सुकमा 29 मार्च 2022/ पढ़ना लिखना अभियान के अंतर्गत निरक्षरों को साक्षर किया जा रहा है। इस अभियान के दूसरे चरण में जिले के 1942 निरक्षरों को साक्षर किया जाएगा। इन प्रौढ़ विद्यार्थियों के आंकलन हेतु 30 मार्च को महापरीक्षा का आयोजन किया गया है। अभियान के पहले चरण में जिले के 7962 निरक्षरों को साक्षर किया जा चुका है। पढ़ना लिखना अभियान के अंतर्गत निरक्षर लोगों को साक्षर बनाया जाना है। इस अभियान के दूसरे चरण में शेष 1084 लोगों को तथा पुर्व परीक्षा में सम्मिलित होकर सी ग्रेड प्राप्त ऐसे 858 कुल 1942 लोगो को पुनः को साक्षर किया जाएगा।
जिले के 89 परीक्षा केंद्रों पर बुनियादी साक्षरता परीक्षा का आयोजन होगा। बुनियादी साक्षरता परीक्षा में 15 से 45 वर्ष आयुवर्ग वाली साक्षरता केंद्रों की नवसाक्षरों के अलावा बुनियादी साक्षरता के सदस्य परीक्षा में शामिल होंगे। कार्यकारिणी कलेक्टर एवं अध्यक्ष जिला साक्षरता मिशन प्राधिकरण सुकमा के नेतृत्व में परीक्षा के सफल संचालन को लेकर स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तैयारी पूरी कर ली गई है। सभी केंद्रों पर सुबह दस बजे से शाम पॉच बजे तक महापरीक्षा ली जाएगी। यह परीक्षा बच्चों की परीक्षा से भिन्न होगी। इसमें शामिल होने वाली नवसाक्षर फेल या पास नहीं होंगे बल्कि उन्हें अच्छा, संतोषजनक अथवा सुधार की आवश्यकता की ग्रेडिग दी जाएगी। जानकारी के अनुसार कुल 150 अंकों की परीक्षा में भाषा पढ़ना लिखना और गणित का टेस्ट लिया जाना है। इसमें पढ़ने, लिखने व गणित के 50-50 अंकों के प्रश्न पत्र होंगे। परीक्षा का आयोजन राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी संस्थान तथा राज्य साक्षरता मिशन द्वारा किया जा रहा है।
केंद्र सरकार द्वारा निरक्षरों को साक्षर करने के उद्देश्य से पढ़ना लिखना अभियान की शुरूआत की गई। उक्त अभियान के अंतर्गत भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग तथा राष्ट्रीय मुक्त विद्यालयी शिक्षा संस्थान नई दिल्ली की पहल पर राज्य साक्षरता मिशन प्राधिकरण द्वारा निरक्षरों को साक्षर किए जाने का लक्ष्य दिया गया है। जिसमें 15 वर्ष और इससे अधिक आयु वर्ग के निरक्षरों को शामिल किया गया। सालभर पहले कराए गए सर्वे में चिन्हाकिंत ग्राम पंचायत में करीब 9046 लोग निरक्षर होना पाए गए। इन निरक्षरों को स्वयं सेवी शिक्षकों के माध्यम से अक्षर ज्ञान देने के साथ ही अध्यापन कराया जा रहा है। अभियान के अंतर्गत इनमें से 7962 लोगों को पहले चरण में साक्षर किया जा चुका है।