छत्तीसगढ़

कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा ने ज़िले के स्कूल शिक्षा विभाग के मैदानी अमले की ली मैराथन बैठक

धमतरी 11 मार्च 2022/ ज़िले के हर शासकीय प्राथमिक स्कूल के हर क्लास के पंजीकृत बच्चे को चाइल्ड ट्रैकिंग एप के जरिए ट्रेक किया जाएगा। ज़िले में यह मॉनिटरिंग टूल जल्द बनाकर उपयोग में लाया जाएगा। इस कवायद के पीछे मंशा है कि स्कूल में एनरोल्ड कोई बच्चा स्कूल से ना ही बाहर रहे, अनुपस्थित रहे, ना स्कूल छोड़े। कलेक्टर श्री पी.एस.एल्मा ने आज ज़िले के चारों ब्लॉक के सभी संकुल स्त्रोत समन्वयकों को माह में दो बार उनके संकुल के है स्कूल का और ब्लॉक स्त्रोत समन्वयकों को माह में कम से कम 20 स्कूल का अनिवार्य रूप से भ्रमण करने निर्देशित किया है। उन्होंने कहा कि स्कूलों का सही तरीके से मॉनिटरिंग करें , जिससे बच्चों का स्कूल में प्रवेश सुनिश्चित करते हुए बेहतर वातावरण बनाकर अधिगम स्तर बेहतर से बेहतर किया जा सके। गौरतलब है कि एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा नवंबर 2021 में बेसलाइन और दिसंबर 2021 के मिडलाइन असेसमेंट के आधार पर 877 प्राथमिक स्कूलों को तीन श्रेणी में विभक्त किया गया है। इसमें ज़िले के ऐसे प्राथमिक स्कूल जहां बच्चों का कक्षा के अनुरूप अधिगम स्तर 81 से 100 प्रतिशत है, उन 328 स्कूलों को ’ए’ श्रेणी, 41 से 80 प्रतिशत वाली 372 स्कूलों को ’बी’ श्रेणी और शून्य से 40 प्रतिशत तक के अधिगम स्तर वाले 177 स्कूलों को ’सी’ ग्रेड में सम्मिलित किया गया है। जल्द ही ज़िला स्तरीय अधिकारियों के जरिए इन ’सी’ श्रेणी के स्कूलों की मॉनिटरिंग भी की जाएगी। यह सब निपुण धमतरी के तहत प्राथमिक स्कूल के बच्चों का लर्निंग आउटकम बेहतर करने की एक कोशिश है।
कलेक्टर श्री एल्मा ने आज स्कूल शिक्षा विभाग के अमले की मैराथन बैठक ली और बच्चों के शैक्षिक अधिगम को ऊंचा कर उनका समग्र विकास करने पर जोर दिया। उन्होंने कक्षा अनुसार बच्चों का लर्निंग आउटकम खासतौर पर आधारभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान की समझ को बनाए रखने के लिए स्कूल शिक्षा विभाग के मैदानी अमले को आपसी समन्वय से काम करने कहा है। बैठक में कलेक्टर ने कुल पंजीकृत बच्चों के अनुपात में कक्षा पहली, छठवीं और नवमीं में प्रवेशित बच्चों की मॉनिटरिंग कर उनकी उक्त कक्षा में उपस्थिति सुनिश्चित करने पर जोर दिया। वहीं आउट ऑफ स्कूल बच्चों का भी स्कूल प्रवेश पर कलेक्टर ने बल दिया। बैठक में उन्होंने विद्या प्रवेश उत्सव के जरिए सभी आंगनबाड़ी में दर्ज 5 से 6 साल की आयु वर्ग के बच्चों का कक्षा पहली में प्रवेश सुनिश्चित करने निर्देशित किया, ताकि कोई बच्चा स्कूल में प्रवेश से वंचित ना रहे ।
निपुण धमतरी के तहत शिक्षकों का शिक्षण कौशल बढ़ाने पर भी फोकस किया जा रहा है। इसमें दीक्षा पोर्टल में निष्ठा एप के जरिए सभी प्राथमिक शालाओं के शिक्षकों को पंजीयन कराकर सभी कोर्स का सर्टिफिकेशन लेना है। अतः इसके लिए सभी शिक्षकों को पंजीयन कराने और प्रमाण पत्र लेने की कवायद संकुल स्त्रोत समन्वयक करें, यह निर्देश कलेक्टर ने बैठक में दिए हैं। अधिगम स्तर ऊंचा करने में शिक्षक विद्यार्थी अनुपात भी अहम भूमिका निभाते हैं। इसके मद्देनजर कलेक्टर ने राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण 2017 के हिसाब से वर्तमान में शिक्षक विद्यार्थी अनुपात का ब्लॉकवार समीक्षा की। बताया गया कि वर्तमान में चिन्हांकित 152 स्कूलों में यह अनुपात 23.1 है। याने 23 विद्यार्थी के पीछे एक शिक्षक है। कलेक्टर ने संकुल वार इस अनुपात की रिर्पोट देने के निर्देश बैठक में दिए है। उन्होंने साथ ही सुनिश्चित करने कहा है कि उनके संकुल के सभी शिक्षक दीक्षा पोर्टल में उपलब्ध टीएलएम कंटेंट का यथोचित शिक्षण में इस्तेमाल करें। इसके अलावा ज़िले के 155 हायर सेकंडरी स्कूल में डिजिटल क्लास, 53 स्मार्ट क्लास और आईसीटी लैब 78 हैं। इन स्कूलों में एनसीईआरटी द्वारा उपलब्ध ई कंटेंट शिक्षक प्राप्त कर बच्चों को आसान तरीके से पढ़ाने के लिए उपयोग कर सकते हैं। जिले में जिला, ब्लॉक, संकुल, स्कूल से कक्षा स्तर तक विभिन्न वॉट्स अप ग्रुप बनाकर शिक्षा स्तर को बढ़ाने की कवायद है। ज़िला पंचायत सभाकक्ष में सुबह 10 बजे से दो पालियों में आहूत इस बैठक में पॉवर प्वाइंर्ट प्रजेंटेशन के जरिए निपुण धमतरी के तहत आधारभूत साक्षरता और संख्या ज्ञान ऊंचा करने ज़िले में किए जाने वाली कवायद के लिए बनाई गई कार्ययोजना से सबको वाकिफ कराया गया।
इस दौरान कलेक्टर ने संकुलवार प्राथमिक और उच्च प्राथमिक स्कूलों में मूलभूत अधोसंरचना की जानकारी सभी संकुल समन्वयकों से ली। इसमें में रनिंग वाटर, शौचालय, बिजली, मरम्मत और डिस्मेंटल योग्य भवन इत्यादि सम्मिलित हैं। कलेक्टर श्री एल्मा ने साफ तौर पर कहा कि अधोसंरचना बेहतर होगा, तो बच्चों की स्कूल आने में रुचि बढ़ेगी। इसलिए स्कूलों में बिजली, पानी, शौचालय की जानकारी ली जा रही है। दिक्कत वाले चिन्हांकित स्कूलों की अद्यतन सूची बनाकर आगे की कार्रवाई के लिए उपलब्ध कराने के निर्देश कलेक्टर ने ज़िला शिक्षा अधिकारी डॉ.रजनी नेल्सन को दिए। ज्ञात हो कि यह मैराथन बैठक दो पालियों में आहूत की गई। पहली पाली में सुबह 10 बजे से नगरी और मगरलोड तथा दोपहर दो बजे से दूसरी पाली में धमतरी और कुरूद ब्लॉक की बैठक ली गई। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी ज़िला पंचायत श्रीमती प्रियंका महोबिया, संबंधित विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी, विकासखण्ड स्त्रोत समन्वयक, संकुल समन्वयक सहित स्कूल शिक्षा विभाग का अमला और स्वयं सेवी संस्था अजीम प्रेमजी के प्रतिनिधि मौजूद रहे।

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