिशन, स्थापना, आवक जावक आदि शाखा का निरीक्षण किया। इसके बाद सेंदरी स्थित ग्रामीण सड़क विकास अभिकरण के अधीक्षण अभियंता कार्यालय का निरीक्षण किया गया। डाॅ. अलंग ने क्षेत्रीय गुणवत्ता परीक्षण प्रयोगशाला का अवलोकन किया। कार्यालय के सभी पंजियों का निरीक्षण किया। भंडार पंजी कार्यालय में उपलब्ध नहीं होने पर इसे गंभीरता से लिया और अधीक्षण अभियंता को कार्यालय में निरीक्षण के निर्देश दिए। उन्होंने कार्यालय के लेखा संबंधित रिकार्ड के समुचित संधारण के लिए यहां कार्यरत एकाउंटेंट का प्रशिक्षण कराने कहा।
निरीक्षण के दौरान जिला पंचायत में कलेक्टर डाॅ. सारांश मित्तर, मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री हेरीस एस तथा अन्य कार्यालयों के निरीक्षण के दौरान संबंधित अधिकारी, उपायुक्त श्रीमती अर्चना मिश्रा आदि उपस्थित थे।

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