जगदलपुर, मार्च 2022/ कलेक्टर श्री रजत बंसल ने कहा कि शासन की जनकल्याणकारी योजनाओं के सफल क्रियान्वयन में मैदानी स्तर पर कार्य कर रहे अधिकारी-कर्मचारियों की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होती है। इसलिए मैदानी स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों को नियमित रूप से फील्ड में उपस्थित रहकर एवं आम जनता से सतत समन्वय स्थापित कर अपने दायित्वों का निर्वहन करना आवश्यक है। उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को मैदानी स्तर पर कार्य करने वाले पटवारी, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी, स्वास्थ्य कार्यकर्ता, सहायक पशु चिकित्सा क्षेत्र अधिकारी आदि अधिकारी-कर्मचारियों की उपस्थिति पूरे समय फिल्ड में सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री बंसल आज कलेक्टोरेट जगदलपुर के प्रेरणा कक्ष आयोजित साप्ताहिक समय-सीमा की बैठक में विभिन्न विभागों की कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी श्री रोहित व्यास, अपर कलेक्टर श्री अरविंद एक्का, सहायक कलेक्टर सुश्री सुरुचि सिंह सहित राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों के अलावा अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर ने स्कूलों में शिक्षकों के अलावा मैदानी स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों की फील्ड में उपस्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि शाला अवधि में शिक्षकों को कार्यालयीन कार्य के लिए कार्यालयों में ना बुलाई जाए। इसके साथ ही पटवारी आदि अन्य मैदानी स्तर के अधिकारी-कर्मचारियों की अलग-अलग पंचायतों में उपस्थिति की तिथि निर्धारित कर उसका दिवाल लेखन तथा निर्धारित स्थानांे में प्रदर्शित कराने के निर्देश भी दिए। राज्य शासन के विशेष प्राथमिकता वाले महत्वाकांक्षी नरवा, गरूवा, घुरूवा एवं बाड़ी योजना के कार्यों की समीक्षा करते हुए प्रत्येक गौठानों के लिए नोडल अधिकारी नियुक्त करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंनेे सभी राजस्व अनुविभागीय अधिकारियों, जनपद पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों को इसका सतत माॅनीटरिंग करने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा सभी गौठानों में न्यूनतम 5-5 आजीविका मूलक गतिविधियों को संचालन अनिवार्य रूप से सुनिश्चित कराने को कहा। उन्होंने कहा कि इसके अन्तर्गत गौठानों में मछली पालन, मिनी राईस मील, चारागाह निर्माण, पशुधन एवं बाड़ी योजना आदि के कार्यो से संबंधित आजीविका मूलक गतिविधियां संचालित की जा सकती है। श्री बंसल ने मुख्यमंत्री हाट बाजार योजनाओं को शासन की विशेष प्राथमिकता वाले योजना बताते हुए मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को जिले में इसके सफल क्रियान्वयन हेतु समुचित उपाय सुनिश्चित कराने को कहा। उन्होंने कहा कि हाट बाजार क्लीनिक केवल हाट बाजरों में बनाए गए चबूतरों पर ही लगाई जाए। उन्होंने दिवाल लेखन, मुनादी आदि के माध्यम से इस योजना का समुचित प्रचार-प्रसार कराने तथा ओपीडी की संख्या बढ़ाने के पुख्ता उपाय सुनिश्चित कराने के भी निर्देश दिए। बैठक में श्री बंसल ने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान एवं एनीमिया मुक्त बस्तर अभियान की समीक्षा करते हुए इस अभियान को सफल बनाने हेतु जरूरी उपाय सुनिश्चित करने को कहा।