सुकमा, जनवरी 2022/ सुकमा जिले के लिए यह बड़े गर्व की बात है कि कलेक्टर श्री विनीत नन्दनवार के मार्गदर्शन में महिला बाल विकास विभाग के पर्यवेक्षक और मैदानी अमले की लगातार मेहनत से कुपोषण की दर को 14.2 प्रतिशत कम करने में सफलता हासिल किया है।
नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे एनएफएचएस-4, 2016 के अनुसार संयुक्त दंतेवाड़ा जिले की कुपोषण दर 51.6 प्रतिशत थी। वहीं वर्तमान में जारी एनएफएचएस -5, 2021 में जारी आंकड़ों के अनुसार सुकमा जिले की कुपोषण दर 37.4 प्रतिशत है। इस प्रकार जिले में कुपोषण में 14.2 प्रतिशत की कमी आई है। एनएफएचएस -5, 2021 के आंकड़े के अनुसार कुपोषण दर को कम करने के मामले में सुकमा जिला ने गरियाबंद जिले के बाद पूरे राज्य में द्वितीय स्थान प्राप्त किया है। गरियाबंद जिले में 15.3 प्रतिशत कुपोषण में कमी आई है।
उल्लेखनीय है कि उम्र के अनुसार, वजन के मापदंड अनुसार 0 से 5 वर्ष के बच्चों में कुपोषण की स्थिति के आधार पर यह आंकड़ा जारी किया गया है।