सुकमा 06 अप्रैल 2022/ संयुक्त जिला कार्यालय के सभाकक्ष में कलेक्टर श्री विनीत नन्दनवार की अध्यक्षता में जिला स्तरीय बाल संरक्षण समिति की बैठक आयोजित की गई। जिसमें एकीकृत बाल संरक्षण योजना, बाल कल्याण समिति, किशोर न्याय बोर्ड, बस्तर सेवक मण्डल, जिला टास्क फोर्स, सखी सेंटर से संबंधित महत्वपूर्ण बिन्दुओं पर चर्चा हुई। कलेक्टर ने विभिन्न ईकाइयों में दर्ज प्र्रकरण, उनके निराकरण और लंबित प्रकरणों की समीक्षा विस्तार से की।
श्री नन्दनवार ने कहा कि बस्तर सेवक मण्डल सहित अन्य बाल गृहों की देखरेख में निवासरत बच्चों के प्रति पूर्ण सहानुभूति और समर्पण से कार्य करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि इन बच्चों को सभ्य नागरिक बनाना और इनका भविष्य निर्माण करना हम सभी की नैतिक जिम्मेदारी है, जो बेहतर शिक्षा, व्यवाहारिक संवेदना और परस्पर मार्गदर्शन से ही संभव है। सभी बच्चों को गुणवत्ता शिक्षा के साथ ही समय समय पर उनका आंकलन करने, कैरियर काउंसलिंग उपलब्ध कराने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि बच्चों को शिक्षा के साथ ही बेहतर पोषण, स्वास्थ्य, स्वच्छता, सामाजिक सदभाव आदि भी सुनिश्चित करें, ताकि भविष्य में वे एक बेहतर नागरिक के रुप समाज हित में योगदान दे सकें। स्वास्थ्य विभाग को बाल गृह में मासिक रुप से बच्चों का संपूर्ण जांच करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही उन्होंने जिले के बाहर स्थित बाल गृहों में रह रहे जिले के बच्चों की सतत मॉनिटरिंग के लिए दूरभाष संपर्क के साथ ही अधिकारियों को व्यक्तिगत रुप से बालगृह में उन बच्चों से नियमित भेंट करते रहने को कहा।
तस्करी को लेकर रहे सजग, सीमा क्षेत्रों में कडी़ निगारनी रखें
कलेक्टर ने जिला टास्क फोर्स की समीक्षा के दौरान कहा कि अंदरुनी ग्रामीण क्षेत्रों, खासकर अन्य राज्यों के सीमा से लगे गांवों में बच्चों की तस्करी का खतरा अधिक होता है। ऐसे प्रकरण ना हों, इसके लिए पुलिस विभाग और विभाग के अधिकारियों की जमीनी स्तर तक सजग होना आवश्यक है। उन्होंने अधिकारी कर्मचारियों को अपने संचार बढ़ाने और ऐसे मामलों पर गंभीरता और संवेदनशीलता से कार्य करने को कहा। सखी सेंटर के प्रकरणों की समीक्षा करते हुए उन्होंने कहा कि गंभीर प्रकरणों में आवश्यकतानुसार पुलिस का सहयोग ले। ग्रामीण क्षेत्रों में घरेलू हिंसा, यौन शोषण, बाल विवाह, साईबर क्राइम आदि को लेकर जन सामान्य में जागरुकता एवं संवेदीकरण करें।
बैठक में डीएसपी पारुल खण्डेलवाल, जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी बिस्मिता पाटले, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ सी.बी.पी बनसोड़, सीविल सर्जन श्री ध्रुव, डीसीपीओ जितेन्द्र बघेल सहित समिति के सदस्य गण एवं विभाग के अधिकारी कर्मचारी उपस्थित रहे।