छत्तीसगढ़

बैंकर्स सुनिश्चित करें कि वास्तविक जरूरतमंदों को समय पर मिले ऋण योजनाओं का लाभ

धमतरी फरवरी 2022/ कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा की अध्यक्षता में आज जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति (डीएलसीसी) की बैठक अपराह्न 3.30 बजे से आयोजित की गई जिसमें वित्तीय वर्ष 2021-22 की तृतीय तिमाही (दिसम्बर-2021) की वित्तीय प्रगति की समीक्षा की गई। उन्होंने बैठक में उपस्थित बैंकर्स से कहा कि शासन की विभिन्न योजनाओं के तहत रोजगार एवं स्वरोजगार स्थापित करने के उद्देश्य से ऋण प्रदान किया जाता जाता है। बैंकर्स यह सुनिश्चित करें वास्तविक जरूरतमंदों के ऋण प्रकरण समय रहते स्वीकृत हो जाए और हितग्राहियों को उसका सही मायने में लाभ मिल सके। इसके लिए प्रकरणों को लंबित रखने के बजाय संबंधित विभागों से परस्पर समन्वय स्थापित कर आवश्यक कार्रवाई करें। कलेक्टर ने योजनावार व विभागवार भौतिक लक्ष्य एवं वित्तीय उपलब्धि की प्रगति की समीक्षा बैठक में की।
कलेक्टोरेट सभाकक्ष मंे आज दोपहर को आयोजित डीएलसीसी की बैठक में लीड बैंक मैनेजर श्री प्रबीर कुमार रॉय ने बताया कि जिले में विभिन्न बैंकों की 95 शाखाओं में पिछली तिमाही सितम्बर 2021 में कुल जमा राशि 4033.75 करोड़ रूपए थी, जो दिसंबर 2021 में बढ़कर 4143.93 करोड़ रूपए हो गई। इसी तरह प्राथमिकता क्षेत्र के ऋण का प्रतिशत वर्तमान में 73 प्रतिशत है। इसके अलावा कृषि ऋण के मामले में पिछली तिमाही से अभी 18 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई है। उन्हांेने सेवा क्षेत्र की वार्षिक साख योजना की जानकारी देते हुए बताया कि दिसम्बर 2021 की स्थिति में फसल ऋण के लक्ष्य के विरूद्ध उपलब्धि का प्रतिशत 68.74 प्रतिशत, मियादी ऋण 46 प्रतिशत कुल कृषि क्षेत्र के ऋण 62.88 प्रतिशत, गैर कृषि क्षेत्र में 42.73 प्रतिशत, अन्य प्राथमिकता क्षेत्र में 74.41 प्रतिशत, कुल प्राथमिकता क्षेत्र में 58.87 प्रतिशत तथा गैर प्राथमिकता के क्षेत्र में 422.62 प्रतिशत की उपलब्धि हुई है। इस पर कलेक्टर ने जिले में उपलब्धि पर प्रसन्नता जाहिर की। इसके अलावा लीड बैंक मैनेजर ने किसान क्रेडिट कार्ड, बैंक खातों में आधार, मोबाइल नंबर सीडिंग की प्रगति सहित प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना की पिछली तिमाही से वर्तमान तिमाही तक की प्रगति की जानकारी बैठक में दी। साथ ही वर्ष 2021-22 में शासन द्वारा प्रायोजित विभिन्न विभागों में संचालित ऋण योजनाओं की अब तक की प्रगति के बारे में चर्चा की गई। इस दौरान कलेक्टर ने कहा कि बैंकर्स यह सुनिश्चित करें कि वास्तविक जरूरतमंदों को समय पर ऋण देना बैंकर्स की पहली प्राथमिकता होनी चाहिए, जिससे वह स्वयं को आर्थिक रूप से काबिल बनाने में सक्षम हो सके और रोजगार, स्वरोजगार स्थापित करने में योजनाएं सार्थक साबित हो। बैठक में राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन, दीनदयाल अंत्योदय योजना (राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन) के तहत व्यक्तिगत एवं समूह ऋण योजना, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र, खादी ग्रामोद्योग बोर्ड, जिला अंत्यावसायी विकास निगम तथा प्रधानमंत्री स्वनिधि ऋण योजना पर चर्चा की गई। लीड बैंक मैनेजर ने बताया कि कलेक्टर के निर्देशानुसार नगरी विकासखण्ड के ग्राम सिहावा और गट्टासिल्ली में क्रमशः यूनियन बैंक आफ इंडिया तथा बैंक ऑफ बड़ौदा की शाखा स्थापित करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके उपरांत अगले चरण में स्थानीय लोगों की मांग के आधार पर नगरी के ग्राम बेलरगांव और बोरई में भी बैंक की शाखाएं खोलने के लिए बैठक में प्रस्ताव रखा जाएगा।
इस अवसर पर कलेक्टर सहित जिला पंचायत की सी.ई.ओ. श्रीमती प्रियंका महोबिया, बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री अमित बैनर्जी, भारतीय रिजर्व बैंक की उप महाप्रबंधक श्रीमती सूक्षिमा नायक ने जिला प्रबंधक नाबार्ड द्वारा प्रकाशित पुस्तक ‘संभाव्यतायुक्त ऋण योजना 2022-23‘ का विमोचन भी किया। इस दौरान विभिन्न बैंकों के बैंकर्स तथा संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।जिला स्तरीय आरसेटी सलाहकार समिति की हुई बैठक:- डीएलसीसी की बैठक के उपरांत शाम को कलेक्टर श्री पी.एस. एल्मा की अध्यक्षता में बड़ौदा स्वरोजगार विकास संस्थान (बड़ौदा आरसेटी) की सलाहकार समिति की बैठक आयोजित की गई। डीएलआरएसी की बैठक में वित्तीय वर्ष 2021-22 तृतीय तिमाही की प्रगति की समीक्षा, चतुर्थ तिमाही के बजट (राजस्व, पूंजीगत एवं प्रशिक्षण व्यय) पर चर्चा, आगामी वित्तीय वर्ष 2022-23 की वार्षिक गतिविधि योजना, लंबित देयकों के भुगतान, नेसर रिव्यू लेटर एण्ड अपेंडिक्स-25 पर चर्चा की गई। बैठक में आरसेटी की निदेशक सुश्री अनिता टुडू ने चालू वित्तीय वर्ष में आयोजित किए गए प्रशिक्षण कार्यक्रमों तथा वार्षिक आय-व्यय की जानकारी दी। उन्होंने पिछले वित्तीय वर्ष से लंबित देयकों के भुगतान की बात रखी, जिस पर कलेक्टर ने राज्य कार्यालय को पत्र प्रेषित करने की बात कही। बैठक में जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्रीमती प्रियंका महोबिया ने प्रशिक्षण कार्यक्रम में बांस शिल्प एवं बैम्बू आर्ट को शामिल करने के निर्देश दिए। इस अवसर पर बैंक ऑफ बड़ौदा के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री अमित बैनर्जी, नाबार्ड के जिला प्रबंधक श्री पंकज सोनटके सहित संबंधित विभाग के अधिकारी उपस्थित थे।

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