छत्तीसगढ़

नेत्र मानव को परिपूर्ण करने ईश्वर का अमूल्य वरदान है, इसकी सुरक्षा

रायपुर 25 फरवरी 2022/ राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिकरण नई दिल्ली की संचालित योजना गरीबी अन्मूलन के तहत आज जिला न्यायालय परिसर में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण रायपुर एव ए.एस.जे.नेत्र चिकित्सालय रायपुर के संयुक्त तत्वाधान में निःशुल्क नेत्र जांच शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर का शुभारंभ माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश श्री अरविंद कुमार वर्मा द्वारा दीप प्रज्जवलित कर किया गया।   
        कार्यक्रम के दौरान कुटुंब न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश श्री हेमंत शराफ, अतिरिक्त प्रधान न्यायाधीश श्री बृजेन्द्र कुमार शास्त्री, शासकीय अभिभाषक श्री के.के.शुक्ला, डॉ. प्रफुल्ल देवांगन, अन्य न्यायाधीशगण, पक्षकारगण, अधिवक्तागण, उपस्थित थे। 
कार्यक्रम के दौरान माननीय जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा कि भारत के प्रत्येक नागरिक को चिकित्सा प्राप्त करने का अधिकार है। कोई भी निर्योग्यता, अयोग्यता किसी भी व्यक्ति को चिकित्सा प्राप्त करने से वंचित नहीं कर सकती है। नेत्र ईश्वर द्वारा प्रदान किया गया अमूल्य वरदान है जिसकी सुरक्षा करना हमारा परम कर्तव्य है। शिविर के दौरान उन्होंने नेत्रदान करने हेतु आमजनों से अपील की। किसी भी व्यक्ति को जिनको नेत्र की आवश्यकता है अपने जीवन पश्चात अपने नेत्रदान कर सकते है। जीवन के पश्चात किए गए नेत्रदान के परिणामतः किसी अन्य व्यक्ति को उनके माध्यम से इस सुंदर संसार को देखने का अवसर प्राप्त होता है। इस शिविर का आयोजन विशेष रूप से उन सभी व्यक्तियों के लिए किया गया है जो आर्थिक अभाव के कारण अपने नेत्रों की जांच नहीं करा पा रहा है। 
        इस दौरान समस्त न्यायाधीशगण, कर्मचारीगण, अधिवक्तागण एवं पक्षकारों ने निःशुल्क अपने नेत्रों की जांच करायी। सैंकड़ों की संख्या में लोग न्यायालय में उपस्थित होकर आज इस शिविर का लाभ प्राप्त किया है। 

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