भोरमदेव मंदिर प्रांगण में दोपहर 12 बजे से शाम 4 बजे तक छत्तीसगढ़ की लोक पारम्परिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी।
छत्तीसगढ़ की अलग-अलग विधाओं के कलाकारों में विशेष आमंत्रित किया गया है।
महोत्सव के दो दिनों तक छत्तीसगढ़ की पारम्परिक सांस्कृतिक विरासत को संरक्षण तथा संवर्धन के साथ विशेष ध्यान में रखते हुए कार्यक्रमों को सूचीबद्ध किया गया है।
कलेक्टर श्री रमेश कुमार शर्मा ने आज मीडिया से चर्चा करते हुए भोरमदेव महोत्सव के आयोजन के लिए निर्धारित सभी सांस्कृतिक कार्यक्रमों की विस्तार से जानकारी दी।