दुर्ग, 20 जनवरी 2022/जूनियर अधिवक्ताओं की ट्रेनिंग से उन्हें फील्ड में काम करने में ज्यादा सुविधा होगी। इसके लिए विधि विभाग द्वारा कार्ययोजना तैयार की जाएगी। यह घोषणा मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने जिला अधिवक्ता संघ दुर्ग के कार्यक्रम में की। उन्होंने कहा कि देखा गया है कानून की पढ़ाई करने के बाद जब जूनियर वकील न्यायालय आते हैं तो न्यायालय की कार्रवाई की पद्धति आदि का ज्ञान कम होने के कारण उन्हें आरंभिक रूप से काफी कठिनाई होती है। इसके निराकरण के लिए विधि विभाग द्वारा प्रशिक्षण की कार्ययोजना बनाई जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि वकील के कार्य व्यापक होते हैं। उन्हें तहसीलदार, एसडीएम, कलेक्टर आदि के न्यायालयों में भी जाना होता है। निर्वाचन के दौरान भी अभ्यर्थी उनके संपर्क में आते हैं तथा अनेक तरह के डाक्यूमेंट लगते हैं जिनका विधिक ज्ञान प्रत्याशियों को नहीं होता और वे वकीलों के पास जाते हैं। ऐसे में प्रशिक्षित वकील ज्यादा बेहतर तरीके से अपना कार्य कर पाएंगे। उल्लेखनीय है कि अपने संबोधन के दौरान जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राजेश श्रीवास्तव ने यह सुझाव दुर्ग जिला बार संघ के समक्ष रखा था। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सुझाव उपयोगी है और सभी जगहों पर होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने इस अवसर अपने संबोधन में देश और प्रदेश में वकालत की उज्ज्वल परंपरा को भी सामने रखा। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारे स्वतंत्रता सेनानियों गांधी, नेहरू, पटेल, अंबेडकर, डॉ. राजेंद्र प्रसाद जैसी विभूतियों ने स्वतंत्रता संग्राम की लड़ाई न्यायालय के भीतर भी लड़ी और बाहर भी लड़ी। देश की आजादी में वकीलों का बड़ा योगदान है। प्रदेश में भी बैरिस्टर छेदीलाल, घनश्याम गुप्त, ठाकुर प्यारेलाल जैसी विभूतियों ने अपने कानूनी ज्ञान से बड़ा योगदान दिया। दुर्ग से घनश्याम गुप्त तो संविधान की हिंदी ड्राफ्ट कमेटी में भी रहे। उन्होंने कहा कि हिदायतुल्लाह जैसी विभूति के नाम पर छत्तीसगढ़ में विधि विश्वविद्यालय है। उन्होंने कहा कि यह उज्ज्वल परंपरा आगे बढ़ानी है और आप लोग इसके प्रति बेहद सजग होकर कार्य कर रहे हैं। यह अच्छी बात है। इस मौके पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री राजेश श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में कहा कि दुर्ग जिले में 13 महीनों में 16 हजार 322 प्रकरण निराकृत किये गये, जबकि इस अवधि में कोविड की वजह से कुछ समय न्यायालय बंद भी रहे। उन्होंने कहा कि इस बीच तीन नेशनल लोक अदालत हुई और इनमें भी अनेक प्रकरणों का निराकरण किया गया। इस मौके पर उन्होंने संघ के 9 पदाधिकारियों और छह कार्यसमिति के सदस्यों को शपथ दिलाई। अधिवक्ता संघ की अध्यक्ष सुश्री नीता जैन ने इस मौके पर कहा कि शपथ ग्रहण का मौका बेहद अहम होता है। यह हमारी परंपरा रही है ताकि हम अपने कर्तव्यों का निष्ठा से पालन करें। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस अवसर पर बार रूम के जीर्णाेद्धार की माँग की तथा लाइब्रेरी को अपडेट करने की माँग की। इस पर मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन में दोनों माँगों को पूरा करने की घोषणा कर दी। आभार व्यक्त वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री प्रशांत जोशी ने किया। कार्यक्रम वर्चुअल हुआ। अधिवक्ता संघ की ओर से श्री आशीष तिवारी मुख्यमंत्री कार्यालय से कार्यक्रम में जुड़े। आज उनका जन्मदिन था, मुख्यमंत्री ने उनका मुँह भी मीठा कराया। मुख्यमंत्री ने संघ की अध्यक्ष सुश्री नीता जैन को भी जन्मदिन की अग्रिम शुभकामनाएं दीं। उनका जन्मदिन शुक्रवार को है। जिला न्यायालय दुर्ग में आयोजित समारोह में सचिव श्री रविशंकर सिंह महिला उपाध्यक्ष सुश्री सुनीता कसार, कोषाध्यक्ष श्री अनिल जायसवाल, सह सचिव श्री कृष्ण राज चंदेल, सांस्कृतिक एवं क्रीड़ा सचिव सुश्री मोनिका सिंह, ग्रंथालय सचिव श्री द्रोण ताम्रकार और श्री कुलेश्वर साहू सहित अधिवक्ता संघ के कार्यकारिणी सदस्य और बड़ी संख्या में अधिवक्ता गण उपस्थित थे।