छत्तीसगढ़

सांसद श्री संतोष पाण्डेय की अध्यक्षता में जिला खनिज संस्थान की वार्षिक बैठक हुई

कवर्धा, 24 फरवरी 2022। राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र के सांसद श्री संतोष पाण्डेय की अध्यक्षता में आज कबीरधाम जिले की जिला खनिज संस्थान न्यास समिति की वार्षिक बैठक आज यहां जिला कार्याल के सभाकक्ष में संपन्न हुई। इस बैठक में जिला खनिज संस्थान न्यास मद से उच्च एवं निम्न प्राथमिकता के क्षेत्र वाले विभिन्न प्राथमिकता वाले प्रस्तावित कार्यो के लिए 44 करोड 35 लाख रूपए के वार्षिक कार्यो का अनुमोदन किया गया। जिसमें उच्च प्रथमिकता के क्षेत्र के लिए 3525.00 लाख रूपए और निम्न प्राथमिकता के क्षेत्र के लिए 910.00 लाख रूपए का कार्य प्रावधानित है। बैठक में कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने उच्च प्राथमिकता 60 प्रतिशत तथा निम्न प्राथमिकता के क्षेत्र 40 प्रतिशत कार्यो के लिए निर्धारित कार्यो की रूपरेखा की पूरी विस्तार से जानकारी दी। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती सुशीला भट्ट, कैबिनेट मंत्री व कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर के निज सहायक श्री कीर्तन शुक्ला, पंडरिया विधायक श्रीमती ममता चंद्राकर के निज सहायक श्री रवि श्रीवास, सांसद निज सहायक श्री संदीप ठाकुर, जिला पंचायत सीईओ श्री संदीप अग्रवाल, संयुक्त कलेक्टर श्री इन्द्रजीत बर्मन एवं शासकीय एवं अशासकीय सदस्यगण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में लगभग 300 करोड़ रूपए की स्वीकृति वार्षिक कार्ययोजना के अनुरूप किया जाना है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में 18 से 19 करोड़ रूपए प्राप्त होना अनुमानित है। इसलिए वित्तीय वर्ष 2021-22 शेष राशि एवं वित्तीय वर्ष 2022-23 में प्राप्त होने वाले अनुमानित राशि का दोगुना कार्य तैयार किया गया है।
कलेक्टर ने बताया कि खनन से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से प्रभावित क्षेत्र के ग्रामों के विकास के लिए पर्यावरण एवं संरक्षण प्रदुषण नियंत्रण एवं भौतिक अधोसंरचना के प्रस्तावित विभिन्न कार्यो के लिए 3 करोड़ 50 लाख रूपए प्रावधानित है इसके अंतर्गत खनन से प्रत्यक्ष प्रभावित 19 ग्रामों हेतु स्कूल, आंगनबाड़ी, प्राथमिक एवं उप स्वास्थ्य केन्द्र का उन्नयन एवं नवीनीकरण, खनन से प्रत्यक्ष प्रभावित क्षेत्र के स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था (यदि कमी हो तो) सरल क्रमांक 1 एवं 2 हेतु-130 लाख, नदी तट एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर सघन वृक्षारोपण, नदी, नालों (नरवा) के संवर्धन, संरक्षण संबंधी कार्य-200 लाख, खनन संक्रियाओं ढेरों के कारण होने वाले वायु एवं धूल प्रदूषण के नियंत्रण हेतु यांत्रिकी प्रयोग शामिल है।
कृषि एवं अन्य संबंध गतिविधियों के लिए 8 करोड़ रूपए के विभिन्न कार्य प्रस्तावित है जिसके अंतर्गत गौठानों में मिनी राईसमिल प्रसंस्करण ईकाई स्थापित करने हेतु-150 लाख, गौठानों में आईल मिल मिल प्रसंस्करण ईकाई स्थापित करने हेतु-100 लाख, गौठानों में बोरवेल व्यवस्था 150 लाख हेतु, गोठानों में गोबर से पेंट बनाने हेतु 80 लाख, रीपा हेतु-100 लाख, मुर्गीपालन, पशुपालन, मत्स्यपालन, कृषि विनिकी आदि के लिए वित्तीय सहायता 25 लाख, वर्मी कम्पोस्ट हेतु बोरी क्रय-15 लाख, वर्मी कम्पोस्ट एवं केंचुआ हेतु (परंपरागत खेती को बढ़ावा देने हेतु) 150 लाख, वित्तीय वर्ष 2021-22 में स्वीकृति हेतु प्रस्तावित है साथ ही आयल मिल प्रसंस्करण इकाई के कार्यों का निरस्तीकरण, ड्रिप इरीगेशन सिस्टम की स्थापना कार्य-2,86,579 (कार्योत्तर स्वीकृति) शामिल है।
पेयजल आपूर्ति के लिए 1 करोड़ रूपए के कार्य प्रस्तावित है। जिसके अंतर्गत बैगा बाहुल्य क्षेत्र में पेयजल व्यवस्था में बोरवेल की व्यवस्था हेतु 20.00 लाख (सूखा प्रभावित क्षेत्र), ग्राम पंचायतों में ऊर्जा के गैर परम्परागत स्त्रोतों से पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था करना 20.00 लाख, ग्राम सरोधा दादर में पेयजल व्यवस्था (पर्यटन क्षेत्र)-40 लाख, ग्राम पंचायत चौरा (भोरमदेव पर्यटन स्थल) में पेयजल आपूर्ति पाईपलाईन क्षतिग्रस्त हो जाने पर सुधार कर पेयजल की आपूर्ति कराने बाबत् 20.00 लाख रूपए के कार्य शामिल है।
स्वास्थ्य देखभाल के लिए 10 करोड़ रूपए प्रावधानित है इसके अंतर्गत 100 द्वितीय ए.एन.एम. भर्ती 100 लाख, जिला चिकित्सालय में वेशेषज्ञ डॉक्टर एवं मानव संसाधन हेतु संविदा भर्ती-130 लाख, मुख्यमंत्री हाट बाजार हेतु-150 लाख, आयुर्वेद पंचकर्म के लिए आवश्यक सामग्री, आयुष सिटी क्लीनिक भवन निर्माण एवं आयुर्वेद चिकित्सकों एवं फार्मसिस्टों की नियुक्ति-55.000 लाख, हमर लैब, ब्लड बैंक में उपकरण एवं श्रम शक्ति चिकित्सकीय अधिकारी/कर्मचारी व्यवस्था-200 लाख पशुधन विकास विभाग, कबीरधाम में डी.एम.एफ.मद से मानव संसाधन की पूर्ति के लिए “संविदा नियुक्ति“ 71.33 लाख, कोरोना रोकथाम के लिए दवाईयां, उपकरण, मानव संसाधन एवं आवश्यक व्यवस्था-60.00 लाख, शासकीय अस्पतालों, भवनों का उन्नयन एवं उपकरण कार्य 125 लाख, स्वास्थ्य केन्द्रों हेतु एम्बुलेंस 04 नग 40 लाख, मलेरिया मुक्त जिला हेतु मच्छरदानी-50 लाख, पोषण पुनर्वास केन्द्र में आवश्यक व्यवस्था-20.00 लाख रूपए के कार्य शामिल है।
शिक्षा के क्षेत्र में 6 करोड़ रूपए। जिसके अंतर्गत शिक्षक विहीन, एकल शिक्षक वाले स्कूलों के लिए विशेष पिछड़ी जन जाति से पात्र उम्मीदवारों से शिक्षको की नियुक्ति (शिक्षा सत्र समाप्ति तक)-100.00 लाख, उत्कृष्ट हिन्दी मीडियम स्कूल कवर्धा-100.00 लाख, उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय हेतु अतिरिक्त सामग्री व्यवस्था एवं निर्माण कार्य 200.00 लाख, विशेष पिछड़ी जनजाति (बैगा) वनांचल क्षेत्र के छात्र, छात्राओं को जिला स्तर पर शहरी क्षेत्र में शिक्षण कार्य हेतु भोजन, आवासीय व्यवस्था-25,00,000, जिले में संचालित सभी ब्लॉक मुख्यालयों के हायर सेकण्डरी स्कूल में प्रयोगशाला एवं लाईब्रेरी-50 लाख, जिले के अत्यंत गरीब, मेधावी विद्यार्थियों को व्यवसायिक शिक्षा, प्रतियोगी परीक्षा, उच्च शिक्षा हेतु आर्थिक अनुदान एवं कोचिंग व्यवस्था-125 लाख रूपए शामिल है।
प्रसूता एवं शिशु स्वास्थ्य सुपोषण संक्रमण ब्याधियों के रोकथाम के लिए महिला एवं बाल कल्याण के क्षेत्र में 3 करोड़ 40 लाख के विभिन्न कार्य प्रस्तावित है इसके अंतर्गत मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान योजनांतर्गत आवश्यक व्यवस्था-250 लाख (सुपोषण अभियान वर्ष 2021-22 में 200.00 लाख स्वीकृत), आंगनबाड़ी केन्द्रों में अनौपचारिक शिक्षा कक्ष में रबर फ्लोर मेट हेतु प्रस्ताव 9.90 लाख, मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ भ्रमण हेतु-5.00 लाख आंगनबाड़ी केन्द्रों में शैक्षणिक किट-50 लाख, मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के तहत 01 से 3 वर्ष के कुपोषित बच्चों को आंगनबाड़ी केन्द्रों के माध्यम से गरम भोजन, सूखा राशन प्रदान किए जाने बाबत् 16.12 लाख (कार्योत्तर स्वीकृति हेतु) शामिल है।
वृद्ध एवं निशक्त जन के लिए 50 लाख रूपए के कार्य प्रस्तावित है। इसके अंतर्गत जिले के 60 से 80 प्रतिशत तक के दिव्यांगों और निःशक्तजनों को बैटराईज मोटर सायकल, गरीबी रेखा से नीचे बीपीएल कार्डधारी दिव्यांगजनों को स्वास्थ्य लाभ हेतु सुधारात्मक सर्जरी एवं यंत्र, उपकरण शामिल है।
कौशल विकास एवं रोजगार के क्षेत्र में 2.50 करेड़ रूपए कार्य प्रास्तावित है। इसके अंतर्गत कौशल विकास एवं रोजगार प्रशिक्षण हेतु प्रशिक्षणार्थियों को प्रशिक्षण-100.00 लाख, केज कल्चर ईकाई स्थापना कार्य 75.00 लाख (कुल अनुमानित लागत का अधिकतम 25 प्रतिशत राशि), जिले के 50 गोठानों में निर्मित डबरी में मत्स्य पालन-50 लाख, सी-मार्ट में आवश्यक व्यवस्था-25 लाख शामिल है।
स्वच्छता के क्षेत्र में 10 लाख रूपए प्रवधानित है। इसके अंतर्गत जिले के विभिन्न नदी को पुनर्जीवित रखने हेतु-10.00 लाख रूपए शामिल है।
जनकल्याण के लिए 25 लाख रूपए के कार्य प्रावधानित है। इसके अंतर्गत जिला कबीरधाम अंतर्गत अंतर्राज्यीय सीमावर्ती थाना क्षेत्रों में एवं संवेदनशील स्थानों पर अपराधिक गतिविधियों की रोक हेतु सीसीटीवी कैमरा सेटअप की व्यवस्था- 25.00 लाख रूपए शामिल है।
कलेक्टर श्री शर्मा ने बताया कि निम्न प्राथमिकता वाले क्षेत्र के अंतर्गत भौतिक संरचना के कार्यो के लिए 4 करोड़ रूपए के कार्य प्रस्तावित है। जिसके अंतर्गत जिले के शहरी क्षेत्रों में 15 नग आंगनबाड़ी निर्माण कार्य 100 लाख, शहरी क्षेत्र के सामुदायिक भवन में आवश्यक मरम्मत, विद्युतीकरण, पेयजल सुविधा एवं अन्य कार्य-25 लाख, केन्द्रीय विद्यालय, महराजपुर के कवर्धा स्थित भवन में उन्नयन कार्य हेतु राशि 50.00 लाख (वर्तमान संचालित भवन में), शासकीय बालगृह में विविध कार्यों की स्वीकृति-44.77 लाख, शैक्षणिक संस्थान, स्वास्थ्य संस्थान, शासकीय कार्यालय तक पहुँच हेतु सड़क निर्माण कार्य-100.00 लाख, भोरमदेव मंदिर में स्थित लक्ष्मण झूला के रिपेयरिंग कार्य, भोरमदेव मंदिर के संधारण हेतु धर्मशाला का कार्य-50 लाख, अन्य अधोसंरचना और सिंचाई के लिए 60 लाख रूपए इसके अंतर्गत स्प्रिंकलर सेट उपकरण उपलब्धता हेतु शामिल है।
उर्जा एवं जल विभाजक विकास कार्यो के लिए 2 करोड़ 50 लाख रूपए के विभिन्न कार्य प्रस्तावित है। इसके अंतर्गत ग्राम पंचायतों में पारंपरिक विद्युत और ऊर्जा के अक्षय स्त्रोतों द्वारा विद्युतीकरण कार्य 100.00 लाख, खनन प्रभावित क्षेत्र में केला, फल, सब्जी हेतु अतिरिक्त अनुदान-50 लाख, जिला कार्यालय एवं शासकीय अस्पताल कवर्धा तथा तहसील में सौर ऊर्जा के लिए प्रावधान 100 लाख, एवं सांस्कृतिक मूल्यों के संरक्षण के लिए 2 करोड़ रूपए के कार्य प्रस्तावित है। जिसके अंतर्गत राज्य संरक्षित स्मारक भोरमदेव मंदिर, ग्राम चौरा में रिपेयरिंग एण्ड प्लिंथ प्रोटेक्शन कार्य 43,27,954 (प्रबंधकारिणी समिति द्वारा अनुमोदन उपरांत स्वीकृति) राज्य संरक्षित स्मारक भोरमदेव मंदिर, ग्राम चौरा में रासायनिक संरक्षण कार्य 22,34,430 (प्रबंधकारिणी समिति द्वारा अनुमोदन उपरांत स्वीकृति) भोरमदेव मंदिर का प्रांगण एवं उन्नयन कार्य एवं नाली मरम्मत एवं संरक्षण का कार्य 100 लाख रूपए शामिल है।

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