छत्तीसगढ़

बाड़ी विकास योजना से जुड़ी समूह की महिलाओं से कलेक्टर श्री भीम सिंह ने की वीडियो कॉल से चर्चा

रायगढ़, 14 मार्च 2022/ छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकंाक्षी ग्राम सुराजी योजना अंतर्गत छत्तीसगढ़ की ग्रामीण परंपरा की पहचान नरवा, गरवा, घुरूवा और बाड़ी के माध्यम से प्राकृतिक संसाधनों का संरक्षण एवं संर्वधन का कार्य किया जा रहा है। इसी के तहत कलेक्टर श्री भीम सिंह ने योजना के सफल क्रियान्वयन तथा हितग्राहियों को अधिक से अधिक लाभ दिलाने के लिए बाड़ी विकास कार्यक्रम के अंतर्गत बरमकेला विकासखण्ड के कान्दुरपाली गोठान के महिला स्व-सहायता समूह के हितग्राहियों से कलेक्टर श्री भीम सिंह ने वीडियो काल माध्यम से चर्चा किया। चर्चा के दौरान जुगनू महिला स्व-सहायता समूह तथा जय दुर्गा महिला स्व-सहायता समूह की महिलाओं ने बताया कि उनके द्वारा लगभग 3 एकड़ क्षेत्र में बाड़ी विकास कार्य किया जा रहा है। जिसमें समूह की महिलाओं द्वारा बाड़ी में नेपीयर घास, टमाटर, बैगन, फूल गोभी, पत्ता गोभी, करेला के अलावा मौसम आधारित साग भाजी लगाया जाता है। पूर्व के वर्ष में समूह के द्वारा लगभग 14 हजार 500 की लागत से बाड़ी में साग भाजी लगाया गया था। घरेलू उपयोग के अलावा विक्रय हेतु आस-पास के बाजार आगनबाड़ी केन्द्रों तथा गोठान में आए विभिन्न नागरिकों को विक्रय किया गया। जिससे उन्हे लगभग 31 हजार 600 रुपये शुध्द लाभ प्राप्त हुआ था। महिलाओं के द्वारा बाड़ी में गेन्दा फूल की खेती भी की गई थी, जिससे उन्हे 5 हजार रूपये का शुध्द लाभ प्राप्त हुआ। समूह की महिलाओं के द्वारा वर्तमान में टमाटर, बैगन, मुनगा आदि फसलों का उत्पादन किया जा रहा है। समूह की महिलाएॅं बाड़ी विकास कार्य के अलावा गोठान में केचुआ उत्पाद तथा वर्मी खाद निर्माण भी किया जा रहा है। जिसमें केचुआ उत्पादन से लगभग 2 लाख रूपये तथा वर्मी खाद की पिक्री से लगभग 3 लाख 15 हजार रुपये का लाभ प्राप्त किया है। चर्चा के दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने छत्तीसगढ़ शासन की अन्य योजनाओं के बारे में भी जानकारी दी तथा उनका लाभ लेने के लिए प्रेरित भी किया। समूह की महिलाओं नेे कलेक्टर श्री सिंह को अपनी आगामी कार्य योजना के रूप में मशरूम उत्पादन तथा टमाटर केचप निर्माण के बारे में बताया जिस पर कलेक्टर श्री सिंह ने भरपूर सहयोग का आश्वासन भी दिया। समूह की महिलाओं ने अपने आजीविका विकास एवं संवर्धन के लिए कलेक्टर श्री सिंह तथा उद्यान एवं कृषि विभाग का हृदय से आभार व्यक्त किया।

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