कोरबा / जनवरी 2022/ कलेक्टर श्रीमती रानू साहू के निर्देश पर जिले में बेमौसम बारिश से सब्जी और दूसरी फसलों में हुई क्षति का आकलन करने कृषि और उद्यानिकी विभाग सहित राजस्व विभाग के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी खेतों तक पहुंच रहे हैं। कलेक्टर श्रीमती साहू ने बेमौसम बारिश से किसानों की फसलों में हुए नुकसान की क्षतिपूर्ति के लिए बीमा कंपनी को तत्काल प्रकरण बनाकर क्लेम करने के निर्देश अधिकारियों को दिए हैं। उन्होंने यथा संभव राजस्व पुस्तिका परिपत्र 6-4 के तहत भी मुआवजा प्रकरण बनवाकर क्षतिपूर्ति स्वीकृत करने के लिए भी राजस्व अधिकारियों को निर्देशित किया है। जिले में सब्जी और दूसरी फसलों में असमय वर्षा और ठंड के कारण होने वाले नुकसान का आंकलन करने ब्लाकवार अधिकारी किसानों के खेतों तक पहुंच रहे हैं।
कृषि विभाग के उप संचालक श्री अनिल शुक्ला ने बताया कि बैमौसम बारिश से कोरबा जिले में रबी मौसम में लगी अलसी, राई और सरसों की फसलों में नुकसान की जानकारी बीमा कंपनी को देने के लिए टोल फ्री नंबर जारी किए गए हैं। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत कोरबा जिले में इन तीनों फसलों को रबी 2021 के लिए अधिसूचित किया है। इन फसलों में बेमौसम बारिश से हुए नुकसान की जानकारी एग्रिकल्चर इंश्योरेंस कंपनी ऑफ इंडिया लिमिटेड के टोल फ्री नंबरों 1800-4190-344, 1800-116-515 और 1800-209-5959 पर दी जा सकती है। फसल क्षति की सूचना किसानों को 72 घण्टे के भीतर बीमित फसल ब्यौरा, क्षति की मात्रा तथा क्षति के कारण को बीमा कंपनी को सीधे टोल फ्री नंबर पर देनी होगी। किसान फसल क्षति नुकसान की सूचना लिखित रूप में स्थानीय राजस्व-कृषि अधिकारियों, बैंक अथवा राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल www.pmfby.gov.in पर भी दे सकते हैं। कृषि विभाग के अधिकारियों ने खेतों में पानी जमा नहीं होने देने और पानी निकासी की उचित व्यवस्था रखने की सलाह किसानों को दी है। कृषि विभाग द्वारा खलिहान में रखी खरही को पॉलिथिन से ढंककर रखने और दलहन-तिलहन तथा सब्जी की फसलों में माहो कीट की निगरानी करने की भी सलाह किसानों को दी है। कृषि विशेषज्ञों ने फसलों में माहो कीट का प्रकोप दिखने पर नियम आधारित कीट नाशकों का छिड़काव करने की सलाह किसानों को दी है।
उद्यानिकी विभाग की सहायक संचालक श्रीमती आभा पाठक ने बताया कि अभी तक जिले में बेमौसम बारिश से सब्जी की किसी भी फसल में बड़ा नुकसान नहीं हुआ है। कहीं-कहीं पौधों के गिर जाने जैसी समस्या है, जोकि आने वाले दिनों में सूर्य की रोशनी से ठीक हो जायेगी। श्रीमती पाठक ने बताया कि ठंड के कारण फसलों में कीट व्याधि की प्रकोप की संभावना बढ़ गई है इसलिए किसानों को सब्जी फसलों की सतत निगरानी करना चाहिए।