सुकमा 10 मार्च 2022/ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री देवनारायण कश्यप ने आज दुब्बाटोटा मत्स्य हैचरी जीर्णोद्धार कार्य का अवलोकन किया। उन्होंने तैयार तालाबों में जल भराव की स्थिति और ठहराव की जानकारी ली। इसके साथ ही प्रसंस्करण केन्द्र में शेष कार्यों को जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए हैं।
दुब्बाटोटा में मत्स्य हैचरी शुरू होने पर यहां के ग्रामीणों की आर्थिक स्थिति मजबूत होगी और उन्हें इससे रोजगार मिलेगा। मत्स्य हैचरी से क्षेत्र के ग्रामीणों का आर्थिक विकास तो होगा ही साथ ही पूरे जिले में मछली बीज के लिए दूसरे राज्यों पर निर्भरता पूर्ण रूप से बंद हो जाएगी। जिले भर में मत्स्य हैचरी से बीज लेकर ग्रामीण मछलियों का उत्पादन करेंगे और इसका क्रय-विक्रय होने पर ग्रामीणों के साथ-साथ जिला भी सशक्त होगा।
गौरतलब है कि जिले में 1990 के आसपास दुब्बाटोटा में निर्मित मत्स्य बीज प्रक्षेत्र में मत्स्य उत्पादन, मत्स्य बीज उत्पादन का कार्य प्रारंभ था। अंदरूनी गांव होने के कारण सलवा जुडूम का प्रभाव दुब्बाटोटा पर भी रहा और मत्स्य प्रसंस्करण का कार्य बंद करना पड़ा। तब से यह प्रसंस्करण केंद्र निष्क्रिय रहा, किंतु अब प्रशासन के प्रयासों से दुब्बाटोटा के ग्रामीणों के जीवन में बदलाव निश्चित है। इतने लंबे समय से बंद पड़े मत्स्य बीज प्रक्षेत्र का जीर्णाेंधार किया जा रहा हैं। ग्राम दुब्बाटोटा में 3.61 हेक्टेयर में फैले प्रक्षेत्र नव निर्माण एवं जीर्णाेंधार कार्य संपादित हो रहे हैं। जिसमें 13 नर्सरी एवं 3 ब्रीडर तालाब का कार्य पूर्ण किया जा चुका है।